विरोधियों की नींद उड़ गई! BSP की रैली में गूंजा मिशन 2027
तीसरा पक्ष ब्यूरो लखनऊ, 9 अक्टूबर 2025 — बहुजन समाज पार्टी (बी.एस.पी.) की राष्ट्रीय अध्यक्ष बहन मायावती ने अपने गुरु और पार्टी के संस्थापक मान्यवर कांशीराम जी के 19वें परिनिर्वाण दिवस पर लखनऊ में आयोजित विशाल रैली के माध्यम से एक बार फिर यह स्पष्ट कर दिया है कि बहुजन समाज आने वाले चुनावों में पूरी मजबूती से उतरने के लिए तैयार है.
लखनऊ के वी.आई.पी. रोड स्थित ‘मान्यवर श्री कांशीराम जी स्मारक स्थल पर आयोजित इस ऐतिहासिक आयोजन ने न केवल बी.एस.पी. के जनाधार को प्रदर्शित किया, बल्कि यह संदेश भी दिया कि अब बहुजन समाज शोषित से शासक वर्ग बनने की दिशा में निर्णायक कदम उठा चुका है.

रिकॉर्ड तोड़ भीड़ और युवाओं का जोश
मायावती के नेतृत्व में आयोजित इस परिनिर्वाण दिवस पर भीड़ ने सभी पुराने रिकार्ड तोड़ है. हर उम्र के लोगों के साथ विशेष रूप से युवाओं और महिलाओं की भारी उपस्थिति ने यह दर्शाया कि बहुजन मिशन अब नए जोश और उमंग के साथ आगे बढ़ रहा है.
लोग अपने ख़ून-पसीने की कमाई से कार्यक्रम में शामिल हुए — यह भावनात्मक जुड़ाव ही बी.एस.पी. की असली ताकत है.
लखनऊ की सड़कों पर बहन जी आप संघर्ष करो, हम आपके साथ हैं और 2027 में बहन जी की सरकार बनेगी जैसे गगनभेदी नारों से वातावरण गूंज उठा.
विरोधियों की नींद उड़ाने वाला संकल्प
मायावती ने कहा कि इस रैली में उपस्थित भीड़ और उनके संकल्प को देखकर विरोधी पार्टियों और संगठनों की, नींद उड़ जाना स्वाभाविक है. उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि अब बहुजन समाज किसी भी साम, दाम, दंड, भेद की राजनीति में नहीं फंसेगा.
उन्होंने कार्यकर्ताओं से अपील किया कि विरोधी दलों की बेतुकी बातों और बयानबाज़ी को महत्व न दें, बल्कि मिशन 2027 की तैयारी में तन, मन और धन से जुट जाये.
बहुजन से शासक वर्ग — बाबा साहेब का सपना
मायावती ने अपने संदेश में कहा कि बहुजन समाज आज जिस मजबूती से आगे बढ़ रहा है, वह डॉ. भीमराव अंबेडकर के उस सपने की पूर्ति की दिशा में कदम है, जिसमें उन्होंने कहा था — शोषित वर्ग को अपने मतों के बल पर शासक वर्ग बनना होगा.
बी.एस.पी. का यही उद्देश्य है — समाज के हर उस वर्ग को सशक्त बनाना, जो वर्षों से उपेक्षित और वंचित रहा है.
मायावती ने दोहराया कि अब समय आ गया है जब बहुजन समाज अपने बल पर इतिहास रचेगा और उत्तर प्रदेश सहित पूरे देश में सामाजिक न्याय की नई धारा प्रवाहित करेगा.
कार्यकर्ताओं की मेहनत और अनुशासन को सराहना
बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख ने इस आयोजन को सफल बनाने में लगे सभी पदाधिकारियों, नेताओं, कार्यकर्ताओं और समर्थकों का दिल से आभार जताया है .
उन्होंने कहा कि यूपी के सभी 75 जिलों से लाखों की संख्या में लोग पहुंचे और पूरी तरह अनुशासन के साथ कार्यक्रम में शामिल हुये.
कार्यकर्ताओं ने न केवल भीड़ को सुरक्षित लाने और ले जाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, बल्कि यह भी सुनिश्चित किया कि आयोजन किसी तरह की अव्यवस्था के बिना संपन्न हो.
मायावती ने इसे बी.एस.पी. अनुशासन और समर्पण का जीवंत उदाहरण बताया है.
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देशभर से कांशीराम को श्रद्धांजलि
मायावती ने उन सभी लोगों को भी धन्यवाद दिया जिन्होंने देश के विभिन्न राज्यों और जिलों में अपने-अपने स्तर पर कार्यक्रम आयोजित कर कांशीराम जी को श्रद्धा-सुमन अर्पित किए और उनके मिशन को आगे बढ़ाने का संकल्प लिया.
उन्होंने कहा — “शीराम जी का मिशन केवल उत्तर प्रदेश का नहीं, बल्कि पूरे भारत का आंदोलन है.
मिशन 2027: बहनजी की पाँचवीं बार सरकार का लक्ष्य
बी.एस.पी. कार्यकर्ताओं का उत्साह यह दर्शाता है कि वे अब केवल पार्टी के लिए नहीं, बल्कि एक आदर्श सामाजिक परिवर्तन के लिए संघर्ष कर रहे हैं.
मिशन 2027 अब केवल चुनावी नारा नहीं, बल्कि एक जन आंदोलन बन चुका है जिसका लक्ष्य है — बहन मायावती को पाँचवीं बार उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री बनाना.
मायावती ने अंत में कहा कि अगर बहुजन समाज इसी एकता, अनुशासन और समर्पण के साथ आगे बढ़ा, तो कोई भी ताकत उन्हें सत्ता से दूर नहीं रख सकती.
निष्कर्ष
कांशीराम जी का परिनिर्वाण दिवस अब केवल एक श्रद्धांजलि दिवस नहीं, बल्कि बहुजन चेतना का पुनर्जागरण दिवस बन चुका है.
मायावती का यह संदेश स्पष्ट है — अब विरोधियों की बातों पर ध्यान नहीं, बल्कि बाबा साहेब और कांशीराम के मिशन को साकार करने की ठान लीजिए.
बहुजन समाज का यह संकल्प ही आने वाले वर्षों में उत्तर प्रदेश की राजनीति की दिशा और दशा तय करेगा.
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