बिहार में गरमाई सियासत, महिला मोर्चा ने कहा- माँ का अपमान नहीं सहेंगे
तीसरा पक्ष ब्यूरो पटना, 2 सितंबर:प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की माँ पर कथित आपत्तिजनक टिप्पणी को लेकर बिहार की राजनीति में जबरदस्त उबाल आ गया है. दरभंगा में राजद और कांग्रेस के साझा मंच से की गई इस अमर्यादित टिप्पणी के खिलाफ एनडीए के घटक दलों ने एक सुर में कड़ी निंदा की है. इस मामले को सिर्फ एक माँ नहीं, बल्कि देश की हर माँ का अपमान’ बताया गया है.
इस गंभीर घटना के खिलाफ विरोध दर्ज कराने हेतु एनडीए की महिला इकाइयों ने 4 सितंबर को सुबह 7 बजे से दोपहर 12 बजे तक बिहार बंद का आह्वान किया है. यह बंद प्रतीकात्मक होगा और आपातकालीन सेवाएं इससे मुक्त रहेंगी.
यह अपमान सिर्फ एक माँ का नहीं, बल्कि सम्पूर्ण मातृत्व का है
राजधानी पटना स्थित भाजपा प्रदेश कार्यालय में आयोजित एक संयुक्त प्रेस वार्ता में एनडीए के सभी घटक दलों ने इस विवादित बयान को लेकर महागठबंधन पर तीखा हमला बोला.
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. दिलीप जायसवाल ने तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा,
माँ भगवान का रूप होती है. जो माँ हमें जन्म देती है, पालती-पोसती है, क्या उसे गालियाँ देना किसी भी सूरत में स्वीकार्य है? यह बिहार की अस्मिता के साथ खिलवाड़ है.
उन्होंने कहा कि यह घटना राज्य को कलंकित करने वाली है और एनडीए महिला मोर्चा ने इसका सशक्त विरोध करने का निर्णय लिया है.
महागठबंधन की चुप्पी = अहंकार?
जदयू प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने इस पर चुप्पी साधे रहने के लिए महागठबंधन की आलोचना की और कहा कि ,
आज तक राजद या कांग्रेस की ओर से न तो माफी मांगी गई और न ही खेद व्यक्त किया गया.यह उनके अहंकार को दर्शाता है.
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि बंद के दौरान आम नागरिकों को परेशानी न हो, इसका पूरा ध्यान रखा जाएगा. रेलवे और मेडिकल सेवाएं सामान्य रहेंगी.
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महिलाओं का अपमान, राजद-कांग्रेस की पुरानी आदत
लोजपा (रामविलास) के प्रदेश अध्यक्ष राजू तिवारी ने आरोप लगाया कि महिलाओं के प्रति अपमानजनक व्यवहार महागठबंधन की राजनीतिक संस्कृति का हिस्सा है.
अनिल कुमार, अध्यक्ष, हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा ने कहा है कि,
इस तरह की भाषा और व्यवहार 15 साल पुराने जंगलराज की याद दिलाते हैं. यह वही पुरानी सोच है, जो चुनाव आते ही फिर से उभर आती है.
माँ में बंटवारा नहीं होता
राष्ट्रीय लोक मोर्चा के अध्यक्ष मदन चौधरी ने भावुक होकर कहा है कि ,
किसी की भी माँ, माँ होती है.उसका सम्मान हर धर्म, जाति और राजनीति से ऊपर है.जो लोग मंच से माँ को अपमानित करते हैं, वे समाज को विभाजित कर रहे हैं.
महिलाओं की अगुवाई में सड़कों पर उतरेगा एनडीए
एनडीए के महिला मोर्चा की ओर से बंद की अगुवाई की जाएगी. जदयू महिला मोर्चा की अध्यक्ष भारती मेहता ने कहा कि मिथिला की धरती से पीएम मोदी की माँ पर की गई टिप्पणी न केवल बिहार, बल्कि सम्पूर्ण नारी समाज का अपमान है.
भाजपा महिला मोर्चा की बेबी कुमारी, लोजपा (आर) की शोभा सिन्हा, और रालोमो की स्मृति कुशवाहा ने भी इस दौरान सशक्त प्रतिरोध की बात कही.
4 सितंबर को मातृशक्ति देगी जवाब
एनडीए महिला मोर्चा के नेतृत्व में 4 सितंबर को आयोजित बिहार बंद अब केवल एक राजनीतिक विरोध नहीं, बल्कि नारी गरिमा के सम्मान की लड़ाई बन गई है.
इस विवाद ने एक बार फिर यह प्रश्न खड़ा कर दिया है कि क्या राजनीतिक विरोध के नाम पर निजी जीवन, विशेषकर महिलाओं और माताओं पर अमर्यादित टिप्पणियाँ जायज़ हैं?
नज़रें अब 4 सितंबर पर टिकी हैं, जब बिहार की सड़कों पर मातृशक्ति अपनी आवाज़ बुलंद करेगी.

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