मुकेश सहानी का बड़ा ऐलान:मंत्री जीवेश मिश्रा पर होगी कानूनी कार्रवाई

| BY

Kumar Ranjit

बिहार
मुकेश सहानी का बड़ा ऐलान:मंत्री जीवेश मिश्रा पर होगी कानूनी कार्रवाई

पत्रकार पिटाई कांड पर गरमाई बिहार की सियासत

तीसरा पक्ष ब्यूरो पटना, 18 सितंबर 2025 – बिहार की सियासत में एक बार फिर सत्ता के दुरुपयोग और प्रेस की आज़ादी पर हमला बहस का केंद्र बन गया है.विकासशील इंसान पार्टी (VIP) के संस्थापक और पूर्व मंत्री मुकेश सहानी ने बड़ा बयान देते हुए शहरी विकास मंत्री जीवेश मिश्रा पर कड़ी कार्रवाई का वादा किया है.सहानी ने कहा है कि 2025 में उनकी सरकार बनने पर मंत्री मिश्रा को जेल की सलाखों के पीछे भेजा जाएगा.

यह विवाद उस घटना से जुड़ा है, जिसमें निषाद समाज से आने वाले यूट्यूबर और पत्रकार दिलीप सहनी पर मंत्री जीवेश मिश्रा द्वारा मारपीट और गाली-गलौज करने का आरोप लगा है.पत्रकार ने दरभंगा जिले में जर्जर सड़कों की हालत पर सवाल उठाया था, जिसके बाद कथित रूप से मंत्री और उनके समर्थकों ने उन्हें पीट दिया था.

पीड़ित पत्रकार से मुलाकात, सोशल मीडिया पर वादा

मुकेश सहानी ने अपने एक्स (पूर्व ट्विटर) हैंडल @sonofmallah पर पीड़ित पत्रकार दिलीप सहनी से मुलाकात का वीडियो साझा करते हुए लिखा –

“सत्ता के नशे में चूर मंत्री जीवेश मिश्रा ने निषाद समाज के बेटे और पत्रकार दिलीप सहनी को बेरहमी से पीटा और अपमानित किया.मैंने दिलीप जी से वादा किया है कि 2025 में हमारी सरकार बनने पर इस अत्याचारी मंत्री को जेल भेजा जाएगा.अन्याय और अत्याचार चाहे किसी से भी हो, बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.

यह पोस्ट वायरल हो चुका है और बिहार की राजनीति में गरमागरम बहस छेड़ रहा है.

घटना की पृष्ठभूमि

14 सितंबर को दरभंगा जिले के जाले इलाके में मंत्री जीवेश मिश्रा एक कार्यक्रम में पहुंचे थे. मौके पर मौजूद पत्रकार दिलीप सहनी ने उनसे टूटी-फूटी सड़कों के बारे में सवाल किया था. आरोप है कि मंत्री ने सवाल को अपमान समझकर गुस्से में आकर अपने समर्थकों के साथ मिलकर पत्रकार को पीट दिया.घटना में पत्रकार की नाक टूटने और गंभीर चोटें आने की खबर है.

इस हमले का वीडियो भी सोशल मीडिया पर सामने आया, जिसमें मंत्री के समर्थकों को पत्रकार को मारते हुए देखा जा सकता है. इस घटना की अंतरराष्ट्रीय संगठन कमिटी टू प्रोटेक्ट जर्नलिस्ट्स (CPJ) ने निंदा की है. और इसे लोकतंत्र व पत्रकार सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा बताया है.

ये भी पढ़े:पटना में नीतीश कुमार और मंत्री जीवेश मिश्रा का पुतला दहन
ये भी पढ़े:अखिलेश यादव ने भाजपा सरकार की विदेश नीति को बताया वैश्विक विफलता

विपक्षी दलों का हमला

घटना के बाद विपक्षी दलों ने सरकार को घेरा.

तेजस्वी यादव (आरजेडी नेता) ने कहा कि – सिर्फ सवाल पूछने पर पत्रकार को पीटा गया. क्या बिहार में दो कानून हैं – एक मंत्रियों के लिए और दूसरा आम जनता के लिए? उन्होंने मंत्री के इस्तीफे की मांग की और कहा कि कार्रवाई नहीं हुई तो विपक्ष सड़क पर उतरेगा.

कांग्रेस और अन्य विपक्षी पार्टियों ने भी इस घटना को लोकतंत्र पर हमला बताया और बीजेपी-जेडीयू गठबंधन की आलोचना किया गया है.

मंत्री का बचाव और भाजपा का रुख

उधर, मंत्री जीवेश मिश्रा ने आरोपों से इनकार करते हुए कहा कि,पीटने की बात पूरी तरह गलत है, मुझे इसकी कोई जानकारी नहीं है.उन्होंने विपक्ष पर साजिश रचने का आरोप लगाया और कहा कि झूठे प्रचार के लिए कानूनी कदम उठाएंगे.
भाजपा ने भी इसे विपक्ष की राजनीतिक चाल बताया और कहा कि,जांच के बाद ही सच्चाई सामने आएगी. हालांकि, पीड़ित पत्रकार ने दरभंगा थाने में मंत्री और उनके समर्थकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करा दी है.

चुनावी सियासत में नया मुद्दा

बिहार में 2025 के विधानसभा चुनाव करीब हैं, ऐसे में यह घटना चुनावी मुद्दा बन सकती है.

मुकेश सहानी, जिन्हें ‘सन ऑफ मल्लाह’ कहा जाता है, निषाद समुदाय के वोट बैंक को एकजुट करने में जुटे हैं.

उनकी वीआईपी पार्टी, जो पहले एनडीए का हिस्सा थी, अब विपक्षी रुख अपनाए हुए है.

सहानी के बयान को सिर्फ न्याय का वादा ही नहीं, बल्कि राजनीतिक रणनीति भी माना जा रहा है.

पत्रकार सुरक्षा पर सवाल

पिछले कुछ वर्षों में बिहार में पत्रकारों पर हमले की घटनाएं लगातार बढ़ी हैं. स्थानीय मुद्दों पर सवाल उठाने वाले पत्रकार अक्सर दबाव और हिंसा का सामना करते हैं. यह मामला न सिर्फ प्रेस की स्वतंत्रता बल्कि सत्ताधारी दल की छवि पर भी सीधा प्रहार है.

निष्कर्ष

मुकेश सहानी का यह वादा बिहार की राजनीति में नया मोड़ ला सकता है. पत्रकार दिलीप सहनी के साथ हुई मारपीट ने लोकतंत्र के चौथे स्तंभ की सुरक्षा पर बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है.आने वाले दिनों में यह देखना दिलचस्प होगा कि मामला सिर्फ चुनावी हथियार बनकर रह जाता है या वास्तव में दोषियों पर कार्रवाई होती है.

Trending news

Leave a Comment