एक इंजन अपराध में दूसरा भ्रष्टाचार में —क्या यही है डबल इंजन की सच्चाई?
तीसरा पक्ष ब्यूरो पटना,1 अगस्त:राजनीतिक गलियारों में हलचल उस समय और तेज हो गई जब राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के वरिष्ठ नेता और पूर्व सांसद मंगनी लाल मंडल ने केंद्र और राज्य की डबल इंजन सरकार को सीधे निशाने पर ले लिया.अपने आधिकारिक सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) हैंडल @MLMandalRJD से एक पोस्ट करते हुए उन्होंने सरकार पर भ्रष्टाचार और अपराध को लेकर गंभीर आरोप लगाये है.
क्या कहा मंगनी लाल मंडल ने?
मंडल ने ट्वीट में लिखा है कि, इस डबल इंजन सरकार का — एक इंजन अपराध में, दूसरा इंजन भ्रष्टाचार में फंसा है.
इस एक लाइन के ज़रिये उन्होंने सरकार की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिये हैं. यह टिप्पणी खासतौर पर उन घटनाओं के मद्देनज़र किया गया माना जा रहा है.जहां सरकार पर अपराधियों को संरक्षण देने और भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई न करने के आरोप लगा हैं.
यादव समुदाय और आरजेडी के बीच बढ़ता समर्थन
मंगनी लाल मंडल की यह टिप्पणी खासकर यादव समुदाय और RJD समर्थकों के बीच काफी सराहा जा रहा है.सोशल मीडिया पर इसे लेकर चर्चाओं का दौर जारी है.आरजेडी के डिजिटल सपोर्टर्स इसे सच का सामना बता रहे हैं. जबकि बीजेपी समर्थक इसे राजनीतिक प्रोपेगेंडा मान रहे हैं.
X (ट्विटर) पर मिल रही प्रतिक्रियाएं:
साहसिक बयान! यही तो है जनता की आवाज़! – @RJDSupporters
सिर्फ आरोप लगाने से कुछ नहीं होता, सबूत भी दो – @BJPVoice
डबल इंजन सरकार की आलोचना कोई नई बात नहीं
मंडल का बयान ऐसे समय में आया है जब बिहार, उत्तर प्रदेश और अन्य राज्यों में डबल इंजन सरकारों की नीतियों पर लगातार सवाल उठ रहा हैं. महंगाई, बेरोजगारी और कानून व्यवस्था जैसे मुद्दों पर विपक्ष सरकार को लगातार घेरता हुआ नजर आ रहा है.
विशेषज्ञों का मानना है कि मंगनी लाल मंडल का यह बयान एक रणनीतिक कदम है. जिसके जरिये RJD आगामी चुनावों से पहले जनता के बीच सरकार के खिलाफ एक मजबूत नैरेटिव तैयार करना चाहता है
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राजनीतिक विश्लेषण: क्या है इसके पीछे की मंशा?
राजनीतिक विश्लेषक मानते हैं कि इस तरह के बयानों का मकसद न केवल सरकार की छवि को नुकसान पहुँचाना है.बल्कि आरजेडी को एक बार फिर से जनता की आवाज के रूप में प्रस्तुत भी करना है. यह बयान संभावित गठबंधन राजनीति को भी प्रभावित कर सकता है. खासकर यदि महागठबंधन की चर्चा फिर से शुरू होता है.
निष्कर्ष: विपक्षी सियासत तेज सरकार की परीक्षा
मंगनी लाल मंडल के बयान ने एक बार फिर यह साबित किया है कि विपक्ष सरकार को घेरने के लिए अब सोशल मीडिया को एक सक्रिय मंच के रूप में इस्तेमाल कर रहा है. हालांकि इस बयान के बाद सरकार या बीजेपी की ओर से कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया अभी तक सामने नहीं आया है.
जनता अब यह देख रहा है कि क्या यह बयान महज चुनावी हथकंडा है या वास्तव में इसके पीछे कोई ठोस सच्चाई भी है.

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