गरीबों के बजट को मिलेगा सहारा
तीसरा पक्ष ब्यूरो पटना,22 सितंबर: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में लागू जीएसटी 2.0 को आर्थिक सुधारों की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम बताया जा रहा है.इस फैसले से पूरे देश को लाभ होगा, लेकिन बिहार के लोगों के लिए यह बदलाव खास महत्व रखता है.
भाजपा प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा कि नई कर व्यवस्था के तहत आम जरूरत की चीजें पहले से कहीं ज्यादा सस्ती हो गई हैं. दूध, अनाज, दवाइयाँ और शिक्षा सामग्री जैसी रोजमर्रा की वस्तुओं पर कम दरें लागू होने से गरीब और मध्यमवर्गीय परिवारों के बजट पर बड़ा असर पड़ेगा.उन्होंने कहा कि अब आम घरों की रसोई से लेकर बच्चों की पढ़ाई तक का खर्च हल्का होगा.
बिहार को मिलेगा विकास का नया रास्ता
जीएसटी 2.0 का प्रभाव केवल जरूरत की वस्तुओं तक सीमित नहीं है.कारें, टीवी और होटल सेवाओं जैसी चीजों पर भी टैक्स दरों में कमी की गई है. इससे व्यापारिक गतिविधियों को बल मिलेगा और राज्य में निवेश के नए अवसर पैदा होंगे. पर्यटन और हॉस्पिटैलिटी सेक्टर को विशेष रूप से लाभ होने की संभावना है, जिससे रोजगार सृजन को भी गति मिलेगी.
गरीब परिवार होंगे सबसे बड़े लाभार्थी
नीरज कुमार ने कहा कि इस सुधार का सबसे बड़ा फायदा उन गरीब परिवारों को मिलेगा जो अब तक महंगाई से जूझ रहे थे.उन्होंने दावा किया कि भाजपा सरकार की प्राथमिकता .
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विपक्ष पर पलटवार
विपक्ष द्वारा जीएसटी 2.0 पर की जा रही आलोचनाओं को खारिज करते हुए भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि आरोप लगाने से सच्चाई नहीं बदलती.हम तथ्यों और आंकड़ों से साबित करेंगे कि यह नया जीएसटी बिहारवासियों के लिए किसी वरदान से कम नहीं है,” उन्होंने जोर देकर कहा.
निष्कर्ष
केंद्र सरकार का यह फैसला जहां राष्ट्रीय स्तर पर अर्थव्यवस्था को मजबूती देगा, वहीं बिहार में यह बदलाव विकास और राहत दोनों लेकर आया है.अब यह देखना दिलचस्प होगा कि आने वाले महीनों में जीएसटी 2.0 का प्रभाव किस तरह राज्य के आर्थिक ढांचे को नया रूप देता है.

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