दरभंगा के ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय में ऐतिहासिक पहल
तीसरा पक्ष ब्यूरो पटना, 3 अक्टूबर 2025 – दरभंगा के ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय (LNMU) परिसर में एक ऐतिहासिक कदम उठाया जा रहा है.यहां भारत रत्न जननायक कर्पूरी ठाकुर जी की स्मृति में स्मृति सभा कक्ष का निर्माण कार्य प्रारंभ होने जा रहा है.इस महत्वपूर्ण अवसर पर बिहार विधान परिषद में विरोधी दल के मुख्य सचेतक श्री अब्दुल बारी सिद्दीकी कल, 4 अक्टूबर 2025 को शिलान्यास करेंगे.
यह पहल न केवल मिथिला विश्वविद्यालय बल्कि पूरे बिहार के सामाजिक और शैक्षिक वातावरण को नई दिशा देने वाली है. इस कार्यक्रम का आयोजन राष्ट्रीय जनता दल (राजद) शिक्षक प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष श्री कुमर राय के नेतृत्व में किया जा रहा है.
कर्पूरी ठाकुर: समाजवाद और सामाजिक न्याय के प्रतीक
भारत रत्न जननायक कर्पूरी ठाकुर सिर्फ एक नाम नहीं बल्कि समाजवाद, समानता और शिक्षा के प्रतीक माने जाते हैं. उन्होंने गरीबों, वंचितों और पिछड़ों के अधिकारों की आवाज़ बुलंद की. मुख्यमंत्री के रूप में उनके कार्यकाल ने बिहार की राजनीति और समाज को नई सोच दी.
दरभंगा विश्वविद्यालय परिसर में उनके नाम पर स्मृति सभा कक्ष का निर्माण उनकी विचारधारा को सम्मानित करने और आने वाली पीढ़ियों तक उनकी सीख को पहुँचाने का एक सशक्त माध्यम होगा.
शिलान्यास में अब्दुल बारी सिद्दीकी की भूमिका
विरोधी दल के मुख्य सचेतक श्री अब्दुल बारी सिद्दीकी इस ऐतिहासिक स्मृति सभा कक्ष का शिलान्यास करेंगे.कर्पूरी ठाकुर के विचारों को नई पीढ़ी तक पहुँचाने में यह कदम महत्वपूर्ण माना जा रहा है.
राजद शिक्षक प्रकोष्ठ ने इस दिशा में सक्रिय पहल करते हुए ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय प्रशासन से मुलाकात की और आवश्यक अनापत्ति प्रमाण पत्र (NOC) प्राप्त किया.उसके बाद, प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष श्री कुमर राय ने अब्दुल बारी सिद्दीकी से मिलकर इस परियोजना की रूपरेखा साझा की, जिसे उन्होंने सहर्ष स्वीकार किया और शिलान्यास की सहमति दी.
स्मृति सभा कक्ष का महत्व
स्मृति सभा कक्ष सिर्फ एक इमारत नहीं होगी, बल्कि यह एक ऐसा विचार मंच होगा जहां छात्र, शिक्षक और समाज के लोग सामाजिक न्याय, समानता और लोकतंत्र के विषयों पर संवाद कर सकेंगे.
शैक्षणिक और सामाजिक महत्व – यह सभा कक्ष छात्रों और शिक्षकों के बीच संवाद और विचार-विमर्श को बढ़ावा देगा.
ऐतिहासिक योगदान का सम्मान – कर्पूरी ठाकुर जैसे नेता के योगदान को संरक्षित कर नई पीढ़ी को उनकी विचारधारा से जोड़ना इसका मुख्य उद्देश्य है.
सामाजिक न्याय की दिशा में कदम – सभा कक्ष का निर्माण सामाजिक न्याय और समावेशी विकास की राह को मजबूत करेगा.
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राजद शिक्षक प्रकोष्ठ की पहल
राजद शिक्षक प्रकोष्ठ ने इस परियोजना को साकार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है.प्रदेश अध्यक्ष श्री कुमर राय ने अपने नेतृत्व में न केवल विश्वविद्यालय प्रशासन से सहयोग प्राप्त किया बल्कि पूरे कार्यक्रम की जिम्मेदारी भी संभाली.
उनका मानना है कि –
“भारत रत्न जननायक कर्पूरी ठाकुर स्मृति सभा कक्ष का निर्माण विश्वविद्यालय परिसर में एक बेहतर वातावरण तैयार करेगा और यह सामाजिक न्याय के लिए ऐतिहासिक कदम साबित होगा.
कार्यक्रम में शामिल होंगे प्रबुद्धजन
इस अवसर पर न केवल शिक्षक प्रकोष्ठ बल्कि विश्वविद्यालय परिवार, राजनीतिक नेता और स्थानीय प्रबुद्धजन भी मौजूद रहेंगे. इससे यह कार्यक्रम एक जन आंदोलन जैसा स्वरूप ग्रहण करेगा.
सामाजिक न्याय की विरासत को आगे बढ़ाने की कोशिश
कर्पूरी ठाकुर ने हमेशा गरीबों और वंचितों के अधिकारों के लिए संघर्ष किया. उनके कार्यों ने शिक्षा, रोजगार और राजनीति में समानता की नींव रखी.
दरभंगा विश्वविद्यालय परिसर में बनने वाला यह स्मृति सभा कक्ष उनकी उसी विरासत को जीवंत बनाएगा और आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करेगा कि समाजवाद और समानता के पथ पर चलना ही सच्ची प्रगति है.
निष्कर्ष
दरभंगा के ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय में भारत रत्न जननायक कर्पूरी ठाकुर स्मृति सभा कक्ष का निर्माण न केवल एक इमारत का शिलान्यास है, बल्कि यह सामाजिक न्याय और शिक्षा के क्षेत्र में एक आदर्श की स्थापना है.
अब्दुल बारी सिद्दीकी के हाथों होने वाला यह शिलान्यास बिहार की राजनीति और शिक्षा जगत में एक ऐतिहासिक क्षण साबित होगा. आने वाले समय में यह सभा कक्ष समाज के लिए विचारों का केंद्र बनेगा और कर्पूरी ठाकुर के सपनों को आगे बढ़ाएगा.

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