सम्मेद शिखर क्या है ?
तीसरा पक्ष।।सम्मेद शिखर -भारत के झारखंड राज्य में जैन समुदायों का एक पवित्र तीर्थ स्थल है जो के गिरिडीह जिले में स्थित है. सम्मेद शिखर एक पहाड़ या एक पर्वत है जिसपर जैन समाज का पवित्र मंदिर है .जैन समाज के लोग इस पर्वत को पवित्र स्थल मानते है. यह सम्मेद शिखर पारसनाथ की पहाड़ियों पर स्थित है.
सम्मेद शिखर जैन धर्म के मानने वाले लोगो का एक बहुत ही पवित्र स्थल है जैन धर्म के लोग इसको सबसे पवित्र स्थलों में से सबसे प्रमुख माना है जैन धर्मग्रंथों के अनुशार जैन धर्म में 24 तीर्थकर थे जिसमे 20 जैन तीर्थकरो ने और बहूत से जैन समाज के संत एवं मुनिओ ने इस शिखर पर आकर मोक्ष की प्राप्ति किया था इसलिए यह पवित्र स्थल एक शिद्ध स्थान कहलाता है जैन धर्म के लोग इसको इस स्थल को सभी तीर्थ स्थलों का राजा माना है.
सम्मेद शिखर कहा पर है ?
सम्मेद शिखर भारत के झारखंड राज्य के गिरिडीह जिला में एक मधुबन नामक जगह है जहा पर सम्मेद शिखर स्थित है . यह जैन धर्म का एक प्रमुख तीर्थ स्थल है यह जैन स्थल पारसनाथ पर्वत कहलाता है.झारखंड से लेकर दिल्ली तक सम्मेद शिखर पर्वत को इको टूरिज्म का भाग घोषित करने पर विरोध हुआ है यहाँ तक की विदेशो में भी इसको भी जैन धर्म के लोगो ने विरोध प्रदर्शन किया है
सम्मेद शिखर विवाद क्या है ?
सम्मेद शिखर जैन समाज का प्रमुख तीर्थकरो में से एक है यह झारखंड के गिरिडीह जीले में स्थित है यह पारसनाथ पर्वत के नाम से जाना जाता है भारत सरकार का एक विभाग है वन एव पर्यावरण विभाग ने पारसनाथ पर्वत के एक भाग को वन जीव अभ्यारण्य बनाने की घोसना कर दिया है तथा केंद्र सरकार ने इक्को सेंसेटिव जोन बनाने का घोसना कर दिया है जबकि झारखंड के सरकार ने इसको अपना धार्मिक पर्यटन स्थल माना है लेकिन जैन समाज के लोगो का कहना हैकि इसको पर्यटन स्थल बनने से इस पवित्र स्थल की पवित्रता समाप्त हो जाएगी और लोग यहाँ आकर गलत गतिविधियों जैसे शराब ,मिट,मछली आदि का सेवन करेगे. यहाँ पर गलत गतिबिधिया शुरू हो जाएगी .ऐसा होने से जैन समाज के धार्मिक भावना को चोट पहुचेगा .जैन समाज के लोगो का कहना है कि इसको तीर्थ स्थल ही रहने दिया जाय और सरकार ने इसे पर्यटन बनाने का जो नोटिश जारी किया है उसको वापस लिया जाय . इस सम्मेद शिखर को लेकर अभी भी बिबाद चल रहा है और लगातार जारी है . जैन धर्म के लोगो ने इसको लेकर जगह जगह पर मौन प्रदर्शन भी कर रहे है .
सम्मेद शिखर विरोध–प्रदर्शन
सम्मेद शिखर जी पर्वत को पर्यटन स्थल बनाने कि घोषणा करने के बाद जैन धर्म के लोगो ने काफी नाराजगी जाहिर की है .उन्होने काफी धरना प्रदर्शन भी किया है. यह विरोध झारखंड से लेकर दिल्ली तक भी किया गया है. विदेशो में भी इसके बिरुद्ध में जैन समाज के लोगों ने बिरोध प्रदर्शन किया है. राजस्थान ,दिल्ली ,के साथ साथ विदेश के टोरेन्टो जैसे शहर में भी जैन समाज के लोनो ने विरोध जाहिर किया है .जैन समाज के लोगो ने झारखंड सरकार को पत्र लिखा और कहा कि आप ने सम्मेद शिखर जी पर्वत को पर्यटन स्थल बनाने की जो घोषणा किया है उसे वापस लिया जाय. जैन समाज के लोगो ने उस पर तत्काल सही फैसला लेने का विन्रम निवेदन भी किया है . हलाकि जैन समाज के लोगो के विरोध को देखते हुए सरकार ने भी बर्तमान में अपने फैसले पर रोक लगा दी है |
सम्मेद शिखर विवाद पर केंद्र सरकार ने झारखंड सरकार को दिया सुझाव
भारत सरकार ने झारखंड राज्य के गिरिडीह जिला मे स्थित सम्मेद शिखर जी पर्वत को इको टूरिज्म का भाग घोषित नहीं करने के मागो को सरकार ने मान लिया है. सरकार ने वर्तमान में सम्मेद शिखर पर्वत को पर्यटन स्थल बनाने की घोषणा पर भी रोक लगा दिया है. इस बिवाद को हल करने के लिए सरकार ने तीन लोगो की एक कमिटी बनाने का फैसला किया है जिसमे जैन धर्म के दो लोग और एक स्थानीय लोग को सामिल किया जाएगा .

I am a blogger and social media influencer. I am engaging to write unbiased real content across topics like politics, technology, and culture. My main motto is to provide thought-provoking news, current affairs, science, technology, and political events from around the world.