जो सोचता है वो तेजस्वी है, जो नकल करता है वो बीजेपी?
तीसरा पक्ष ब्यूरो पटना,12 जुलाई: बिहार के राजनीति में एक बार फिर से बयानबाज़ी का पारा चढ़ता हुआ दिखाई दे रहा है. राष्ट्रीय जनता दल (राजद) ने भाजपा पर गंभीर आरोप लगाते हुए उसे दृष्टिहीन नकलची करार दिया है.यह टिप्पणी RJD के आधिकारिक सोशल मीडिया X (पूर्व में ट्विटर) हैंडल से सामने आया है जिसमें पार्टी ने दावा किया है कि उनकी योजनाओं की घोषणा होते ही बीजेपी उनकी योजनाओ को नकल करने में जुट जाता है
क्या कहा गया है ट्वीट में?
RJD के ट्वीट में लिखा गया है कि
“प्रण और वचन मान जिन भी योजनाओं की घोषणाएं कर रहा हूं, भ्रष्ट भूंजा पार्टी उसे तुरंत कॉपी कर दे रही है.
पहले मुझसे पूछते हैं कि कहाँ से करूँगा? कहाँ से पैसा आएगा?
लेकिन चंद दिन बाद दृष्टिहीन नकलची लोग तुरंत उसकी नक़ल कर लेते हैं.
अब समझिए कितनी थकाऊ-उबाऊ और आउटडेटेड सरकार है ये.”
इस ट्वीट के जरिए राजद ने न केवल भाजपा पर तंज कसा है. बल्कि उसने यह भी दर्शाया है कि सत्ता पक्ष के पास न तो अपना कोई विज़न है और न ही जन-कल्याण के लिये नई सोच है.
बात कहां से शुरू हुई?
राष्ट्रीय जनता दल के नेता तेजस्वी यादव पिछले कुछ समय से बिहार में युवाओं के लिए रोजगार, शिक्षा, स्वास्थ्य और गरीबों के हक़ के योजनाओं की घोषणा कर रहे हैं. जब यह घोषणा किया जाता है तब बीजेपी के नेता अक्सर उनसे सवाल करते हैं कि इन योजनाओं के लिए पैसा कहां से आएगा संसाधन कैसे जुटाया जायेगा. लेकिन राजद का दावा है कि कुछ ही दिनों के बाद वही योजनाएं सत्ताधारी भाजपा के घोषणाओं और भाषणों में भी दिखाई देने लगता है.
राजद का यह टिप्पणी सीधे तौर पर भाजपा की ओर इशारा करता है, जिसमें आरोप लगाया गया है कि पार्टी उनकी कल्याणकारी योजनाओं को पहले आलोचना करता है और बाद में उन्हें अपने घोषणापत्र या अभियानों में शामिल कर लेता है.
कॉपी पॉलिटिक्स” का आरोप
इस बयान के बाद प्रदेश के सियासत में हलचल मच गई है. तेजस्वी यादव के नेतृत्व में राजद लगातार रोजगार, शिक्षा, स्वास्थ्य और सामाजिक न्याय के मुद्दों को उठाते हुए नए वादों की घोषणा कर रहे है. वहीं, बीजेपी पर योजनाओं के “कॉपी पॉलिटिक्स” का आरोप अब विपक्षी हमले का नया हथियार बन गया है.
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना यह है किबिहार विधान सभा चुनाव को देखते हुए यह बयान एक रणनीतिक चाल हो सकती है. जिससे RJD अपनी योजनाओं की मौलिकता और क्रेडिबिलिटी को जनता के सामने और मजबूत रूप में पेश करना चाहता है.
क्या है भ्रष्ट भूंजा पार्टी और ‘दृष्टिहीन नकलची’ का मतलब?
राजद के द्वारा ‘भ्रष्ट भूंजा पार्टी’ कहना एक राजनीतिक व्यंग्य है जो भाजपा को भ्रष्टाचार और पुराने विचारों वाली पार्टी के रूप में चित्रित करता है.वहीं ‘दृष्टिहीन नकलची’ का मतलब है कि उनके पास अपनी कोई दृष्टि नहीं है वह केवल दूसरों के योजनाओं का नकल करते हैं.
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राजनीतिक विश्लेषण: चुनावी रणनीति या सच्चाई की परछाई?
राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि यह बयान महज भावनात्मक नहीं है बल्कि चुनावी रणनीति का एक हिस्सा हो सकता है.यह RJD की तरफ से जनता को यह दिखाने की कोशिश किया है कि वे वाकई में एक “नीति निर्माता” हैं और BJP केवल “नीति नकलची”.
- इस बयान से RJD यह संदेश देना चाहता है कि
- उनके पास बिहार के लिए विजन और योजनाएं हैं
- बीजेपी केवल उनके पीछे-पीछे चल रही है
- सत्ताधारी दल की सोच खत्म हो चुकी है
जनता का क्या कहना है?
राजद के इस ट्वीट के बाद सोशल मीडिया पर बहस छिड़ गया है. कई लोगों ने RJD का समर्थन करते हुए लिखा कि बीजेपी पहले आलोचना करता है और बाद में उन्हीं योजनाओं को पेश करता है जैसे ये उनकी अपनी योजना हों.हालांकि जो बीजेपी समर्थक है इसे RJD का “ड्रामा पॉलिटिक्स” कह रहे हैं और दावा कर रहे हैं कि भाजपा के योजनाएं ज़मीनी स्तर पर ज्यादा प्रभावशाली रहा है.
आने वाले विधानसभा चुनाव में असर?
बिहार के विधानसभा चुनाव 2025 में यह मुद्दा बड़ा बन सकता है. RJD इसे एक नैरेटिव के रूप में गढ़ सकता है कि जो सोचता है वो तेजस्वी है जो नकल करता है वो बीजेपी”है.यह नैरेटिव युवाओं, बेरोज़गारों और योजनाओं के भरोसे बैठे आम लोगों को अपील कर सकता है.
निष्कर्ष: राजनीति या कॉपीराइट विवाद?
राजद और भाजपा की यह जुबानी जंग केवल बयानबाज़ी नहीं है बल्कि आने वाले समय में बिहार के सियासत की दिशा तय कर सकता है.जहां एक ओर तेजस्वी यादव अपनी योजनाओं के बल पर जनता का भरोसा जीतना चाह रहे हैं तो वहीं दूसरी तरफ भाजपा अपने प्रशासनिक अनुभव और ब्रांड वैल्यू के साथ मैदान में है.
लेकिन अगर नकल की राजनीति वाकई सामने आती है तो जनता को तय करना होगा कि असली सोच किसकी है.

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