लोकतंत्र की लड़ाई में छात्र अकेले नहीं, रामजीलाल सुमन ने जताया समर्थन
तीसरा पक्ष ब्यूरो अलीगढ़, 16 अगस्त 2025 —अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (AMU) के शांतिपूर्ण परिसर में इस बार छात्रों की आवाज़ गूंज रही है — आवाज़ न्याय की, लोकतंत्र की, और शिक्षा के अधिकार की है. फीस में बेतहाशा वृद्धि और छात्र संघ चुनावों की बहाली को लेकर छात्र पिछले कई दिनों से धरने पर बैठे हैं. इस विरोध को अब राजनीतिक समर्थन भी मिलने लगा है.
समाजवादी पार्टी ने अपने X (पूर्व में Twitter) हैंडल पर जो पोस्ट किया है, उसमें यह कहा गया है कि,
समाजवादी पार्टी के राज्यसभा सांसद श्री रामजीलाल सुमन जी ने अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में फीस वृद्धि, छात्र संघ चुनाव एवं अन्य मांगों को लेकर विगत कई दिनों से धरने पर बैठे छात्रों को समर्थन दिया एवं सरकार से उनकी मांगे पूरी करने की अपील किया.
समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद रामजीलाल सुमन ने छात्रों के बीच पहुंचकर न सिर्फ उनका हौसला बढ़ाया है.बल्कि सरकार से भी साफ शब्दों में अपील किया है कि छात्रों की मांगें तुरंत मानी जायें.आइए, आगे जानते हैं इस पूरे घटनाक्रम को विस्तार से — छात्रों की मांगें, राजनीतिक प्रतिक्रिया और सरकार पर बनता दबाव
पिछले कई दिनों से जारी है AMU छात्रों का धरना
अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (AMU) के छात्र बीते कई दिनों से फीस वृद्धि, छात्र संघ चुनाव की बहाली, और बुनियादी सुविधाओं की कमी जैसे मुद्दों को लेकर धरने पर बैठे हुये हैं.छात्रों का कहना है कि शिक्षा को महंगा बनाना और लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं को निलंबित करना युवाओं के भविष्य के साथ अन्याय है.
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समाजवादी पार्टी के सांसद रामजीलाल सुमन पहुंचे AMU, छात्रों से की मुलाकात
छात्रों के समर्थन में समाजवादी पार्टी के राज्यसभा सांसद श्री रामजीलाल सुमन खुद विश्वविद्यालय परिसर पहुंचे.उन्होंने छात्रों से संवाद किया और उनके शांतिपूर्ण आंदोलन की सराहना भी किया है. उन्होंने कहा कि ,
शिक्षा सबका अधिकार है. छात्रों की मांगें पूरी तरह न्यायसंगत हैं.सरकार को जल्द इन पर संज्ञान लेना चाहिये
क्या हैं छात्रों की प्रमुख मांगे?
छात्रों ने प्रशासन और सरकार के सामने निम्नलिखित प्रमुख मांगे रखी हैं:
- फीस वृद्धि को तत्काल वापस लिया जाए
- छात्र संघ चुनाव तत्काल कराए जाएं
- हॉस्टल, लाइब्रेरी, इंटरनेट जैसी मूलभूत सुविधाएं सुधारी जाएं
- छात्रों की समस्याओं पर संवाद के लिए स्थायी कमेटी बने
छात्रों का कहना है कि जब तक ठोस कदम नहीं उठाया जाता है तबतक वे अपना आंदोलन जारी रखेंगे.
समाजवादी पार्टी का आधिकारिक समर्थन, सरकार पर बढ़ा दबाव
समाजवादी पार्टी ने अपने X (पूर्व ट्विटर) हैंडल पर भी सांसद सुमन की उपस्थिति की जानकारी साझा की और छात्रों की मांगों को समर्थन दिया है. पार्टी ने कहा कि AMU जैसे ऐतिहासिक संस्थान में छात्रों के साथ अन्याय बर्दाश्त नहीं किया जायेगा .
इस राजनीतिक समर्थन के बाद अब सरकार पर छात्रों से बातचीत कर समाधान निकालने का दबाव बढ़ गया है.
क्या मिलेगा छात्रों को न्याय? अब सबकी निगाहें सरकार पर
अब सवाल यह है कि क्या सरकार छात्रों की मांगों पर गंभीरता से विचार करेगी?
क्या फीस वृद्धि और छात्र संघ चुनाव को लेकर छात्रों की आवाज़ सुनी जाएगी?
AMU छात्रों के इस आंदोलन ने एक बार फिर से छात्र राजनीति और शिक्षा प्रणाली में सुधार की बहस को तेज कर दिया है.

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