अदानी पावर प्रोजेक्ट के खिलाफ दीपंकर भट्टाचार्य का दौरा
तीसरा पक्ष ब्यूरो पटना, 1 अक्तूबर 2025 – बिहार की राजनीति एक बार फिर ज़मीन और किसानों के मुद्दे पर गरमाने जा रही है.भाकपा (माले) महासचिव का. दीपंकर भट्टाचार्य 2 अक्तूबर को भागलपुर जिले के पीरपैंती का दौरा करेंगे. इस दौरान वे अदानी समूह को मात्र 1 रुपये प्रति डिसमिल की दर से दी गई 1050 एकड़ उपजाऊ ज़मीन के सौदे का विरोध करेंगे.
किसानों की ज़मीन और पर्यावरण पर हमला?
स्थानीय सूत्रों के मुताबिक, इस परियोजना के चलते न सिर्फ़ हजारों किसान परिवारों को विस्थापन का खतरा है बल्कि करीब 10 लाख पेड़ों की बलि भी चढ़ाई जाएगी. भाकपा (माले) का आरोप है कि यह सौदा राज्य की कृषि अर्थव्यवस्था और पर्यावरण दोनों के लिए घातक साबित होगा.
खुला घोटाला है अदानी को ज़मीन देना – दीपंकर
पटना से रवाना होने से पहले का. दीपंकर भट्टाचार्य ने कहा कि,
अदानी को दी गई यह ज़मीन एक खुला घोटाला है. हम जनता को बताएंगे कि NTPC पावर प्लांट और अदानी पावर प्रोजेक्ट की प्रक्रिया व शर्तों में कितना बड़ा अंतर है. किसानों से मुलाकात कर इस पूरे मुद्दे को राज्य स्तर पर बड़ा राजनीतिक प्रश्न बनाएंगे.
उन्होंने यह भी जोड़ा कि गांधी जयंती के मौके पर पीरपैंती का यह दौरा “जनता के अधिकारों, ज़मीन की रक्षा और पर्यावरण संरक्षण” के संघर्ष को नई ऊर्जा देगा.
ये भी पढ़े:आरएसएस का गुणगान क्यों? – सुप्रिया श्रीनेत का बड़ा सवाल
ये भी पढ़े:मंत्रियों पर लगे भ्रष्टाचार के गंभीर आरोपों पर भाजपा-जदयू की चुप्पी पर सवाल
माले की पूरी टीम होगी मौजूद
इस विरोध अभियान में माले के विधायक रामबली सिंह यादव, पूर्व विधायक मनोज मंजिल समेत पार्टी की उच्चस्तरीय टीम शामिल होगी . सभी नेता आज रात भागलपुर पहुँचेंगे और 2 अक्तूबर की सुबह पीरपैंती की ओर कूच करेंगे.
बड़ा राजनीतिक मुद्दा बनने की तैयारी
माले का यह कदम आने वाले दिनों में बिहार की सियासत को सीधे किसानों, पर्यावरण और कॉर्पोरेट कंपनियों की भूमिका जैसे संवेदनशील मुद्दों की ओर मोड़ सकता है। पार्टी साफ संकेत दे रही है कि अदानी को मिली ज़मीन पर अब एक बड़ा जनांदोलन खड़ा होगा.

I am a blogger and social media influencer. I have about 5 years experience in digital media and news blogging.



















