लालू यादव का पीएम मोदी पर वार: बिहार से विक्ट्री, गुजरात में फैक्ट्री?

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Ajit Kumar

बिहार
लालू यादव का पीएम मोदी पर वार: बिहार से विक्ट्री, गुजरात में फैक्ट्री?

राजनीति गरमाई: लालू बोले, बिहार से जीत चाहिए, उद्योग गुजरात को?

तीसरा पक्ष ब्यूरो पटना, 5 सितंबर 2025 – राजद के सुप्रीमो और पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव ने एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और साथ-साथ भाजपा पर भी जोरदार तरीके से निशाना साधा है.उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर तंज कसते हुए लिखा है कि ,
ऐ मोदी जी, विक्ट्री चाहिए बिहार से और फैक्ट्री दीजिएगा गुजरात में? ये गुजराती फार्मूला बिहार में नहीं चलेगा!

लालू यादव के इस बयान ने बिहार की राजनीति में नई बहस छेड़ दिया है. एक तरफ भाजपा बिहार में जीत के लिए चुनावी तैयारी में जुटी है, वहीं लालू यादव यह मुद्दा उठाकर बिहारियों के रोजगार और औद्योगिक विकास पर सवाल खड़े कर रहे हैं.

बिहार की युवाओं की तकलीफें और पलायन का मुद्दा

लालू यादव ने पीएम मोदी पर आरोप लगाया कि बिहार से बार-बार वोट लेकर भी राज्य को अब तक उसका हक नहीं दिया गया है. बिहार के लाखों युवा रोजगार की तलाश में हर साल दिल्ली, मुंबई, सूरत, पंजाब और खाड़ी देशों तक पलायन करने को मजबूर हैं.

उनका कहना है कि यदि बिहार में फैक्ट्रियां, कारखाने और बड़े उद्योग स्थापित किए जाते, तो यहां का युवा मजबूरी में घर छोड़ने को विवश नहीं होता.

गुजरात में निवेश, बिहार में बेरोजगारी

लालू यादव का यह ट्वीट केवल तंज ही नहीं बल्कि भाजपा की नीति पर गहरा प्रहार भी माना जा रहा है.उनका सीधा आरोप है कि केंद्र सरकार गुजरात में उद्योगपतियों को फायदा पहुंचाने में जुटी है.जबकि बिहार को सिर्फ वोट बैंक की तरह देखा जा रहा है.

उन्होंने कहा है कि, बिहार को अब और ठगा नहीं जा सकता.यहां की जनता अब समझ चुकी है कि भाजपा सिर्फ चुनाव जीतना चाहती है. लेकिन विकास और रोजगार का असली फायदा गुजरात और कुछ बड़े राज्यों तक सीमित है.

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बिहार बनाम गुजरात मॉडल की राजनीति

भाजपा अक्सर चुनाव प्रचार में,गुजरात मॉडल की बात करती है.लालू यादव का यह ट्वीट सीधे-सीधे उसी पर कटाक्ष है. वे यह संदेश देना चाहते हैं कि बिहारियों को केवल चुनाव के समय महत्व देना और बाद में विकास की अनदेखी करना अब बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.

राजद और विपक्षी दलों का मानना है कि यदि केंद्र सरकार वास्तव में बिहार के प्रति गंभीर होती, तो यहां पर भी बड़े पैमाने पर उद्योग स्थापित होते और बेरोजगारी दर कम होती.

विपक्ष बनाम सत्ता: सियासी टकराव तेज

लालू यादव के इस बयान के बाद बिहार की सियासत गरमा गई है. राजद और महागठबंधन इसे जनता से जुड़ा असली मुद्दा बता रहे हैं. उनका कहना है कि शिक्षा, रोजगार और उद्योग जैसे सवालों से ध्यान हटाने के लिए भाजपा बार-बार भावनात्मक और धार्मिक मुद्दों को उछालती है.

वहीं भाजपा नेताओं का कहना है कि बिहार में केंद्र सरकार की मदद से कई विकास परियोजनाएं चल रही हैं और विपक्ष केवल झूठा प्रचार कर रहा है.

बिहार की जनता के बीच क्या असर?

विशेषज्ञों का मानना है कि लालू यादव का यह बयान बिहार की जनता, खासकर बेरोजगार युवाओं और किसानों के बीच असर डाल सकता है.बिहार में बेरोजगारी लंबे समय से चुनावी मुद्दा रही है.फैक्ट्री बनाम विक्ट्री , का यह नारा शायद 2025-26 की राजनीति में अहम भूमिका निभा सकता है.

निष्कर्ष

लालू यादव ने पीएम मोदी पर सीधे प्रहार करते हुए यह सवाल उठाया है कि आखिर क्यों बिहार को केवल चुनावी जीत का साधन समझा जाता है.जबकि विकास और उद्योग का फायदा गुजरात जैसे राज्यों को दिया जाता है.यह बयान न केवल भाजपा के लिए चुनौती है बल्कि बिहार की जनता के लिए भी सोचने का विषय है.

अब देखना होगा कि भाजपा इस फैक्ट्री बनाम विक्ट्री की बहस का क्या जवाब देती है और आने वाले चुनावों में जनता किसके साथ खड़ी होती है.

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