बिहार विधानसभा में विपक्ष के विरोध पर भाजपा अध्यक्ष ने विपक्ष को घेरा

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Ajit Kumar

बिहार
बिहार विधानसभा में विपक्ष के विरोध पर भाजपा अध्यक्ष ने विपक्ष को घेरा

काले कपड़े में लोकतंत्र पर वार? डॉ. जायसवाल बोले – जनता का अपमान कर रहा विपक्ष

तीसरा पक्ष ब्यूरो पटना, 22 जुलाई: बिहार विधानसभा में विपक्ष द्वारा काला कपड़ा पहनकर किए गये विरोध प्रदर्शन पर भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. दिलीप जायसवाल ने तीखी प्रतिक्रिया दिया है.उन्होंने इस प्रदर्शन को लोकतांत्रिक प्रक्रिया के विरुद्ध बताते हुए कहा कि यह न केवल सदन की गरिमा के खिलाफ है. बल्कि जनता के दिए गए जनादेश का भी अपमान है.

डॉ. जायसवाल ने कहा कि लोकतंत्र में असहमति का अधिकार सभी को है. लेकिन विरोध के नाम पर सदन का काम ठप करना और हंगामा करना जनहित के विरुद्ध है.जिन्हें जनता ने नकार दिया है. वे अब सड़कों पर ड्रामा कर रहे हैं. उन्होंने तल्ख लहजे में कहा.

जनता जागरूक है, डरने वाली नहीं

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने स्पष्ट किया कि बिहार का आम मतदाता अब पहले से ज्यादा सतर्क और जागरूक है. वह साफ-सुथरी और पारदर्शी वोटर लिस्ट चाहता है. न कि अफवाहों और भ्रम फैलाने वाली राजनीति.

SIR प्रक्रिया को लेकर विपक्ष पर सीधा वार

वोटर लिस्ट के विशेष पुनरीक्षण (SIR) को लेकर विपक्ष द्वारा लगाए गए बैकडोर NRC और मतदाता वंचना जैसे आरोपों को डॉ. जायसवाल ने पूरी तरह खारिज कर दिया है उन्होंने कहा कि यह पूरी प्रक्रिया सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में पारदर्शी तरीके से चल रहा है.और इसमें केवल मृतक, फर्जी या दोहरे नामों को हटाया जा रहा है.

कोई भी वैध मतदाता इससे प्रभावित नहीं हो रहा है. उन्होंने दोहराया. इसके साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि चुनाव आयोग ने सुप्रीम कोर्ट में दायर 88 पृष्ठों के हलफनामे में यह स्पष्ट किया है कि SIR के दौरान किसी की नागरिकता पर सवाल नहीं उठाया जाएगा .यह प्रक्रिया केवल मतदाता सूची की शुद्धता सुनिश्चित करने के लिए है.

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विपक्ष पर ड्रामेबाज़ी का आरोप

डॉ. दिलीप जायसवाल ने विपक्ष को मुद्दों की राजनीति करने की सलाह दिया और कहा कि लोकतांत्रिक व्यवस्था में संवाद और बहस से समाधान निकलते हैं. न कि काले कपड़ों और नारों से. उन्होंने कहा कि जनता ऐसे ड्रामों से भ्रमित नहीं होने वाली है वह जानती है कि कौन उसके विकास के लिए काम कर रहा है और कौन सिर्फ सस्ती लोकप्रियता के लिए प्रदर्शन कर रहा है.

जनता की उम्मीदों पर खरी उतर रही है एनडीए सरकार

अपने वक्तव्य के अंत में भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि केंद्र और राज्य की एनडीए सरकारें विकास, सुशासन और पारदर्शिता के साथ जनता की अपेक्षाओं पर खरी उतर रही हैं.उन्होंने भरोसा जताया कि जनता विपक्ष की नकारात्मक राजनीति को नकार चुका है और अब ऐसी कोशिशों का कोई स्थान लोकतंत्र में नहीं रह गया है.

निष्कर्ष

विधानसभा में हंगामे और आरोप-प्रत्यारोप की राजनीति के बीच यह साफ है कि बिहार की राजनीति अब पारदर्शिता बनाम भ्रम की लड़ाई में तब्दील हो चुका है. आने वाले दिनों में यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या विपक्ष कोई ठोस वैकल्पिक एजेंडा प्रस्तुत कर पाता है.या केवल प्रतीकों और विरोध के ज़रिए ही अपनी सियासत आगे बढ़ाता रहेगा.

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