डॉ. दिलीप जायसवाल ने चुनाव आयोग से की 16 सूत्री सुझाव सहित मांग
तीसरा पक्ष ब्यूरो पटना, 4 अक्टूबर। बिहार भाजपा ने विधानसभा चुनाव 2025 को लेकर चुनाव आयोग से बड़ी मांग की है. भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. दिलीप जायसवाल ने आयोग के साथ हुई बैठक में कहा कि बिहार जैसे राज्य में निष्पक्ष और पारदर्शी चुनाव के लिए चुनाव एक ही चरण में कराए जाने चाहिए.इसके साथ ही भाजपा ने चुनाव आयोग को 16 सूत्री मांग और सुझाव भी सौंपे हैं.
इस अवसर पर भाजपा ने मतदाता सूची की पारदर्शी तैयारी के लिए भारतीय निर्वाचन आयोग को बधाई दी.पार्टी ने सभी 38 जिलों और 243 विधानसभा क्षेत्रों में दो लाख बीएलए की सक्रिय भूमिका का स्वागत किया.
भाजपा की 16 सूत्री मांग और सुझाव
भाजपा द्वारा चुनाव आयोग को सौंपे गए पत्र में कई अहम बिंदुओं पर जोर दिया गया है. इनमें मुख्य रूप से सुरक्षा, मतदान केन्द्रों का स्थान, मतदाता जागरूकता और पारदर्शिता को लेकर सुझाव शामिल हैं.
एक चरण में चुनाव कराने की मांग
भाजपा ने कहा कि अगर चुनाव एक ही चरण में होंगे तो इससे प्रशासनिक संसाधनों का बेहतर उपयोग होगा और मतदाताओं में निष्पक्षता का विश्वास बढ़ेगा.
धार्मिक स्थलों के पास मतदान केन्द्र न हों
पार्टी ने इस बात पर नाराजगी जताई कि कई मतदान केन्द्र धार्मिक स्थलों के पास बने हुए हैं.भाजपा ने मांग किया कि ऐसे मतदान केन्द्रों को बदलकर सरकारी भवनों में शिफ्ट किया जाए ताकि विवाद और असुविधा से बचा जा सके.
मतदाता स्लिप का समय पर वितरण
भाजपा ने चुनाव आयोग से आग्रह किया कि चुनाव शुरू होते ही मतदाता स्लिप सही ढंग से और समय पर वितरित की जाए, ताकि मतदाता बिना किसी परेशानी के अपने मतदान केंद्र तक पहुंच सकें.
दियारा और टाल क्षेत्रों में घुड़सवार सुरक्षा
बाढ़ प्रभावित और कठिन इलाकों में सुरक्षा की विशेष व्यवस्था पर जोर दिया गया.भाजपा ने कहा कि दियारा और टाल इलाकों में घुड़सवार सुरक्षाकर्मियों की तैनाती होनी चाहिए.
नदी वाले इलाकों में नावों की जांच
भाजपा ने मांग की कि चुनाव के दौरान नावों की सघन जांच की जाए और मतदान के दो दिन पहले से नाव परिचालन पर रोक लगाई जाए.
फ्लैग मार्च और बॉर्डर सीलिंग
चुनाव से एक दिन पूर्व विधानसभा क्षेत्र में केंद्रीय सुरक्षा बलों द्वारा फ्लैग मार्च कराने और मतदान के दिन जिला व विधानसभा क्षेत्र की सीमाओं को सील रखने की मांग रखी गई.
सीसीटीवी और वेबकास्टिंग
भाजपा ने चुनाव आयोग से आग्रह किया कि सभी मतदान भवनों पर सीसीटीवी कैमरे लगाकर निगरानी की जाए और संवेदनशील व अति संवेदनशील केंद्रों की वेबकास्टिंग सुनिश्चित की जाए.
सिंगल विंडो सिस्टम और पारदर्शिता
सिंगल विंडो सिस्टम के टेबल की संख्या बढ़ाने तथा सभी अधिकारियों के संपर्क सूत्र (टेलीफोन नंबर, मोबाइल नंबर, ईमेल आदि) को समाचार पत्रों में प्रकाशित करने का सुझाव भी दिया गया.
दबंगई और धमकी पर रोक
भाजपा ने शिकायत किया कि चुनाव के दौरान अतिपिछड़ा, दलित और कमजोर तबकों को दबंगों द्वारा डराया-धमकाया जाता है. इसके समाधान के लिए पार्टी ने मांग किया कि मतदान से दो दिन पहले से ही ऐसे क्षेत्रों में केंद्रीय सुरक्षा बलों की गश्ती बढ़ाई जाए.
मतदाता जागरूकता अभियान
भाजपा ने कहा कि एसएमएस और आईवीआरएस कॉल के माध्यम से मतदाताओं को जागरूक किया जाए. साथ ही एसएमएस के जरिए मतदाता पर्ची भी उपलब्ध कराई जाए.
मतदान केन्द्र की दूरी 2 किलोमीटर से अधिक न हो
चुनाव आयोग से आग्रह किया गया कि 1950 के नियम के अनुसार मतदान केन्द्र मतदाता के घर से अधिकतम 2 किलोमीटर की दूरी पर ही निर्धारित किए जाएं.
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भाजपा की चुनाव आयोग को बधाई
बैठक के बाद भाजपा अध्यक्ष डॉ. दिलीप जायसवाल ने चुनाव आयोग को धन्यवाद दिया कि इस बार मतदाता सूची बेहद पारदर्शी और व्यवस्थित तरीके से तैयार की गई है. उन्होंने कहा कि भाजपा पूरी तरह से पारदर्शिता और लोकतंत्र की मजबूती के पक्ष में है और इसी कारण उसने यह 16 सूत्री मांग चुनाव आयोग के सामने रखी है.
निष्कर्ष
बिहार भाजपा की यह पहल इस बात को दर्शाती है कि पार्टी एक पारदर्शी, सुरक्षित और निष्पक्ष चुनाव चाहती है. एक चरण में चुनाव कराने से जहां प्रशासनिक बोझ कम होगा, वहीं मतदाता भी सुरक्षित वातावरण में लोकतांत्रिक अधिकार का प्रयोग कर सकेंगे.
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 नजदीक हैं और ऐसे में भाजपा की यह मांग राजनीतिक हलकों में चर्चा का विषय बन गई है.अब देखना होगा कि चुनाव आयोग इन सुझावों पर किस तरह से विचार करता है.

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