अखिलेश का बड़ा दावा,सत्ता की भूख ने पार्टी को तोड़ दिया है अंदर से!
तीसरा पक्ष ब्यूरो लखनऊ, 14 अगस्त 2025:उत्तर प्रदेश की राजनीति में एक बार फिर गरमी तेज हो गया है. समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) पर फर्जी वोटिंग जैसे गंभीर आरोप लगाकर सियासी भूचाल ला दिया है.यह बयान उन्होंने लखनऊ में दिया, जिसकी जानकारी समाजवादी पार्टी ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल X (पूर्व में ट्विटर) के माध्यम से सार्वजनिक किया है.
अखिलेश यादव ने न सिर्फ बीजेपी की चुनावी नीतियों पर सवाल उठाये बल्कि यह भी दावा किया कि आगामी चुनावों से पहले ही बीजेपी के अंदर टकराव और टूट की शुरुआत हो जायेगा. उनका तीखा हमला सीधे तौर पर लोकतंत्र की विश्वसनीयता और चुनावी प्रक्रिया की पारदर्शिता को लेकर था.
यह भारतीय जनता पार्टी के काम करने का तरीका है कि फर्जी वोट बढ़वाना.इसलिए पॉलीटिकल पार्टी के वर्कर्स को तैयार रहना पड़ेगा यह जो वोट चोरी है उसके लिए — अखिलेश यादव, X (पूर्व में ट्विटर) के हवाले से
तो आइए, जानते हैं अखिलेश यादव के इस बयान के पीछे की राजनीतिक रणनीति, इसके असर, और वह सब कुछ जो इस बयान को 2026 के लोकसभा चुनाव की तैयारी का आगाज़ बना रहा है…
फर्जी वोटिंग के सहारे सत्ता में टिकना चाहती है बीजेपी!
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने एक बार फिर भारतीय जनता पार्टी (BJP) पर तीखा हमला बोला है.लखनऊ में पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए उन्होंने सीधे आरोप लगाया कि बीजेपी चुनावों में ,फर्जी वोटिंग, के जरिए लोकतंत्र को कमजोर करने की कोशिश कर रहा है.उन्होंने विपक्षी दलों के कार्यकर्ताओं से आह्वान किया कि वे सतर्क रहें और जनता के वोट की रक्षा करें.
यह भारतीय जनता पार्टी के काम करने का तरीका है कि फर्जी वोट बढ़वाना – अखिलेश यादव
47 तो दूर, 27 से पहले ही तलवारें खिंच जाएंगी”: बीजेपी में अंदरूनी कलह की भविष्यवाणी
अखिलेश यादव ने न केवल सत्ताधारी दल की रणनीतियों पर सवाल उठाया बल्कि उसके भीतर चल रही खींचतान की ओर भी उन्होंने इशारा किया है .उनका दावा है कि बीजेपी में आंतरिक टकराव इतना गंभीर है कि अगला चुनाव आते-आते पार्टी के नेता आपस में ही भिड़ जाएंगे.
उन्होंने व्यंग्य करते हुए कहा कि 47 तो दूर, 27 से पहले ही यह लोग आपस में तलवारें खींच लेंगे.
यह बयान स्पष्ट रूप से बीजेपी की चुनावी रणनीति और उसके आंतरिक गतिरोध पर हमला करता है.
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जनता का गुस्सा झेल नहीं पा रही सरकार: अखिलेश यादव
अखिलेश यादव का कहना है कि बीजेपी सरकार जनता की अपेक्षाओं पर खरा नहीं उतरा है.महंगाई, बेरोजगारी और किसान मुद्दों पर विफलता ने लोगों में गुस्सा भर दिया है. जिसे सत्ताधारी दल नजरअंदाज कर रहा है.
सच्चाई तो यह है कि जनता के गुस्से का यह सामना नहीं कर सकते. जनता जानती है इनका विजन कुछ नहीं हो सकता.
यह बयान आने वाले समय में विपक्ष की जन आंदोलन की रणनीति की ओर भी इशारा करता है.
क्या है समाजवादी पार्टी की रणनीति?
समाजवादी पार्टी इस समय विपक्ष की धुरी बनने की कोशिश कर रहा है. पार्टी नेतृत्व स्पष्ट कर चुका है कि वह 2026 के लोकसभा चुनाव में न सिर्फ पूरी ताकत से लड़ेगा बल्कि बीजेपी को हर मोर्चे पर चुनौती भी देगा.अखिलेश यादव का यह बयान कार्यकर्ताओं को एकजुट करने और चुनावी मैदान में आक्रामक तेवर दिखाने का संकेत है.
इस बीच पार्टी ने बूथ स्तर पर तैयारी तेज कर दिया है.और फर्जी वोटिंग के आरोपों को लेकर चुनाव आयोग का भी रुख जानने की योजना बना रही है.
जनता का मूड क्या कहता है?
उत्तर प्रदेश की राजनीति में जनता का मूड इस बार निर्णायक भूमिका निभा सकता है.जिस तरह से अखिलेश यादव बीजेपी पर लगातार हमलावर हैं और जन मुद्दों को केंद्र में ला रहे हैं.उससे साफ है कि समाजवादी पार्टी इस बार जनसंवाद को अपनी ताकत बना रहा है.
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि अगर यही रुख बना रहा तो यूपी की सियासत में बड़ा बदलाव संभव है.

मेरा नाम रंजीत कुमार है और मैं समाजशास्त्र में स्नातकोत्तर (एम.ए.) हूँ. मैं महत्वपूर्ण सामाजिक, सांस्कृतिक एवं राजनीतिक मुद्दों पर गहन एवं विचारोत्तेजक लेखन में रुचि रखता हूँ। समाज में व्याप्त जटिल विषयों को सरल, शोध-आधारित तथा पठनीय शैली में प्रस्तुत करना मेरा मुख्य उद्देश्य है.
लेखन के अलावा, मूझे अकादमिक शोध पढ़ने, सामुदायिक संवाद में भाग लेने तथा समसामयिक सामाजिक-राजनीतिक घटनाक्रमों पर चर्चा करने में गहरी दिलचस्पी है.