बिहार में बेलगाम अपराध का तांडव: जानीपुर में दो मासूमों की दर्दनाक हत्या

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Ajit Kumar

बिहार
बिहार में बेलगाम अपराध का तांडव: जानीपुर में दो मासूमों की दर्दनाक हत्या

एजाज अहमद का तीखा प्रहार:अपराधी मस्त, प्रशासन पस्त, नेता मलाई में व्यस्त

तीसरा पक्ष ब्यूरो, पटना 31 जुलाई:बिहार में बढ़ते अपराध और गिरती कानून व्यवस्था को लेकर एक बार फिर से सवाल उठ खड़ा हुआ है. राजधानी पटना के जानीपुर इलाके में हुई वीभत्स घटना ने पूरे राज्य को दहला दिया है. जानकारी के अनुसार, कुछ अज्ञात अपराधियों ने दो मासूम बच्चों को जिंदा जलाकर मार डाला. यह अमानवीय घटना न केवल इंसानियत को शर्मसार करता है. बल्कि शासन-प्रशासन की नाकामी को भी साफ-साफ उजागर करता है.

इस हृदयविदारक घटना ने हर संवेदनशील नागरिक को झकझोर दिया है. पीड़ित परिवार का रो-रोकर बुरा हाल है और आसपास के लोग गहरे सदमे में हैं.
वहीं इस मुद्दे को लेकर सियासत भी तेज हो गया है .

राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के प्रदेश प्रवक्ता एजाज अहमद ने इस घटना को लेकर नीतीश सरकार पर सीधा हमला बोला है. उन्होंने कहा कि बिहार में अपराधी बेखौफ हो चुके हैं. जानीपुर की यह निर्मम घटना यह साबित करता है कि अब अपराधियों को कानून का कोई डर नहीं रह गया है.

शासन-प्रशासन पूरी तरह फेल, नेता मलाई काटने में व्यस्त हैं: एजाज अहमद

राजद प्रवक्ता ने कहा कि बिहार में अपराधी मस्त हैं, शासन और प्रशासन पूरी तरह पस्त हैं. जो नेता और अधिकारी जनता की सुरक्षा की जिम्मेदारी उठाने की बजाय सत्ता की मलाई काटने में लगे हैं. वो राज्य को अराजकता की ओर धकेल रहा हैं.

एजाज अहमद ने इस घटना की कड़ी निंदा करते हुए दोषियों की अविलंब गिरफ्तारी और इस पूरे मामले की उच्च स्तरीय जांच की मांग किया है . उनका कहना है कि जब तक सरकार अपराधियों पर सख्त कार्रवाई नहीं करेगा तब तक ऐसी घटनाएं रुकने वाला नहीं हैं.

उन्होंने यह भी कहा कि यह घटना केवल दो मासूमों की हत्या नहीं है.बल्कि यह पूरे बिहार की कानून व्यवस्था के मुंह पर तमाचा है. यह एक सामाजिक और प्रशासनिक विफलता है.जिससे अब आंखें चुराना संभव नहीं.

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जनता में डर और गुस्सा दोनों

इस घटना के बाद स्थानीय लोगों में गहरा आक्रोश है. लोगों का कहना है कि इलाके में लंबे समय से अपराधी सक्रिय हैं. लेकिन पुलिस और प्रशासन की ओर से कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया. यही लापरवाही अब जानलेवा साबित हो रहा है.

बच्चों की हत्या के बाद इलाके में तनाव का माहौल है और पुलिस की तैनाती बढ़ा दिया गया है. हालांकि अब तक अपराधियों की गिरफ्तारी नहीं हो सका है. जिससे लोगों का गुस्सा और बढ़ रहा है.

कब सुधरेगी बिहार की कानून व्यवस्था?

बिहार में अपराध को लेकर समय-समय पर सवाल उठते रहा हैं.हत्या, लूट, अपहरण और बलात्कार जैसे मामलों में लगातार बढ़ोतरी देखा गया है.विपक्ष इस मुद्दे को बार-बार उठाता रहा है.लेकिन सरकार की ओर से केवल आश्वासन ही मिलता रहा है .

राजद समेत अन्य विपक्षी दल लगातार यह आरोप लगाते रहे हैं कि नीतीश सरकार अपराधियों पर लगाम कसने में नाकाम रहा है.

एजाज अहमद की मांगें

  • घटना की उच्च स्तरीय न्यायिक जांच कराई जाए.
  • दोषियों की तत्काल गिरफ्तारी हो.
  • पीड़ित परिवार को मुआवजा और सुरक्षा दी जाए.
  • बिहार सरकार कानून व्यवस्था की समीक्षा करे और ठोस रणनीति बनाए.

निष्कर्ष

जानीपुर में दो मासूमों की हत्या ने पूरे राज्य को झकझोर दिया है.यह केवल एक आपराधिक घटना नहीं. बल्कि बिहार के सामाजिक ढांचे और प्रशासनिक तंत्र की गहराई तक फैली विफलता का प्रतीक है. सवाल यह है कि क्या सरकार जागेगी या फिर मासूमों की आहें भी सत्ता के गलियारों में गूंजे बिना रह जाएंगी?

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