झारखंड में “संविधान बचाओ” रैली का जोरदार दौर !

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kmSudha

झारखण्ड
झारखंड में "संविधान बचाओ" रैली का जोरदार दौर !

गुमला में कांग्रेस की शानदार रैली—जहाँ जनता ने संविधान के प्रति दिखाया अटूट विश्वास!

तीसरा पक्ष डेस्क,गुमला, झारखंड: कांग्रेस पार्टी द्वारा झारखंड में चलाए जा रहे “संविधान बचाओ” अभियान के तहत गुमला जिला मुख्यालय में एक जोरदार रैली आयोजित की गई. इस रैली में सैकड़ों लोगों ने हिस्सा लेकर संविधान के प्रति अपनी आस्था व्यक्त की और “संविधान बचाओ” का नारा बुलंद किया.

गांधी के आदर्शों को किया स्मरण, RSS-BJP पर साधा निशाना

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रैली में शामिल महिलाओं ने गीतों के माध्यम से संदेश दिया कि “बड़े-बड़े सिपाही बंदूक से लड़े, और गांधी बाबा कानून से लड़े.” लेकिन उसी महात्मा गांधी को नाथूराम गोडसे ने गोली मारकर हत्या कर दी. याद दिलाया गया कि गांधी जी से बड़ा कोई राम भक्त नहीं था, और उनके अंतिम शब्द “हे राम” ही थे. वक्ताओं ने आरोप लगाया कि BJP आज राम के नाम पर सिर्फ राजनीति कर रही है, जबकि साल 2000 तक RSS के दफ्तरों पर तिरंगा नहीं फहराया जाता था.

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“संविधान और लोकतंत्र खतरे में, राहुल गांधी लड़ रहे हैं जंग”?

"संविधान और लोकतंत्र खतरे में, राहुल गांधी लड़ रहे हैं जंग"?
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कांग्रेस नेता नेहा शिल्पी तिरकी ने कहा कि आज देश का संविधान और लोकतंत्र खतरे में है, और इसे बचाने के लिए राहुल गांधी मजबूती से लड़ाई लड़ रहे हैं. उन्होंने कांग्रेस की उपलब्धियों को गिनाते हुए कहा कि पार्टी ने PESA कानून, SC/ST (अत्याचार निवारण) एक्ट, और वन संरक्षण अधिनियम के तहत ग्राम सभाओं को अधिकार दिए थे, लेकिन BJP सरकार ने इन कानूनों में संशोधन करके कॉरपोरेट घरानों को फायदा पहुंचाया है। वक्फ कानून में बदलाव भी इसी साजिश का हिस्सा है.

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“सरना धर्म कोड हटाने का आरोप झूठा, BJP की साजिश”

नेहा तिरकी ने कुछ लोगों द्वारा कांग्रेस पर सरना धर्म कोड हटाने का झूठा आरोप लगाए जाने की निंदा की. उन्होंने चुनौती देते हुए कहा कि अगर किसी के पास इसका कोई प्रमाण है, तो सामने लाएं. उन्होंने आगाह किया कि BJP समाज को धर्म और जाति के नाम पर बांटकर अपना राजनीतिक फायदा उठा रही है.

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“यह देश बचाने का आखिरी मौका”

उन्होंने कहा कि यह देश को बचाने का अंतिम मौका है और इसे सिर्फ राजनीतिक नजरिए से नहीं, बल्कि एक जनआंदोलन के रूप में लड़ने की जरूरत है. उन्होंने लोगों से सत्य बोलने का साहस दिखाने और BJP की फर्जीवाड़े वाली राजनीति का पर्दाफाश करने का आह्वान किया.

अंत में

इस रैली के माध्यम से कांग्रेस ने एक बार फिर साबित किया कि वह संविधान, लोकतंत्र और गरीबों के अधिकारों की लड़ाई लड़ने के लिए प्रतिबद्ध है. अब देखना यह है कि झारखंड की जनता BJP की राजनीति के खिलाफ किस तरह प्रतिक्रिया देती है.

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