नीतीश-भाजपा गठबंधन पर राजद का हमला

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Ajit Kumar

बिहार
नीतीश-भाजपा गठबंधन ने बिहार को बेरोजगारी का केंद्र बना दिया है.

कहा– बिहार को बेरोजगारी का गढ़ बना दिया

तीसरा पक्ष ब्यूरो पटना, 9 सितंबर 2025:बिहार में चौथे चरण की शिक्षक भर्ती परीक्षा (TRE-4) को लेकर बढ़ते विवाद ने राजनीतिक माहौल गरमा दिया है.राष्ट्रीय जनता दल (राजद) ने मंगलवार को सरकार पर करारा हमला बोलते हुए आरोप लगाया कि नीतीश कुमार और भाजपा की सरकार युवाओं के साथ धोखा कर रही है.

शिक्षक अभ्यर्थियों के पक्ष में राजद

राजद प्रवक्ता अरुण कुमार यादव ने कहा कि आंदोलनरत अभ्यर्थियों की मांग बिल्कुल वाजिब है. उन्होंने याद दिलाया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने सार्वजनिक रूप से 1.20 लाख शिक्षकों की नियुक्ति का वादा किया था. लेकिन अब भर्ती की संख्या घटाने की तैयारी हो रही है, जो बेरोजगार युवाओं के सपनों पर कुठाराघात है.

सरकार ने तोड़ा भरोसा

राजद नेता ने आरोप लगाया कि मौजूदा गठबंधन सरकार की नीयत ही साफ नहीं है. उन्होंने कहा कि बहाली की संख्या कम करने का संकेत यह दर्शाता है कि सरकार बेरोजगारी घटाने के बजाय और बढ़ाने की दिशा में काम कर रही है.
उनके अनुसार,

नीतीश-भाजपा गठबंधन ने बिहार को बेरोजगारी का केंद्र बना दिया है.

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महागठबंधन सरकार से तुलना

अरुण यादव ने तेजस्वी यादव के नेतृत्व वाली पिछली महागठबंधन सरकार के कामकाज का उदाहरण देते हुए कहा कि मात्र दो महीनों में 2 लाख 16 हजार से अधिक शिक्षकों की नियुक्ति हुई थी, जो ऐतिहासिक उपलब्धि थी. इसके अतिरिक्त, 17 माह की अवधि में 5 लाख से ज्यादा युवाओं को रोजगार दिया गया.
इसके विपरीत, मौजूदा सरकार नौकरी देने के बजाय रोजगार छीनने का कार्य कर रही है.

युवाओं में असंतोष बढ़ा

TRE-4 परीक्षा को लेकर खड़ा हुआ संशय युवाओं के बीच निराशा और गुस्सा दोनों पैदा कर रहा है. राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यदि सरकार ने वादे पूरे नहीं किए, तो यह मुद्दा आगामी चुनावों में बड़ा कारक साबित हो सकता है.

राजद की मांग

राजद ने स्पष्ट किया कि सरकार तुरंत 1.20 लाख शिक्षकों की बहाली का नोटिफिकेशन जारी करे.पार्टी का कहना है कि जब महागठबंधन सरकार ने युवाओं को रोजगार देने का उदाहरण पेश किया, तो वर्तमान सरकार को भी अपने किए वादे निभाने चाहिए,अन्यथा, राज्य में बेरोजगारी का संकट और गहरा जाएगा.

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