छठ पर खुली शराब की दुकानें बनीं सियासी मुद्दा : सौरभ भारद्वाज ने दिल्ली सरकार पर बोला तीखा हमला,

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kmSudha

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छठ पर खुली शराब की दुकानें बनीं सियासी मुद्दा : सौरभ भारद्वाज

छठ पर खुली शराब की दुकानें बनीं सियासी मुद्दा : सौरभ भारद्वाज ने दिल्ली सरकार पर बोला तीखा हमला,

तीसरा पक्ष डेस्क,नई दिल्ली: छठ महापर्व के पावन अवसर पर दिल्ली में शराब की दुकानें खुली रहने से आम आदमी पार्टी ने इसे एक सियासी मुद्दा बना दी है. आम आदमी पार्टी (AAP) के नेता और दिल्ली इकाई के अध्यक्ष सौरभ भारद्वाज ने भाजपा शासित दिल्ली सरकार और मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता पर तीखा वार किया है. उन्होंने इसे पूर्वांचली समुदाय की आस्था पर हमला बताया और भाजपा को ‘नकली सनातनी’ करार दिया.

सौरभ भारद्वाज का सीधा सवाल — “क्या यही है आपका सनातन धर्म?”

छठ पर खुली शराब की दुकानें बनीं सियासी मुद्दा : सौरभ भारद्वाज

AAP नेता ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व ट्विटर) पर एक वीडियो साझा किया जिसमें उन्होंने कहा,

“आज छठ का दिन है, जब लाखों पूर्वांचली सूर्य देव की उपासना कर रहे हैं. लेकिन दिल्ली की भाजपा सरकार ने शराब की दुकानें खोल रखी हैं और सेल लगा दी है. यही है उनका ‘सनातन धर्म’?”

भारद्वाज ने कहा कि आप सरकार के दौरान हर साल छठ के अवसर पर शराब की दुकानें बंद रहती थीं ताकि धार्मिक वातावरण बना रहे. लेकिन अब भाजपा सरकार ने यह परंपरा तोड़कर श्रद्धालुओं की भावनाओं का अपमान किया है

“यह असली सनातन का अपमान है” — भारद्वाज

छठ पर खुली शराब की दुकानें बनीं सियासी मुद्दा : सौरभ भारद्वाज

वीडियो में भारद्वाज ने शराब दुकानों के बाहर लगे सेल बैनरों को दिखाते हुए कहा,

“लोगों को लगता था कि छठ के दिन दुकानें बंद रहेंगी, लेकिन सरकार ने आस्था के साथ खिलवाड़ किया। यह असली सनातन का अपमान है.”

उन्होंने मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता से पूछा कि क्या यह निर्णय उनकी सरकार की नीति है या भाजपा के कथित ‘सनातनी’ एजेंडे का हिस्सा?

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पूर्वांचलियों में नाराज़गी, राजनीतिक गलियारों में हलचल

दिल्ली के यमुना तट और अन्य घाटों पर लाखों श्रद्धालु छठ मनाने पहुंचे. ऐसे में शराब की दुकानों के खुले रहने से पूर्वांचली समाज में नाराज़गी फैल गई है.
AAP ने इसे पूर्वांचली वोट बैंक से जुड़ा मुद्दा बताते हुए भाजपा पर आस्था के साथ खिलवाड़ का आरोप लगाया है

विश्लेषकों का मत — चुनावी मौसम में बड़ा विवाद

राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि छठ पर्व पर उठा यह विवाद आने वाले चुनावों से पहले भाजपा और AAP के बीच पूर्वांचली मतदाताओं को लेकर नई सियासी जंग की शुरुआत हो सकता है.

दिल्ली सरकार की चुप्पी पर AAP का वार

दिल्ली सरकार की ओर से अब तक कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन AAP ने साफ किया है कि वह इस मुद्दे को सियासी मोर्चे पर जोरदार ढंग से उठाएगी.
सौरभ भारद्वाज ने कहा,

“भाजपा चाहे जितना खुद को सनातनी कहे, लेकिन उसके फैसले उसे नकली साबित कर रहे हैं. यह न केवल त्योहार का, बल्कि पूरे समाज की आस्था का सवाल है.”

निष्कर्ष:

छठ पर्व पर शराब की दुकानें खुली रहने का मुद्दा अब दिल्ली की राजनीति में ‘आस्था बनाम सियासत’ की नई लड़ाई का रूप ले चुका है? एक ओर श्रद्धा की मर्यादा की बात हो रही है, तो दूसरी ओर सियासी लाभ-हानि का समीकरण तेजी से बनता दिख रहा है

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