जदयू को झटका, राजद को बढ़त: संजू कुशवाहा का सियासी पलटवार
तीसरा पक्ष ब्यूरो पटना, 26 जुलाई:बिहार की राजनीति में एक बार फिर हलचल तेज हो गया है. जनता दल यूनाइटेड (जदयू) महिला प्रकोष्ठ की प्रदेश उपाध्यक्ष संजू प्रिया कुशवाहा ने आज शनिवार को अपने सैकड़ों समर्थकों के साथ राष्ट्रीय जनता दल (राजद) की सदस्यता ग्रहण कर लिया है.यह घटनाक्रम पटना स्थित राजद के प्रदेश कार्यालय में हुआ. जहां पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया.
राजद के प्रदेश अध्यक्ष मंगनी लाल मंडल के अगुवाई में आयोजित इस कार्यक्रम में राजद महिला प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. कांति सिंह, युवा राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह सांसद अभय कुमार कुशवाहा, प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ. तनवीर हसन, प्रदेश महासचिव संजय यादव तथा प्रवक्ता एजाज अहमद जैसे कई वरिष्ठ नेता मौजूद रहे.
सदस्यता के साथ मिला गमछा, लालटेन और ‘गोपालगंज टू रायसीना’ की प्रति
संजू प्रिया कुशवाहा को राजद की औपचारिक सदस्यता प्रदान करते हुए पार्टी की पहचान ‘गमछा’ और चुनाव चिन्ह ‘लालटेन’ के साथ-साथ लालू प्रसाद यादव की जीवनी ‘गोपालगंज टू रायसीना’ भी भेंट किया गया है. यह प्रतीकात्मक सम्मान दर्शाता है कि राजद अब उन्हें अपने विचारधारा के एक सशक्त स्तंभ के रूप में देख रहा है.
राजद प्रवक्ता एजाज अहमद ने बताया कि संजू जी का पार्टी में आना महिला सशक्तिकरण के दिशा में एक नया अध्याय है.उनके जुड़ने से पार्टी को जमीनी स्तर पर काफी मजबूती मिलेगा.
राजद अध्यक्ष ने साधा नीतीश कुमार पर निशाना
प्रदेश अध्यक्ष मंगनी लाल मंडल ने इस मौके पर नीतीश कुमार पर तीखा हमला बोला है. उन्होंने कहा कि देश के संविधान और लोकतंत्र को कमजोर करने कि लगातार साजिश हो रहा है. अफसोस इस बात कि है कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ऐसी ताकतों के साझीदार बनते जा रहे हैं.
उन्होंने आगे कहा कि राजद एकमात्र ऐसी पार्टी है जो शोषितों, दलितों, पिछड़ों और वंचितों के अधिकारों के लिए लगातार संघर्षरत है.हमें मिलकर ऐसी शक्तियों को हराना होगा जो नफरत फैलाने का काम कर रहा हैं.
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तेजस्वी यादव की उपलब्धियों को बताया ‘ऐतिहासिक’
राजद नेताओं ने तेजस्वी यादव के 17 महीनों के उपमुख्यमंत्री कार्यकाल को ऐतिहासिक बताते हुए कहा उन्होंने कहा कि इस दौरान बिहार ने एक नई दिशा पकड़ी. रोजगार, स्वास्थ्य, शिक्षा, आईटी, पर्यटन और सिंचाई जैसे क्षेत्रों में उठाये गये कदमों ने युवाओं को नई आशा दिया है.
“तेजस्वी यादव ने नफरत की राजनीति को पीछे छोड़ विकास को केंद्र में रखा है. यह उनके नेतृत्व की सबसे बड़ी ताकत है:डॉ. तनवीर हसन ने कहा.
राजनीतिक समीकरणों पर क्या पड़ेगा असर?
संजू प्रिया कुशवाहा का राजद में आना सिर्फ एक व्यक्तिगत फैसला नहीं है बल्कि यह बिहार की बदलती राजनीतिक हवा का संकेत भी माना जा रहा है. जदयू के भीतर असंतोष की लहर और राजद की ओर बढ़ते भरोसे को यह घटनाक्रम साफ तौर पर दर्शाता है.
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि संजू प्रिया जैसे जमीनी नेताओं का राजद से जुड़ना आगामी विधानसभा चुनाव से पहले पार्टी को महिलाओं और पिछड़े वर्गों में और मजबूती देगा.
संजू प्रिया कुशवाहा ने क्या कहा?
राजद में शामिल होने के बाद संजू प्रिया कुशवाहा ने कहा,कि राजद एक विचारधारा है. जो न्याय, समता और संविधान के मूल्यों के लिए लड़ती है. तेजस्वी यादव के नेतृत्व में मुझे बिहार के भविष्य की उम्मीद दिखती है. मैं उनके साथ मिलकर राज्य के विकास और समाजिक न्याय की लड़ाई को आगे बढ़ाऊंगी.
निष्कर्ष
संजू प्रिया कुशवाहा की घर वापसी ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि बिहार में तेजस्वी यादव की स्वीकार्यता तेजी से बढ़ रहा है. वहीं नीतीश कुमार के नेतृत्व में जदयू की पकड़ ढीले होते नजर आ रहा है.आगामी चुनावों में इसका प्रभाव कितना गहरा होगा. यह आने वाला वक्त ही बताएगा लेकिन इतना तो तय है कि इस घटनाक्रम ने बिहार के राजनीति में नई सरगर्मी जरूर पैदा कर दिया है.

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