पप्पू यादव का BJP पर बड़ा हमला: दलित नेताओं के अपमान का लगाया आरोप

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Kumar Ranjit

बिहार
पप्पू यादव का BJP पर बड़ा हमला: दलित नेताओं के अपमान का लगाया आरोप

खरगे को ‘पागल’ कहने पर नाराज़गी, बोले – यह पूरे दलित समाज का अपमान

तीसरा पक्ष ब्यूरो पटना,12 सितंबर 2025 – बिहार की राजनीति में अपने बेबाक बयानों के लिए पहचाने जाने वाले जन अधिकार पार्टी (JAPL) के मुखिया और पूर्व सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) पर तीखा हमला बोला है. उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा दलित समाज के नेताओं को लगातार अपमानित कर रही है और उनके साथ अन्याय कर रही है.

पप्पू यादव ने अपने आधिकारिक एक्स (पूर्व ट्विटर) अकाउंट @pappuyadavjapl से एक पोस्ट करते हुए कहा कि कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को ‘पागल’ बताना केवल व्यक्तिगत टिप्पणी नहीं, बल्कि पूरे दलित समाज का अपमान है.

दलितों को नेतृत्व से दूर रखती है BJP

अपने पोस्ट में पप्पू यादव ने भाजपा की संरचना पर गंभीर सवाल उठाए है. उन्होंने कहा कि बिहार की राजनीति में आज तक भाजपा ने किसी दलित को प्रदेश अध्यक्ष नहीं बनाया है. राज्य में भाजपा के पाँच उपमुख्यमंत्रियों की सूची में भी कोई दलित चेहरा नहीं है.

इतना ही नहीं, यादव ने यह भी दावा किया कि देश के 13 राज्यों में भाजपा की सरकारें हैं, लेकिन उनमें से एक भी मुख्यमंत्री दलित समाज से नहीं है.यह भाजपा की कथनी और करनी के बीच के फर्क को साफ दिखाता है.

कांग्रेस से दलित नेतृत्व देख भाजपा बौखलाई

पप्पू यादव ने भाजपा पर सीधा हमला करते हुए कहा कि जब से कांग्रेस ने दलित नेता मल्लिकार्जुन खरगे को राष्ट्रीय अध्यक्ष और बिहार में रविदास समाज से ताल्लुक रखने वाले राजेश राम को प्रदेश अध्यक्ष बनाया है, तब से भाजपा में बेचैनी बढ़ गई है.

उनका कहना था कि भाजपा दलित समाज के उभरते नेतृत्व से डर रही है और इसी कारण लगातार कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष को निशाना बना रही है.

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प्रधानमंत्री माफी माँगें दलित समाज से

पप्पू यादव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपील किया है कि वे न केवल मल्लिकार्जुन खरगे, बल्कि पूरे दलित समाज से माफी माँगें.उन्होंने कहा कि देश अब दलित समाज का अपमान बर्दाश्त नहीं करेगा.

उनका यह बयान ऐसे समय में आया है जब लोकसभा चुनाव की तैयारियां जोरों पर हैं और दलित वोट बैंक को लेकर सभी राजनीतिक दल सक्रिय हैं.पप्पू यादव ने साफ कहा कि भाजपा की यह मानसिकता लोकतंत्र और सामाजिक न्याय की भावना पर हमला है.

सोशल मीडिया पर छिड़ी सियासी बहस

पप्पू यादव की यह पोस्ट सामने आते ही सोशल मीडिया पर बहस तेज हो गई.एक ओर भाजपा समर्थक इसे महज राजनीतिक बयानबाजी बता रहे हैं, तो दूसरी ओर विपक्षी नेता भाजपा पर दलितों की अनदेखी और अपमान का आरोप लगाकर सवाल उठा रहे हैं.

विशेषज्ञों का मानना है कि दलित समाज का वोट बैंक देश की राजनीति में निर्णायक भूमिका निभाता है.ऐसे में भाजपा के खिलाफ उठ रहे इन सवालों का असर चुनावी समीकरणों पर पड़ सकता है.

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निष्कर्ष

पप्पू यादव का यह बयान केवल भाजपा पर हमला नहीं है, बल्कि भारतीय राजनीति में दलित नेतृत्व और उनके सम्मान को लेकर उठ रही बड़ी बहस का हिस्सा है.
जहाँ एक ओर कांग्रेस दलित नेताओं को शीर्ष नेतृत्व में जगह देकर संदेश देने की कोशिश कर रही है, वहीं दूसरी ओर भाजपा पर दलितों की उपेक्षा और अपमान के आरोप विपक्षी दलों के लिए बड़ा हथियार बन सकते हैं.

आने वाले लोकसभा चुनावों में यह विवाद दलित वोट बैंक की अहमियत को और भी बढ़ा देगा.

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