डबल इंजन या डबल लूट? राजद का बिहार सरकार पर तीखा वार

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kmSudha

बिहार

तीसरा पक्ष ब्यूरो : 19 अप्रैल, 2025 को पटना में राष्ट्रीय जनता दल के राज्य कार्यालय के कर्पूरी सभागार में आयोजित संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव ने कहा कि सरकार के अपने आंकड़े स्पष्ट करता हैं कि बिहार में संस्थागत भ्रष्टाचार और संगठित लूट के चलते वित्तीय अराजकता व्याप्त है

मंत्रियों को 30 प्रतिशत तक कमीशन मिलता है: तेजस्वी

तेजस्वी प्रसाद यादव ने कहा कि सरकार ने जल्दबाजी में पिछले सात कैबिनेट बैठकों में 76,622 करोड़ रुपये की योजनाओं को मंजूरी दिया ,जिसमे अधिकतर निर्माण से जुड़ा हुआ हैं. इनमें भवन निर्माण, पथ निर्माण, जल संसाधन और अन्य विभाग शामिल हैं, जहां ग्लोबल टेंडर और ठेकेदारी के जरिए मंत्रियों को 30 प्रतिशत तक कमीशन मिलता है.यह भ्रष्ट सरकार चुनावी साल में निर्माण योजनाओं के लिए तुरंत टेंडर जारी कर, कमीशन के जरिए चुनावी खर्च जुटा रही है.बिना योजना के निर्माण और भवन ढांचे खड़े कर लूट मचाना ही सरकार का एकमात्र उद्देश्य रह गया है.

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बिहार में डबल इंजन सरकार “लूटो जितना लूट सको” की नीति :तेजस्वी प्रसाद यादव

तेजस्वी प्रसाद यादव ने कहा कि केंद्र सरकार के मंत्री बिहार आते हैं, लेकिन यह स्पष्ट नहीं करते है कि बिहार के लिए क्या योगदान दिया गया है. बिहार में डबल इंजन सरकार “लूटो जितना लूट सको” की नीति पर चल रही है. केंद्र से बिहार को कोई ठोस सहायता न मिलने के कारण सरकार यह नहीं बता रही कि इन योजनाओं के लिए धन कहां से आएगा.बिहार में संस्थागत भ्रष्टाचार, संगठित लूट और रिश्वतखोरी चरम पर है. बिहार की जनता ऊपर से नीचे तक अनियंत्रित भ्रष्टाचार, घूसखोरी और दलाली से त्रस्त है.ब्लॉक, थाना और हर स्तर पर भ्रष्टाचार बढ़ चुका है. ऐसा प्रतीत होता है कि बिहार की सरकार भ्रष्टाचारियों को संरक्षण देने के लिए ही अस्तित्व में है.

महिला संवाद” के नाम पर लूट : तेजस्वी

तेजस्वी यादव ने कहा कि बिहार जैसे गरीब राज्य में जनता के पैसो को लुटा जा रहा है .दिल्ली से 2 अरब 25 करोड़ रुपये में 600 डिजिटल रथ मंगवाकर “महिला संवाद” के नाम पर लुटा जा रहा है. चुनावी प्रचार के लिए सरकारी खजाने से इतनी बड़ी राशि रथ चलाने पर क्यों खर्च की जा रही है? संस्थागत और संगठित लूट का आलम यह है कि 10 भवनों के रखरखाव पर सरकार 688 करोड़ रुपये खर्च कर रही है. इन भवनों की साफ-सफाई और रखरखाव के लिए निजी कंपनियों को ठेका देने के बजाय सरकार ने सीधी भर्ती क्यों नहीं की? यदि सीधी भर्ती होती, तो हजारों लोगों को रोजगार मिलता.

नल-जल योजना में नल तो लगे हैं, लेकिन पानी नहीं : तेजस्वी

तेजस्वी प्रसाद यादव ने कहा कि नल-जल योजना में नल तो लगे हैं, लेकिन पानी नहीं मिल रहा, और यह योजना भ्रष्टाचार में डूबी हुई है। यह सर्वविदित है कि इस योजना में हजारों करोड़ रुपये की संस्थागत लूट हुई है.बिहार की जनता जानती है कि नल-जल योजना भ्रष्टाचार का प्रमुख केंद्र बन चूका है.

सरकार भ्रष्टाचारियों को बचाने में लगी है : तेजस्वी यादव

तेजस्वी प्रसाद यादव ने आगे कहा कि बिहार में 5,000 ऐसे पुल-पुलिए बनाए गए हैं, जिनके पास पहुंच मार्ग नहीं होने के कारण उनका उपयोग नहीं हो रहा. इन पुलों के निर्माण में हजारों करोड़ रुपये की लूट किसने की, इसकी जवाबदेही सरकार में बैठे लोगों को लेनी होगी. बिना एप्रोच रोड के किसने इस तरह के पुल-पुलिया बनाये और किसने संगठित लूट की इसपर सरकार को जवाब देना चाहिए .सरकार घिसे-पिटे जवाब देकर लाभ उठा रही है, जबकि हकीकत यह है कि इंजीनियरों के यहां छापेमारी में करोड़ों रुपये बरामद हो रहे हैं. सरकार भ्रष्टाचारियों को बचाने में लगी है और रिटायर्ड अधिकारियों को सेवा विस्तार देकर लूट का रास्ता प्रशस्त कर रही है.

अंत में

तेजस्वी प्रसाद यादव ने कहा कि महागठबंधन की सरकार बनने पर ग्लोबल टेंडर और संस्थागत भ्रष्टाचार से जुड़ी सभी लूट की गहन जांच की जाएगी.
साथ ही, भ्रष्टाचारियों को संरक्षण देने वालों की पहचान कर उनके खिलाफ कार्रवाई होगी.
इस संवाददाता सम्मेलन में राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्री उदय नारायण चौधरी, राष्ट्रीय प्रधान महासचिव श्री अब्दुल बारी सिद्दिकी, पूर्व मंत्री श्री शिवचंद्र राम, राज्यसभा सांसद श्री संजय यादव, प्रदेश मुख्य प्रवक्ता श्री शक्ति सिंह यादव, प्रदेश प्रवक्ता श्री एजाज अहमद और श्री प्रमोद कुमार सिन्हा उपस्थित थे.

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