बिहार चुनाव 2025: सीईओ बैठक में राजद ने उठाया तबादलों का मुद्दा

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Ajit Kumar

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बिहार चुनाव 2025: सीईओ बैठक में राजद ने उठाया तबादलों का मुद्दा

अमर्यादित बयानों और घुसपैठिए टिप्पणी पर कार्रवाई की मांग

तीसरा पक्ष ब्यूरो पटना, 7 अक्टूबर 2025 — राजनीतिक सरगर्मी के बीच आज बिहार के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी (CEO) श्री विनोद सिंह गुंजियाल के साथ हुई राजनीतिक दलों की बैठक में कई अहम मुद्दे उठाया गया है .इस बैठक में राष्ट्रीय जनता दल (राजद) ने सरकार द्वारा पिछले कुछ दिनों में किए गए प्रशासनिक अधिकारियों के स्थानांतरण को लेकर गंभीर सवाल खड़ा किए और इस पर तत्काल कार्रवाई की मांग किया गया है.

अमर्यादित बयानों और घुसपैठिए टिप्पणी पर कार्रवाई की मांग

राजद प्रतिनिधिमंडल ने मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी को ज्ञापन सौंपते हुए कहा कि हाल ही में जिन अधिकारियों का स्थानांतरण किया गया है, उनमें से कई अधिकारी ऐसे हैं जिनकी पदस्थापना सिर्फ 45 दिन पहले ही हुई था .यह न केवल चुनावी प्रक्रिया में हस्तक्षेप की कोशिश है बल्कि प्रशासनिक निष्पक्षता पर भी प्रश्नचिह्न लगाता है.

राजद ने जताई चिंता — राजनीतिक दबाव में हुए तबादले

राजद प्रवक्ता चित्तरंजन गगन ने बैठक के बाद बताया कि इस मुद्दे पर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी से तत्काल हस्तक्षेप करने की मांग की गई है.
उनका कहना था कि,

राजनीतिक दबाव में ऐसे कई अधिकारियों का तबादला किया गया है जो चुनावी प्रक्रिया में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे थे. चुनाव आयोग को यह सुनिश्चित करना चाहिये कि प्रशासनिक व्यवस्था पर किसी प्रकार का राजनीतिक प्रभाव न पड़े.

राजद के साथ-साथ महागठबंधन के अन्य दलों के प्रतिनिधियों ने भी इस मुद्दे का समर्थन किया और राज्य सरकार की मंशा पर सवाल उठाया है.
उन्होंने कहा कि चुनाव से ठीक पहले इस तरह के स्थानांतरण लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं की निष्पक्षता को कमजोर कर सकता हैं.

विदेशी घुसपैठिए शब्द के इस्तेमाल पर उठे सवाल

विदेशी घुसपैठिए शब्द के इस्तेमाल पर उठे सवाल

बैठक में राजद सहित कई दलों ने नेताओं द्वारा हाल के भाषणों में प्रयुक्त विदेशी घुसपैठिए जैसे शब्दों का मुद्दा भी उठाया गया है.
राजद नेताओं ने कहा कि जब एस.आई.आर. (SIR) के तहत मतदाता सूची में किसी भी विदेशी घुसपैठिए का नाम नहीं पाया गया, तो इस तरह की भाषा का इस्तेमाल चुनावी माहौल को प्रभावित करने का प्रयास है.

राजद प्रवक्ता चित्तरंजन गगन ने कहा —

यदि एसआईआर में एक भी विदेशी घुसपैठिए का नाम नहीं मिला है, तो ऐसे बयान देने वाले नेताओं के खिलाफ चुनाव आयोग को सख्त कार्रवाई करनी चाहिये.
यह न केवल मतदाताओं को गुमराह करता है बल्कि समाज में नफरत और भ्रम फैलाने की कोशिश है.

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अमर्यादित भाषा पर कार्रवाई की मांग

बैठक में यह भी कहा गया कि कुछ नेताओं द्वारा चुनावी भाषणों में व्यक्तिगत आरोपों और अमर्यादित टिप्पणियों का प्रयोग बढ़ता जा रहा है.
राजद और अन्य दलों ने आयोग से मांग की है कि ऐसे सभी मामलों पर तुरंत और निष्पक्ष कार्रवाई किया जायें, ताकि चुनावी मर्यादा और लोकतांत्रिक शालीनता बनी रहे.

लोकतंत्र की मर्यादा बनाए रखना चुनाव आयोग की जिम्मेदारी है.
व्यक्तिगत स्तर पर की जाने वाली टिप्पणियाँ न केवल चुनावी आचार संहिता का उल्लंघन हैं बल्कि सामाजिक सौहार्द के लिए भी खतरा हैं.
— चित्तरंजन गगन, प्रदेश प्रवक्ता, राजद बिहार

बैठक में मौजूद प्रमुख दल और प्रतिनिधि

इस महत्वपूर्ण बैठक में राजद की ओर से
लोकसभा सांसद सुधाकर सिंह
राज्यसभा सांसद अभय कुशवाहा
पार्टी प्रवक्ता चित्तरंजन गगन
और महासचिव मुकुंद सिंह (कार्यालय प्रभारी) उपस्थित रहे.

इसके अलावा कांग्रेस, भाजपा, जदयू, भाकपा-माले, सीपीएम, सीपीआई, लोजपा (राष्ट्रीय), लोजपा (रामविलास) और बसपा जैसे दलों के प्रतिनिधि भी बैठक में शामिल हुये.
बैठक के दौरान सभी दलों ने चुनाव आयोग से पारदर्शी और निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करने की मांग की गई है.

निष्कर्ष: लोकतंत्र की परीक्षा का समय

बिहार में चुनावी माहौल लगातार गरमाता जा रहा है.
ऐसे में प्रशासनिक तबादले, विवादास्पद बयानबाजी और चुनावी प्रक्रिया की निष्पक्षता से जुड़े सवाल चुनाव आयोग के सामने गंभीर चुनौती बन चुका हैं.
राजद और महागठबंधन ने यह मांग किया है कि आयोग तटस्थ भूमिका निभाए और राजनीतिक प्रभाव से मुक्त प्रशासन सुनिश्चित करे, आने वाले दिनों में बिहार की राजनीति का प्रमुख मुद्दा बन सकती है.

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