बिहार भ्रष्टाचार और बेरोजगारी के टाइम बम पर बैठा है : तेजस्वी यादव

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Ajit Kumar

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बिहार भ्रष्टाचार और बेरोजगारी के टाइम बम पर बैठा है : तेजस्वी यादव

नीतीश सरकार पर बड़ा हमला, नीतीश बने भ्रष्टाचार के धृतराष्ट्र

तीसरा पक्ष ब्यूरो पटना, 28 सितम्बर 2025 – बिहार की राजनीति में एक बार फिर से हलचल मच गई है. नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव ने रविवार को पटना स्थित अपने आवास पर आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और एनडीए सरकार पर गंभीर आरोप लगाये हैं.उन्होंने कहा कि बिहार भ्रष्टाचार और बेरोजगारी के टाइम बम पर बैठा हुआ है और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भ्रष्टाचार के मामलों में धृतराष्ट्र की तरह कार्य कर रहे हैं. तेजस्वी यादव ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि जनता के पैसों की लूट हो रही है, लेकिन सरकार इस पर मौन है.

बिहार की तिजोरी खाली और बढ़ता कर्ज

बिहार की तिजोरी खाली और बढ़ता कर्ज

तेजस्वी यादव ने कहा कि बिहार की एनडीए सरकार जनता को यह क्यों नहीं बताती कि वह प्रतिदिन लगभग 65 करोड़ रुपये कर्ज के रूप में चुका रही है.उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से पूछा कि क्या सरकार के पास कोई ठोस विजन और डाटा है? लगातार घोषणाएं की जा रही हैं, लेकिन आम जनता पर केवल बोझ डाला जा रहा है.

बिहार का कुल बजट 3.95 लाख करोड़ रुपये होने के बावजूद करीब 2 लाख करोड़ रुपये का कमिटेड खर्च है.ऐसे में पुल, सड़क, बिल्डिंग और अन्य योजनाओं के लिए जो फंड बचता है, वह बहुत ही सीमित है.

घोषणाओं की राजनीति बनाम हकीकत

तेजस्वी ने कहा कि मई 2025 से अब तक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 1.15 लाख करोड़ की योजनाओं की घोषणा की है और नीतीश कुमार ने भी अपनी यात्राओं में 50 हजार करोड़ की योजनाएं घोषित किये थे.लेकिन इन घोषणाओं पर काम कहां हुआ? इन पर कितना पैसा खर्च हुआ और इसका हिसाब कौन देगा?

उन्होंने सवाल उठाया कि जब सरकार लगातार घोषणाएं कर रही है तो राजस्व कैसे बढ़ाया जाएगा? आखिर ये फंड आएगा कहां से?

महिला रोजगार योजना पर कटाक्ष

महिला रोजगार योजना पर कटाक्ष

राजद नेता ने नीतीश सरकार की महिला रोजगार योजना को पूरी तरह छलावा बताया है.उन्होंने कहा कि महिलाओं को 10 हजार रुपये देने की घोषणा असल में सालाना सिर्फ 500 रुपये, यानी प्रति माह 41.66 रुपये और प्रति दिन 1.38 रुपये के बराबर है.

तेजस्वी ने व्यंग्य करते हुए कहा कि “क्या 20 साल के राज के बाद बिहार की महिलाओं को इतना ही आर्थिक न्याय मिलेगा?

भ्रष्टाचार का जाल और धृतराष्ट्र की भूमिका

भ्रष्टाचार का जाल और धृतराष्ट्र की भूमिका

नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा है कि बिहार में भ्रष्टाचार चरम पर है.

सरकारी भवनों की सफाई के नाम पर 700 करोड़ रुपये खर्च किया जा रहा है.

शिक्षा विभाग, बिजली विभाग और इंजीनियरों के पास से करोड़ों रुपये बरामद हुआ हैं.

लेकिन कार्रवाई कहीं दिखाई नहीं देती.

उन्होंने नीतीश कुमार को “भ्रष्टाचार के धृतराष्ट्र” बताया और कहा कि उनकी आंखों के सामने घोटाले हो रहे हैं, लेकिन वे चुप हैं.

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CAG रिपोर्ट और एजेंसियों की चुप्पी

तेजस्वी ने सवाल किया कि 71 हजार करोड़ रुपये के सीएजी घोटाले पर मुख्यमंत्री जवाब क्यों नहीं देते? उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री मोदी और नीतीश कुमार ने भ्रष्टाचार पर समझौता कर लिया है.

तेजस्वी ने पत्रकारों को प्रधानमंत्री मोदी का वह वीडियो भी दिखाया जिसमें उन्होंने नीतीश कुमार के 32 घोटालों का जिक्र किया था. लेकिन अब उसी मुद्दे पर प्रधानमंत्री मौन क्यों हैं?

राजद का वादा: महिलाओं को सालाना 30 हजार रुपये

तेजस्वी यादव ने वादा किया कि अगर उनकी सरकार बनती है तो बिहार की महिलाओं को सालाना 30 हजार रुपये दिए जाएंगे.उन्होंने इसे आर्थिक न्याय की दिशा में ठोस कदम बताया.

भ्रष्टाचारियों की लिस्ट होगी सार्वजनिक

तेजस्वी ने कहा कि वे बिहार के सभी बड़े भ्रष्टाचारियों की सूची तैयार कर रहे हैं और इसे जल्द ही जनता के सामने लाया जायेगा.उन्होंने सवाल उठाया कि आखिर सीबीआई और ईडी जैसे जांच एजेंसियां क्या कर रही हैं? क्या ये केवल विपक्ष पर कार्रवाई के लिए बनी हैं?

निष्कर्ष

तेजस्वी यादव का यह हमला बिहार की राजनीति में बड़ा असर डाल सकता है.उन्होंने बेरोजगारी, भ्रष्टाचार और सरकारी घोषणाओं की सच्चाई पर सीधा सवाल खड़ा किया है.अब यह देखना दिलचस्प होगा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और एनडीए सरकार इन सवालों का जवाब देती है या फिर खामोशी ओढ़ लेती है.

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