बिहार में वोटर अधिकार यात्रा की शुरुआत: लोकतंत्र की नई हुंकार सासाराम से

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Ajit Kumar

बिहार
बिहार में वोटर अधिकार यात्रा की शुरुआत: लोकतंत्र की नई हुंकार सासाराम से

भाकपा(माले) महासचिव का. दीपंकर रहेंगे अग्रिम पंक्ति में

तीसरा पक्ष ब्यूरो पटना, 16 अगस्त 2025 — बिहार की सियासत एक नए जनांदोलन की दस्तक देने जा रहा है. 17 अगस्त से सासाराम के सुअरा में INDIA गठबंधन की बहुचर्चित वोटर अधिकार यात्रा की शुरुआत होगा. इस ऐतिहासिक यात्रा में भाकपा(माले) महासचिव का. दीपंकर भट्टाचार्य पूरे समय भाग लेंगे जो इसे जनसंपर्क और राजनीतिक संवाद का एक प्रभावी मंच बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे.

यह यात्रा 17 अगस्त से लेकर 1 सितंबर 2025 तक बिहार के विभिन्न जिलों से होकर गुजरेगा और राजधानी पटना में एक विशाल जनसमारोह के साथ इसका समापन होगा. इसका मकसद है— चुनावी धांधलियों के खिलाफ़ जन-प्रतिरोध को संगठित करना और रोज़गार, शिक्षा, स्वास्थ्य, खेती-किसानी और सामाजिक न्याय जैसे बुनियादी सवालों को केंद्र में लाना.

कौन होंगे साथ?

सासाराम की शुरुआत सभा में भाकपा(माले) और इंसाफ मंच के कई प्रमुख नेता शामिल होंगे, जिनमें शामिल हैं.

  • का. कुणाल (राज्य सचिव, भाकपा माले)
  • सांसद का. राजा राम सिंह (काराकाट), सांसद का. सुदामा प्रसाद (आरा)
  • विधायक का. अरुण सिंह (काराकाट), का. अजित कुमार सिंह (डुमरांव), का. शिवप्रकाश रंजन (अगिआंव)
  • का. शशि यादव (एमएलसी), का. मनोज मंजिल (पूर्व विधायक व राज्य अध्यक्ष, खेत एवं ग्रामीण मजदूर सभा)
  • का. अमर सिंह (पोलित ब्यूरो सदस्य), का. संतोष सहर (समकालीन लोकयुद्ध के संपादक)
  • का. कयामुद्दीन अंसारी, का. रविशंकर राम, का. कैसर नेहाल (इंसाफ मंच से)

और कई अन्य जिला व केंद्रीय स्तर के पदाधिकारी,इन नेताओं की मौजूदगी यात्रा को न केवल राजनीतिक धार देगा बल्कि यह जनता से सीधा संवाद स्थापित करने का अवसर भी प्रदान करेगा.

क्या है यात्रा का मकसद?

यह केवल एक यात्रा नहीं, बल्कि एक संगठित जनचेतना अभियान है जो यह सवाल उठाता है —

जब लोकतंत्र की बुनियादी शर्तें ही खतरे में हों, तो जनता कैसे चुप रहे?

यात्रा के दौरान जगह-जगह जनसभाएं, नुक्कड़ सभाएं, जनसंपर्क अभियान और स्थानीय मुद्दों पर संवाद आयोजित होंगा. हर जिले में गठबंधन की समन्वय समितियाँ सक्रिय हैं. और साझा प्रचार सामग्री व रणनीतियाँ पहले ही तैयार की जा चुका हैं.

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गठबंधन का संदेश: आइए, लोकतंत्र को बचाएं!

INDIA गठबंधन ने आम जनता से अपील किया है कि वे इस यात्रा का हिस्सा बनें और अपने लोकतांत्रिक अधिकारों के लिए आवाज़ बुलंद करें. यह लड़ाई किसी एक पार्टी की नहीं है. बल्कि हर उस नागरिक की है जो अपने वोट, अपने हक़ और अपने भविष्य को सुरक्षित देखना चाहता है.

अंतिम पड़ाव: पटना में ऐतिहासिक जनसभा

1 सितंबर को पटना में होने वाली जनसभा इस यात्रा का अंतिम पड़ाव होगा जिसे लेकर पूरे राज्य में तैयारी जोरों पर है. यह दिन बिहार की राजनीति के लिए एक निर्णायक मोड़ साबित हो सकता है.

यह यात्रा महज़ एक कार्यक्रम नहीं बल्कि लोकतंत्र की दिशा में उठाया गया एक निर्णायक कदम है — जो जनता को उसका हक़ दिलाने की लड़ाई को एक नई ताक़त देने जा रहा है.

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