दिल्ली स्कूल बम धमकी: राजधानी में बढ़ती सुरक्षा चिंता
तीसरा पक्ष ब्यूरो नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में स्कूलों को लगातार बम धमकियों ने अभिभावकों और छात्रों की नींद उड़ा दी है.हर धमकी के बाद स्कूलों को खाली कराना पड़ता है, कक्षाएं बाधित होती हैं और पूरे शहर में डर का माहौल बन जाता है.
पूर्व मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी (AAP) नेता अरविंद केजरीवाल ने इस मुद्दे पर केंद्र और बीजेपी सरकार पर सीधा हमला बोला है.
ताज़ा घटना: 20 सितंबर को कई स्कूलों को धमकी
20 सितंबर 2025 की सुबह दिल्ली पब्लिक स्कूल (DPS) द्वारका, कृष्णा मॉडल पब्लिक स्कूल और सर्वोदय विद्यालय समेत कई संस्थानों को ईमेल के जरिए धमकी मिली.
पुलिस और बम निरोधक दस्ते ने तुरंत कार्रवाई की.
बच्चों और शिक्षकों को सुरक्षित बाहर निकाला गया.
तलाशी के बाद कोई विस्फोटक नहीं मिला.
हालांकि, बार-बार मिल रही फर्जी धमकियां भी राजधानी की सुरक्षा व्यवस्था पर बड़ा सवाल खड़ा कर रही हैं.
धमकियों का इतिहास: दिसंबर 2024 से जारी सिलसिला
दिसंबर 2024: सिर्फ 9 दिनों में 78 स्कूलों को धमकी भरे ईमेल मिले.
जुलाई 2025: सेंट थॉमस स्कूल और सेंट स्टीफेंस कॉलेज को खाली कराना पड़ा.
कई धमकियों के पीछे छात्रों द्वारा परीक्षाएं टालने की कोशिश और कुछ एनजीओ से जुड़े लोगों का हाथ सामने आया है. बावजूद इसके, अब तक कोई ठोस नतीजा नहीं निकला है.
अभिभावकों में डर और बच्चों पर असर
अभिभावक लगातार चिंता में हैं.
एक मां ने कहा – सुबह स्कूल का कोई मैसेज आते ही दिल धड़कने लगता है.डर रहता है कि हमारे बच्चे सुरक्षित हैं या नहीं.
मनोवैज्ञानिकों का कहना है कि बार-बार होने वाली बम धमकी की घटनाएं बच्चों के मानसिक स्वास्थ्य और पढ़ाई पर बुरा असर डाल रही हैं.
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केजरीवाल का BJP सरकार पर हमला
अरविंद केजरीवाल ने एक्स (Twitter) पर पोस्ट कर बीजेपी सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि:
पिछले एक साल से धमकियों पर कोई कार्रवाई नहीं हुई.
अपराधी पकड़ में नहीं आए.
चार इंजन वाली सरकार होने के बावजूद सुरक्षा में चूक.
उन्होंने पूछा – दिल्ली जैसे शहर में बच्चों की सुरक्षा क्यों सुनिश्चित नहीं हो पा रही?
BJP नेताओं का पलटवार
दूसरी तरफ, बीजेपी नेताओं का कहना है कि विपक्ष इस मुद्दे को राजनीतिक रंग दे रहा है.
अमित मालवीय ने आरोप लगाया कि कुछ धमकियां उन नाबालिगों ने दी थीं, जिनके माता-पिता विपक्षी दलों से जुड़े एनजीओ में काम करते थे.
क्या है समाधान?
विशेषज्ञ मानते हैं कि दिल्ली स्कूल बम धमकी मामले से निपटने के लिए:
साइबर फॉरेंसिक टीमों को और मज़बूत करना होगा.
विदेशी सर्वर से आने वाले ईमेल की ट्रैकिंग के लिए अंतरराष्ट्रीय सहयोग लेना होगा.
स्कूलों में सीसीटीवी, सिक्योरिटी गार्ड्स और साइबर सिक्योरिटी सिस्टम को अनिवार्य करना होगा.
निष्कर्ष
दिल्ली स्कूलों में बम धमकी सिर्फ सुरक्षा की चुनौती नहीं है, बल्कि यह शिक्षा व्यवस्था और बच्चों की मानसिक शांति पर भी गहरा असर डाल रही है.
केजरीवाल और बीजेपी के बीच बयानबाज़ी जारी है, लेकिन अभिभावक अब भी यही सवाल पूछ रहे हैं – हमारे बच्चों की सुरक्षा कब सुनिश्चित होगी?
नोट :यह जानकारी The Times of India, Economic Times और Navbharat Times की रिपोर्ट्स से ली गई है. 20 सितंबर 2025 को DPS द्वारका, कृष्णा मॉडल पब्लिक स्कूल और सर्वोदय विद्यालय को ईमेल से बम धमकी मिली, हालांकि तलाशी में कुछ संदिग्ध नहीं मिला

मेरा नाम रंजीत कुमार है और मैं समाजशास्त्र में स्नातकोत्तर (एम.ए.) हूँ. मैं महत्वपूर्ण सामाजिक, सांस्कृतिक एवं राजनीतिक मुद्दों पर गहन एवं विचारोत्तेजक लेखन में रुचि रखता हूँ। समाज में व्याप्त जटिल विषयों को सरल, शोध-आधारित तथा पठनीय शैली में प्रस्तुत करना मेरा मुख्य उद्देश्य है.
लेखन के अलावा, मूझे अकादमिक शोध पढ़ने, सामुदायिक संवाद में भाग लेने तथा समसामयिक सामाजिक-राजनीतिक घटनाक्रमों पर चर्चा करने में गहरी दिलचस्पी है.