लालू यादव ने नीतीश पर बोला तीखा हमला,क्या बिहार में कानून मर चुका है?
तीसरा पक्ष डेस्क,पटना: बिहार की राजनीति एक बार फिर गरमा गई है. राजद प्रमुख और पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर कानून व्यवस्था को लेकर बड़ा हमला बोला है.उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘X’ (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट करते हुए बिहार में बढ़ती आपराधिक घटनाओं और विशेष रूप से हत्याओं पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं.
लालू यादव ने तीखे शब्दों में पूछा—
नीतीश बतावें कि शाम पाँच बजे से पहले घर में घुसकर ही कितनी हत्याएं हो रही है?
उन्होंने आगे दावा किया कि नीतीश कुमार के शासनकाल में अब तक 65,000 लोगों की हत्याएं हो चुकी हैं. यह आंकड़ा लालू ने आधिकारिक स्रोतों के हवाले से बताया और इसे राज्य की विफल कानून व्यवस्था का प्रमाण बताया.
नीतीश-बीजेपी सरकार को बताया ‘विधि व्यवस्था का संहारक’
अपने पोस्ट में लालू यादव ने नीतीश कुमार और उनकी सहयोगी भाजपा सरकार पर कानून व्यवस्था को पूरी तरह नष्ट करने का आरोप लगाया.
उन्होंने लिखा—
नीतीश-बीजेपी ने विधि व्यवस्था का दम ही नहीं निकाला, बल्कि उसका अंतिम संस्कार भी कर दिया है.
पुलिस तंत्र पर भी उठाए सवाल
लालू यादव ने बिहार पुलिस की कार्यशैली पर भी सवाल उठाए और कहा कि—
बिहार में इतनी भ्रष्ट, लापरवाह और कामचोर पुलिस कभी भी नहीं रही, जैसी आज है
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क्या है राजनीतिक मायने?
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह बयान 2025 विधानसभा चुनावों की तैयारी के लिहाज़ से काफी अहम है. नीतीश कुमार की छवि एक ‘सुशासन बाबू’ के रूप में रही है, लेकिन लगातार बढ़ते अपराध और हत्या जैसे मामलों पर विपक्ष इस छवि को तोड़ने की कोशिश कर रहा है.
सरकार की प्रतिक्रिया का इंतजार
अब तक नीतीश कुमार या जदयू की ओर से इस बयान पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है.हालांकि, बीजेपी के कुछ नेताओं ने लालू यादव के बयान को ‘राजनीतिक स्टंट’ बताया है और कहा कि राज्य की कानून व्यवस्था पहले से बेहतर है.
निष्कर्ष
बिहार में हत्या और अपराध के मामलों को लेकर विपक्ष एक बार फिर हमलावर हो गया है. लालू यादव द्वारा उठाए गए 65,000 हत्याओं के आंकड़े ने जनता और मीडिया का ध्यान खींचा है. देखना यह होगा कि नीतीश कुमार इस पर क्या जवाब देते हैं और क्या वाकई राज्य की कानून व्यवस्था उस मोड़ पर पहुंच चुकी है, जहां जनता खुद को असुरक्षित महसूस कर रही है.

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