यूपी में दलित युवक की निर्मम हत्या ने झकझोरा प्रदेश को

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Kumar Ranjit

भारत
यूपी में दलित युवक की निर्मम हत्या ने झकझोरा प्रदेश को

हरिओम वाल्मीकि को न्याय दिलाने के लिए अजय राय पहुँचे परिवार से मिले

तीसरा पक्ष ब्यूरो पटना, 6 अक्टूबर — उत्तर प्रदेश के रायबरेली जिले में हुई दलित समाज के हरिओम वाल्मीकि की हत्या ने पूरे प्रदेश को हिला कर रख दिया है.बताया जा रहा है कि कुछ अराजक तत्वों ने हरिओम वाल्मीकि को बेरहमी से पीट-पीट कर मौत के घाट उतार दिया.यह घटना न केवल एक व्यक्ति की हत्या है, बल्कि यह समाज में व्याप्त जातिगत घृणा और असमानता का शर्मनाक उदाहरण भी है.

कांग्रेस की वरिष्ठ नेत्री सुप्रिया श्रीनेत ने इस घटना पर तीखी प्रतिक्रिया दी है.उन्होंने अपने आधिकारिक X (Twitter) हैंडल से जानकारी दी कि —

“यूपी कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय जी आज हरिओम बाल्मीकि जी के घर पहुँचे. परिवार से मुलाक़ात कर राहुल गांधी जी का संदेश दिया और न्याय दिलाने का वादा किया. दलित समाज के हरिओम वाल्मीकि को रायबरेली में अराजक गुंडों ने पीट-पीट कर मार डाला था. इन दरिंदों ने अपने को बाबा वाला बताया था. सुप्रिया श्रीनेत (@SupriyaShrinate)

कांग्रेस का संदेश: न्याय के बिना शांति नहीं

कांग्रेस का संदेश: न्याय के बिना शांति नहीं

जय राय ने रायबरेली पहुँचकर हरिओम वाल्मीकि के परिजनों से मुलाकात किया है . उन्होंने न केवल परिवार को सांत्वना दी बल्कि कांग्रेस पार्टी की ओर से यह भी स्पष्ट किया कि राहुल गांधी और पूरी पार्टी इस मामले में परिवार के साथ खड़ी है.

अजय राय ने कहा कि,

“यह सिर्फ एक परिवार का दर्द नहीं है, यह पूरे दलित समाज पर हमला है. कांग्रेस पार्टी तब तक चैन से नहीं बैठेगी जब तक दोषियों को कड़ी सजा नहीं मिलती.

यह बयान कांग्रेस की उस संवेदनशीलता को दर्शाता है जो सामाजिक न्याय और दलित अधिकारों के लिए पार्टी की प्रतिबद्धता को मजबूत बनाता है.

दलित समाज में आक्रोश, प्रशासन पर उठे सवाल

रायबरेली की यह घटना उत्तर प्रदेश सरकार की कानून व्यवस्था पर गंभीर प्रश्नचिह्न लगाती है. दलित समाज के संगठनों ने प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा है कि यदि समय पर कार्रवाई की जाती, तो यह घटना रोकी जा सकती थी.

स्थानीय लोगों का कहना है कि आरोपितों का राजनीतिक संरक्षण मिला हुआ था. घटना के बाद क्षेत्र में तनाव का माहौल है, और पुलिस ने शांति बनाए रखने के लिए अतिरिक्त बल तैनात किया है.

राहुल गांधी का मानवीय संदेश

सुप्रिया श्रीनेत ने बताया कि अजय राय के माध्यम से राहुल गांधी का व्यक्तिगत संदेश हरिओम वाल्मीकि के परिवार तक पहुँचाया गया. राहुल गांधी ने कहा कि वे इस दर्द को समझते हैं और न्याय के लिए हर स्तर पर संघर्ष करेंगे.

राहुल गांधी का यह संदेश बताता है कि कांग्रेस पार्टी केवल राजनीतिक बयानबाजी नहीं कर रही, बल्कि जमीन पर उतरकर पीड़ित परिवारों के साथ खड़ी है.

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सुप्रिया श्रीनेत की भूमिका: आवाज बनीं दलित न्याय की

सुप्रिया श्रीनेत ने हमेशा से सामाजिक न्याय, महिलाओं और वंचित वर्गों के मुद्दों पर मुखरता दिखाई है.उनके इस ट्वीट ने एक बार फिर दलित अत्याचार के खिलाफ राष्ट्रीय चर्चा को जन्म दिया है.

सोशल मीडिया पर हजारों लोगों ने उनके ट्वीट को शेयर करते हुए न्याय की मांग किया है.

राजनीतिक संदेश: कांग्रेस बनाम बीजेपी सरकार

कांग्रेस ने इस घटना को उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार की विफल कानून व्यवस्था का उदाहरण बताया है. पार्टी का कहना है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के राज में दलितों और पिछड़ों पर अत्याचार बढ़े हैं, और अपराधियों के हौसले बुलंद हैं.

अजय राय ने कहा —

सरकार सिर्फ नारों में दलित प्रेम दिखाती है, हकीकत में दलितों की आवाज दबाई जा रही है.लेकिन कांग्रेस इस अन्याय के खिलाफ सड़क से सदन तक लड़ाई लड़ेगी.

निष्कर्ष: न्याय की उम्मीद और संघर्ष की दिशा

हरिओम वाल्मीकि की मौत ने समाज में फिर एक बार यह सवाल खड़ा कर दिया है कि क्या वास्तव में दलित सुरक्षित हैं? क्या हमारी कानून व्यवस्था इतनी कमजोर है कि निर्दोष लोगों की जान जाती रहे?

कांग्रेस की पहल से पीड़ित परिवार में उम्मीद की किरण जगी है। अजय राय और सुप्रिया श्रीनेत के प्रयासों ने यह संदेश दिया है कि न्याय के लिए अगर आवाज बुलंद की जाए, तो सत्ता के गलियारे भी हिल सकते हैं.

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