दीपंकर भट्टाचार्य ने कहा — बिहार फिर से जेपी की राह पर चल पड़ा है
तीसरा पक्ष ब्यूरो पटना, 11 अक्टूबर 2025 —लोकनायक जयप्रकाश नारायण की जयंती के अवसर पर आज पटना के गांधी मैदान में स्थित उनकी प्रतिमा पर भाकपा(माले) महासचिव का. दीपंकर भट्टाचार्य ने माल्यार्पण किया.इस दौरान उन्होंने कहा कि तानाशाही और भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाना बिहार की ऐतिहासिक परंपरा रही है, और आज एक बार फिर पूरा बिहार उसी विरासत को आगे बढ़ा रहा है.
बिहार फिर से लोकनायक के रास्ते पर
दीपंकर भट्टाचार्य ने कहा कि लोकनायक जयप्रकाश नारायण सिर्फ एक व्यक्ति नहीं थे, बल्कि वे लोकतंत्र की आत्मा थे.उन्होंने देश को यह सिखाया कि जब सत्ता अहंकारी हो जाये , तो जनता ही सबसे बड़ा सुधारक बन जाता है.
भट्टाचार्य ने आगे कहा कि,
आज जब देश में लोकतंत्र और संविधान पर बार-बार हमले हो रहा हैं, तब बिहार को एक बार फिर जेपी के रास्ते पर चलकर भाजपा-जद(यू) की तानाशाही से मुक्ति की भूमिका निभाना होगा .
उन्होंने यह भी कहा कि जिस तरह जेपी आंदोलन ने इंदिरा गांधी की आपातकालीन तानाशाही को चुनौती दिया था, उसी तरह आज के दौर में भी बिहार लोकतंत्र की रक्षा में अगुआ बनेगा.
भ्रष्टाचार और तानाशाही के खिलाफ बिहार की पुकार
भाकपा(माले) महासचिव ने कहा कि बिहार की जनता अन्याय, शोषण और तानाशाही के खिलाफ हमेशा डटकर खड़ा रहा है.
उन्होंने कहा कि,
आज जब जनता बेरोजगारी, महंगाई और भ्रष्टाचार से त्रस्त है, तब बिहार की आवाज सबसे बुलंद है.यहां की जनता लोकतंत्र, संविधान और जन-अधिकारों की रक्षा के लिए सड़क से लेकर विधानसभा तक संघर्ष कर रही है.
दीपंकर ने यह भी जोड़ा कि बिहार के नौजवान, किसान और मजदूर एक नई राजनीतिक दिशा की तलाश में हैं — जो समानता, न्याय और सम्मान पर आधारित हो.
जेपी की जयंती पर लोकतांत्रिक संकल्प
कार्यक्रम के दौरान एमएलसी शशि यादव, वीरेंद्र झा ‘भाई साहब’, पूर्व छात्र नेत्री दिव्या गौतम, जितेंद्र यादव, रणविजय कुमार, संतोष सहर, पुनीत पाठक और अली शाहिद सहित बड़ी संख्या में माले के नेता और कार्यकर्ता मौजूद रहे.
सभी ने मिलकर जयप्रकाश नारायण की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित किया और लोकतंत्र की रक्षा का संकल्प लिया.
इस मौके पर माले कार्यकर्ताओं ने कहा कि बिहार की जनता कभी तानाशाही के आगे नहीं झुका है और न ही झुकेगा.
लोकनायक जयप्रकाश नारायण का नारा,
सिंहासन खाली करो कि जनता आती है
आज भी उतना ही प्रासंगिक है जितना 1974 में था.
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भाकपा(माले) का लोकतंत्र बचाओ अभियान
दीपंकर भट्टाचार्य ने बताया कि पार्टी आने वाले महीनों में लोकतंत्र बचाओ, संविधान बचाओ अभियान को पूरे बिहार में जनआंदोलन का रूप देने जा रही है.
उन्होंने कहा कि यह सिर्फ राजनीतिक लड़ाई नहीं बल्कि देश की आत्मा को बचाने की लड़ाई है.
इस अभियान के तहत गांव-गांव जाकर जनता को जेपी के आदर्शों से जोड़ा जाएगा और युवाओं में लोकतांत्रिक मूल्यों को पुनर्जीवित किया जाएगा.
निष्कर्ष
लोकनायक जयप्रकाश नारायण की जयंती पर भाकपा(माले) महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य का संदेश सिर्फ एक औपचारिक श्रद्धांजलि नहीं, बल्कि बिहार की नई राजनीतिक दिशा का ऐलान है.
बिहार की जनता ने हमेशा अन्याय के खिलाफ आवाज उठाई है, और इस बार भी वह लोकतंत्र और संविधान की रक्षा में निर्णायक भूमिका निभाने को तैयार है.

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