वाम दलों ने दिया मजदूरो के संघर्ष को नया बल

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kmSudha

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9 जुलाई को आम हड़ताल

तीसरा पक्ष ब्यूरो पटना 24 जून :आज संयुक्त संयुक्त बयान जारी करते हुये पांच वामपथी दलो ने कहा की देशभर में मजदूरों की आवाज को बुलंद करने के लिए 9 जुलाई को प्रस्तावित राष्ट्रव्यापी आम हड़ताल को देश की पांच प्रमुख वामपंथी पार्टियों ने एकजुट होकर समर्थन देने की घोषणा की है.भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (CPI), भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) (CPI-M), भाकपा (माले) लिबरेशन, रिवोल्यूशनरी सोशलिस्ट पार्टी (RSP) और ऑल इंडिया फॉरवर्ड ब्लॉक (AIFB) ने एक संयुक्त प्रेस वक्तव्य जारी कर यह समर्थन जताया.

इस हड़ताल का आह्वान देश के दस केंद्रीय श्रमिक संगठनों और विभिन्न स्वतंत्र राष्ट्रीय और क्षेत्रीय यूनियनों के साझा मंच द्वारा किया गया है. इसका प्रमुख मकसद नई श्रम संहिताओं का विरोध है, जिन पर आरोप है कि वे कॉर्पोरेट हितों को प्राथमिकता देते हुए मजदूरों के संगठित होने और सामूहिक सौदेबाज़ी जैसे बुनियादी अधिकारों का दमन करते हैं.

वाम दलों ने क्या कहा?

संयुक्त वक्तव्य में वाम दलों ने आरोप लगाया कि तीसरी बार सत्ता में आई भाजपा सरकार लगातार नवउदारवादी नीतियों को आक्रामक रूप से लागू कर रही है. सरकार न केवल श्रम कानूनों को श्रमिक विरोधी बना रही है, बल्कि सार्वजनिक क्षेत्र की संपत्तियों — विशेष रूप से रक्षा और संचार जैसे रणनीतिक क्षेत्रों — का तेज़ी से निजीकरण भी कर रही है.

वाम दलों ने यह भी रेखांकित किया कि 9 जुलाई की आम हड़ताल सिर्फ मजदूरों तक सीमित नहीं है. यह देश के किसानों, कृषि मजदूरों और आम जनता की व्यापक चिंताओं की भी अभिव्यक्ति है. संयुक्त किसान मोर्चा समेत कई कृषि संगठनों ने भी इस हड़ताल को समर्थन देने और बड़े पैमाने पर जन लामबंदी की घोषणा की है.

संयुक्त बयान में कहा गया है कि यह हड़ताल और उससे जुड़ी एकजुटता की कार्यवाहियाँ मेहनतकश तबकों को आपस में जोड़ने और समाज को सांप्रदायिकता व नफ़रत की राजनीति से बचाने का भी एक प्रयास है.

पांचों वाम दलों ने अपने सभी कार्यकर्ताओं और संगठनात्मक इकाइयों से अपील की है कि वे इस आम हड़ताल को सफल बनाने के लिए जोश और तैयारी के साथ आगे आएं.साथ ही, देश की आम जनता से भी इस लोकतांत्रिक विरोध में भागीदारी की अपील की गई है.

हस्ताक्षरकर्ता:

  • डी. राजा, महासचिव, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (CPI)
  • एम. ए. बेबी, महासचिव, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) (CPI-M)
  • दीपंकर भट्टाचार्य, महासचिव, भाकपा (माले) लिबरेशन
  • मनोज भट्टाचार्य, महासचिव, रिवोल्यूशनरी सोशलिस्ट पार्टी (RSP)
  • जी. देवराजन, महासचिव, ऑल इंडिया फॉरवर्ड ब्लॉक

हड़ताल से पहले देशभर में वामपंथी संगठनों द्वारा जनसभा, रैलियों और श्रमिक संवाद कार्यक्रमों की व्यापक योजना बनाई गई है.

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