प्रदेश अध्यक्ष वरुण पांडेय ने सरकार पर भेदभाव का आरोप लगाया
तीसरा पक्ष ब्यूरो पटना, 5 सितम्बर 2025 – राजधानी पटना के गर्दनीबाग धरना स्थल पर आज शुक्रवार को पुरानी पेंशन योजना (OPS) बहाली के मांगो को लेकर शिक्षकों और सरकारी कर्मचारियों ने एकदिवसीय धरना-सह-उपवास किया है . यह कार्यक्रम नेशनल मूवमेंट फॉर ओल्ड पेंशन स्कीम (NMOPS) की पटना जिला इकाई की ओर से आयोजित किया गया था.जिसकी अध्यक्षता जितेंद्र कुमार सिंह ने किया है .

धरना स्थल पर जुटे सैकड़ों कर्मचारियों ने सरकार से नई पेंशन योजना (NPS) को समाप्त कर OPS लागू करने की पुरजोर मांग किया. सभी ने ऐलान किया कि OPS बहाली की लड़ाई अब निर्णायक चरण में प्रवेश कर चुकी है. और इसे मंजिल तक पहुँचाकर ही दम लिया जायेगा.
जिला अध्यक्ष जितेंद्र कुमार सिंह ने इस मौके पर कहा कि –
OPS बहाली केवल कर्मचारियों की मांग नहीं बल्कि उनका भविष्य सुरक्षित करने का आंदोलन है. आने वाली 14 सितम्बर को पटना स्थित मिलर हाई स्कूल प्रांगण में होने वाली महारैली इस संघर्ष को और गति देगी.सभी साथियों से अपील है कि वे बड़ी संख्या में इसमें शामिल होकर सरकार को अपनी ताकत दिखाएँ.
इसी क्रम में जिला सचिव अविनाश कुमार पवन ने कहा कि –
पुरानी पेंशन हमारा हक है और इसे पाने तक हमारी लड़ाई जारी रहेगी.NPS हमें असुरक्षा और अन्याय के सिवा कुछ नहीं देती.
प्रदेश अध्यक्ष वरुण पांडेय ने धरना को संबोधित करते हुए सरकार पर भेदभाव का आरोप लगाया है और उन्होंने कहा कि,
01 सितम्बर 2005 से पहले नियुक्त कर्मचारियों को OPS का लाभ दिया गया, लेकिन उसके बाद नियुक्त कर्मियों को इससे वंचित कर दिया गया. 60 साल की सेवा पूरी करने के बाद भी अगर पेंशन न मिले तो यह सीधा अन्याय है.OPS बहाली अब टालने से नहीं रुकेगी, इसे सरकार को लागू करना ही होगा.
धरना-उपवास कार्यक्रम में प्रदेश मुख्य संरक्षक प्रेमचंद सिन्हा, वरिष्ठ उपाध्यक्ष मनोज कुमार यादव, कोषाध्यक्ष राजेश कुमार भगत, उप महासचिव कौशिक कुमार और फखरुद्दीन अली अहमद, जिला संरक्षक सत्येंद्र कुमार और जिला कोषाध्यक्ष अनुपम आनंद समेत बड़ी संख्या में शिक्षक और कर्मचारी शामिल हुये.
सभी प्रतिभागियों ने संकल्प लिया कि OPS बहाली के लिए 14 सितम्बर को होने वाली पेंशन संघर्ष महारैली को ऐतिहासिक बनाया जाएगा और आंदोलन को अंतिम मुकाम तक पहुँचाया जाएगा.
मेरा नाम रंजीत कुमार है और मैं समाजशास्त्र में स्नातकोत्तर (एम.ए.) हूँ. मैं महत्वपूर्ण सामाजिक, सांस्कृतिक एवं राजनीतिक मुद्दों पर गहन एवं विचारोत्तेजक लेखन में रुचि रखता हूँ। समाज में व्याप्त जटिल विषयों को सरल, शोध-आधारित तथा पठनीय शैली में प्रस्तुत करना मेरा मुख्य उद्देश्य है.
लेखन के अलावा, मूझे अकादमिक शोध पढ़ने, सामुदायिक संवाद में भाग लेने तथा समसामयिक सामाजिक-राजनीतिक घटनाक्रमों पर चर्चा करने में गहरी दिलचस्पी है.


















