बिहार में परिवर्तन की पुकार: तेजस्वी यादव ने दी 14 नवंबर 2025 की चुनौती
तीसरा पक्ष ब्यूरो पटना, 6 अक्टूबर 2025 — बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की तारीखों की घोषणा होते ही राज्य की राजनीति में हलचल तेज हो गया है.
नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने बिहारवासियों को संबोधित करते हुये 14 नवंबर 2025 को परिवर्तन दिवस के रूप में याद रखने की अपील किया है.
उन्होंने कहा कि यह तारीख बिहार के इतिहास में सुनहरे भविष्य और विकास की शुरुआत के रूप में दर्ज होगा.
परिवर्तन का बिगुल बज चुका है, जनता की जीत का शंखनाद हो चुका है.अब हर बिहारवासी को जुट जाना है महागठबंधन की सरकार बनाने के लिए — तेजस्वी यादव
अबकी बार बदलाव के लिए वोट करेगा बिहार
तेजस्वी यादव ने अपने संदेश में कहा कि बिहार के लोग अब बीस साल के दर्द और निराशा से मुक्त होना चाहते हैं.
उन्होंने स्पष्ट किया कि इस बार चुनाव केवल सत्ता परिवर्तन का नहीं, बल्कि नीति और नीयत के परिवर्तन का चुनाव होगा.
देश के सबसे युवा राज्य में अबकी बार युवा बेरोजगारी खत्म करने के लिए वोट करेंगे.
बिहार में एक भी ऐसा घर नहीं रहेगा जिसका युवा बेरोजगार होगा. सबको नौकरी मिलेगी, सम्मान मिलेगा.
तेजस्वी यादव ने कहा कि जो काम NDA सरकार 17 साल में नहीं कर पाई, उसे उन्होंने अपने 17 महीनों के कार्यकाल में साबित करके दिखाया था.
20 साल के कुशासन से मुक्ति का समय आ गया है
तेजस्वी यादव ने अपने भाषण में बिहार के पिछले दो दशकों पर कड़ा प्रहार किया.
उन्होंने कहा कि 20 सालों में बिहार ने अपराध, भ्रष्टाचार, घोटाले, पेपरलीक, पलायन, और प्रशासनिक अराजकता जैसी अनेकों समस्याएँ झेली हैं.
उन्होंने गिनाया कि,
मुजफ्फरपुर बालिका गृह कांड, सरकारी भ्रष्टाचार, लाठीचार्ज, महिलाओं का अपमान, अस्पतालों की बदहाली, किसानों की बदकिस्मती और नौजवानों की बेरोजगारी —
यह सब उस शासन का प्रमाण है जो जनता की नहीं, सत्ता की चिंता करता रहा.
तेजस्वी ने कहा कि अब बिहारवासी इस ‘निष्ठुर और जर्जर सरकार’ से मुक्त होने को आतुर हैं.
बिहार को चाहिए युवा, विजनरी और निर्भीक मुख्यमंत्री
तेजस्वी यादव ने यह भी कहा कि बिहार को अब ऐसा नेतृत्व चाहिए जो केवल कुर्सी पर नहीं, काम पर यकीन करे.
उन्होंने कहा की,
बिहार को ऐसा मुख्यमंत्री चाहिए जो जनता की आवाज बने, अपराधियों को कानून के डर से थरथराए.
और जो बिहार के हक़ के लिए दिल्ली तक गरज सके. हमें एक ऐसा सीएम चाहिए जो ‘Change Maker’ हो.
तेजस्वी यादव ने अपने आप को बिहार के युवाओं, गरीबों, दलितों, शोषितों और वंचितों की आवाज बताया.
उन्होंने कहा कि उनका लक्ष्य सिर्फ सत्ता प्राप्त करना नहीं, बल्कि बिहार का पुनर्निर्माण करना है.
ये भी पढ़े :बिहार की जनता अब भाजपा-एनडीए के भ्रमजाल में फँसने वाली नहीं: अरुण यादव
ये भी पढ़े :राजद प्रवक्ता का बड़ा बयान: SIR रिपोर्ट पर गंभीर सवाल
नया बिहार — रोजगार, शिक्षा और सम्मान का
तेजस्वी यादव ने स्पष्ट कहा कि उनकी सरकार बनने के साथ ही पहले दिन से बिहार परिवर्तन की नई कहानी लिखेगा.
उन्होंने कहा कि उनकी प्राथमिकता होगी —
हर युवा को रोजगार
हर किसान को उचित मूल्य और सहायता
हर महिला को सुरक्षा और सम्मान
हर परिवार को बेहतर स्वास्थ्य और शिक्षा सुविधा
हर नागरिक को भ्रष्टाचार मुक्त शासन
उनके अनुसार, महागठबंधन की सरकार बनते ही बिहार फिर से विकास के रास्ते पर तेज़ रफ़्तार से दौड़ेगा.
चुनाव नहीं, बिहार का महाउत्सव
तेजस्वी यादव ने अपने संबोधन के अंत में कहा कि यह चुनाव सिर्फ राजनीतिक कार्यक्रम नहीं, बल्कि बिहार का उत्सव है.
उन्होंने कहा कि दिवाली और छठ पूजा के बाद अब 14 नवंबर को बिहारवासी अपने 20 साल के इंतजार का अंत देखेंगे.
14 नवंबर को हर बिहारवासी बनेगा ‘C.M.’ यानी Change Maker — नए बिहार का भाग्यविधाता.
निष्कर्ष: अब बिहार का समय आ गया है
बिहार के लोग अब परिवर्तन के लिए तैयार हैं.
तेजस्वी यादव का यह संबोधन केवल एक भाषण नहीं, बल्कि बिहार के भविष्य की दिशा में नई उम्मीद का संदेश है.
चुनाव 2025 न केवल राजनीतिक संघर्ष है, बल्कि जनता बनाम जड़ शासन की निर्णायक लड़ाई भी है.
अब देखना यह होगा कि क्या बिहार इस बार वाकई अपने भाग्य को बदलने के लिए वोट करेगा और तेजस्वी यादव के नेतृत्व में नए बिहार की शुरुआत करेगा.
I am a blogger and social media influencer. I am engaging to write unbiased real content across topics like politics, technology, and culture. My main motto is to provide thought-provoking news, current affairs, science, technology, and political events from around the world.



















