सावन मिलन के बहाने महिला कार्यकर्ताओं में नई ऊर्जा का संचार, एक महिला ही दूसरी महिला की सबसे बड़ी ताकत है!
तीसरा पक्ष ब्यूरो,रांची, 26 जुलाई 2025 — झारखंड महिला कांग्रेस द्वारा आयोजित संगठन सृजन कार्यक्रम एवं सावन मिलन समारोह में आज एक खास राजनीतिक संदेश गूंजा. इस कार्यक्रम में कांग्रेस की युवा नेत्री एवं झारखण्ड सरकार में कृषि, पशुपालन और सहकारिता मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की ने नारी सशक्तिकरण, संगठन में महिला भागीदारी और राजनीतिक समानता के मुद्दे को जोरदार तरीके से उठाया.
कार्यक्रम में झारखंड सरकार की ग्रामीण विकास मंत्री दीपिका पांडेय सिंह और महिला कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष गुंजन सिंह भी विशेष रूप से उपस्थित रहीं. शिल्पी नेहा तिर्की ने अपने संबोधन में कहा, “जब भी आधी आबादी को सम्मान देने की बात होती है, कांग्रेस का नाम सबसे पहले लिया जाता है.” उन्होंने झारखंड में कांग्रेस कोटे के चार मंत्रियों में से दो महिला मंत्रियों की नियुक्ति को पार्टी की नारी सशक्तिकरण की सोच का प्रमाण बताया.
संगठन में महिलाएं बनें निर्णायक शक्ति

शिल्पी ने इस मंच से महिलाओं को आह्वान किया कि वे केवल सामाजिक मुद्दों पर ही नहीं, बल्कि संगठनात्मक ढांचे में भी मजबूत भागीदारी दर्ज कराएं. उन्होंने कहा, “जब महिलाएं पुरुषों से बराबरी की बात करती हैं और उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलने की बात करती हैं, तब उन्हें संगठन के मोर्चे पर भी अपनी ताकत का अहसास कराना होगा.”
उन्होंने स्पष्ट किया कि प्रदेश से लेकर पंचायत स्तर तक चल रहे संगठन सृजन अभियान में महिलाओं की भागीदारी जितनी ज्यादा होगी, राजनीतिक प्रतिनिधित्व उतना ही मजबूत होगा.
“एक महिला ही दूसरी महिला की सबसे बड़ी ताकत”
कार्यक्रम के दौरान शिल्पी नेहा तिर्की ने महिलाओं को सामाजिक अन्याय और अत्याचार के खिलाफ एकजुट होकर आवाज उठाने की जरूरत पर बल दिया. उन्होंने कहा, “समाज में महिलाओं के साथ हो रहे अन्याय, अत्याचार और दुर्व्यवहार के खिलाफ महिलाओं को ही सबसे पहले आवाज उठानी होगी. एक महिला ही दूसरी महिला की ताकत है — इस बात को हर महिला को समझना और आत्मसात करना होगा.
ये भी पढ़ें:
- राज्य कृषि मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की खुद कीचड़ में उतरकर धान रोपने लगीं
- Jharkhand:मांडर में मेधावी छात्रों का सम्मान, शिक्षा को मिली नई उड़ान
सावन मिलन में दिखा महिला नेतृत्व का उत्साह
कार्यक्रम के दौरान महिला कांग्रेस कार्यकर्ताओं में जबरदस्त उत्साह देखने को मिला. यह महज एक सांस्कृतिक आयोजन नहीं, बल्कि महिलाओं को राजनीतिक और सामाजिक रूप से सशक्त करने की दिशा में एक अहम कदम साबित हुआ.
निष्कर्ष:
झारखंड में कांग्रेस महिला नेताओं की सक्रिय भूमिका यह संकेत देती है कि पार्टी आने वाले समय में महिला संगठनात्मक मजबूती को एक बड़ा हथियार बना सकती है। शिल्पी नेहा तिर्की की यह पहल न केवल महिला कांग्रेस को ऊर्जा देती है, बल्कि राज्य की आधी आबादी को यह विश्वास भी दिलाती है कि अब महिलाएं नेतृत्व की मुख्यधारा में मजबूती से खड़ी हैं.

I am a blogger and social media influencer. I am engaging to write unbiased real content across topics like politics, technology, and culture. My main motto is to provide thought-provoking news, current affairs, science, technology, and political events from around the world.