भ्रष्टाचार के आरोपों पर भाजपा-जदयू नेताओं की चुप्पी क्यों?

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Ajit Kumar

बिहार
भ्रष्टाचार के आरोपों पर भाजपा-जदयू नेताओं की चुप्पी क्यों?

राजद प्रवक्ता एजाज अहमद का बड़ा सवाल: क्या दाल में कुछ काला है?

तीसरा पक्ष ब्यूरो पटना,23 सितंबर 2025 — बिहार की राजनीति में एक बार फिर से हलचल मची हुई है. राजद के प्रदेश प्रवक्ता एजाज अहमद ने भाजपा और जदयू नेताओं पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों को लेकर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने सवाल उठाया कि आखिर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और भाजपा के केंद्रीय नेता इन आरोपों पर चुप्पी क्यों साधे हुए हैं.उनकी यह चुप्पी इस बात की ओर इशारा करती है कि “दाल में कुछ काला” है.

भाजपा और जदयू नेताओं पर गंभीर आरोप

एजाज अहमद ने कहा कि सत्ता पक्ष के नेताओं पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप हैं. सरकारी योजनाओं, ठेकों और विभिन्न योजनाओं में गड़बड़ियों की शिकायतें लगातार सामने आ रही हैं. विपक्ष बार-बार जांच की मांग करता है, लेकिन सत्ता पक्ष की ओर से न तो कोई स्पष्टीकरण दिया जाता है और न ही कोई ठोस कदम उठाया जाता है.

नीतीश कुमार की चुप्पी पर सवाल

राजद प्रवक्ता ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर सीधा निशाना साधते हुए कहा कि जब-जब उनके सहयोगियों पर आरोप लगते हैं, तब वे खामोश हो जाते हैं. यह चुप्पी उनके सुशासन के दावे पर सवाल खड़ा करती है.

नीतीश कुमार अगर वाकई पारदर्शिता में विश्वास रखते हैं, तो उन्हें खुलकर सामने आना चाहिए और आरोपों पर जनता को जवाब देना चाहिए.

भाजपा नेतृत्व क्यों खामोश?

एजाज अहमद ने भाजपा पर भी सीधा हमला बोला.उन्होंने कहा कि भाजपा हमेशा भ्रष्टाचार मुक्त भारत की बात करती है.लेकिन जब बिहार में उसके सहयोगियों पर गंभीर आरोप लगे हैं, तब पार्टी का केंद्रीय नेतृत्व चुप है.

उन्होंने सवाल उठाया—

क्या भाजपा सत्ता की राजनीति बचाने के लिए भ्रष्टाचार पर आंखें मूंदे हुए है?

क्या भाजपा की “भ्रष्टाचार विरोधी नीति” केवल विपक्षी दलों के लिए है

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विपक्ष का पलटवार

राजद प्रवक्ता ने कहा कि भाजपा और जदयू गठबंधन का दोहरा रवैया जनता देख रही है.जब विपक्ष पर आरोप लगते हैं तो जांच एजेंसियों को सक्रिय कर दिया जाता है, लेकिन जब बात सत्ता पक्ष की आती है तो एजेंसियां खामोश हो जाती हैं.

यही कारण है कि भाजपा और जदयू की साख जनता के बीच तेजी से गिर रही है.

जनता में बढ़ रही नाराजगी

एजाज अहमद ने कहा कि बिहार की जनता पहले से ही बेरोजगारी, महंगाई और विकास की कमी से जूझ रही है. ऐसे में जब नेताओं पर करोड़ों के भ्रष्टाचार के आरोप सामने आते हैं और सरकार चुप रहती है, तो जनता का गुस्सा स्वाभाविक है.

उन्होंने चेतावनी दी कि अगर भाजपा-जदयू गठबंधन ने पारदर्शिता नहीं दिखाई तो आने वाले चुनावों में जनता उन्हें करारा जवाब देगी.

निष्कर्ष

राजद प्रवक्ता एजाज अहमद का यह बयान बिहार की राजनीति में नया तूल दे रहा है.उन्होंने साफ कहा है कि भाजपा और जदयू पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों पर शीर्ष नेतृत्व की चुप्पी बताती है कि “दाल में कुछ काला है.

अब यह देखना दिलचस्प होगा कि नीतीश कुमार और भाजपा का केंद्रीय नेतृत्व इस आरोप पर क्या रुख अपनाते हैं.

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