अब ड्रोन से तस्करी नहीं! होने वाली तस्करी पर सख्ती
तीसरा पक्ष ब्यूरो चंडीगढ़, 9 अगस्त:पंजाब, जो देश की उत्तरी सरहद पर एक संवेदनशील राज्य है. लंबे समय से एक बड़ी समस्या से जूझ रहा है — ड्रोन के ज़रिये पाकिस्तान से हथियार और नशे की तस्करी.लेकिन अब पंजाब सरकार ने इस पर लगाम लगाने के लिए एक बड़ा और तकनीकी कदम उठा लिया है.
दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने खुद यह जानकारी X (पहले ट्विटर) पर साझा किया है.उन्होंने बताया कि पंजाब सरकार ने आज से एंटी-ड्रोन गन का इस्तेमाल शुरू कर दिया है. जिससे ड्रोन के जरिये हो रही तस्करी पर सख्त रोक लगाया जायेगा.
क्या है एंटी-ड्रोन गन?
एंटी-ड्रोन गन एक हाई-टेक इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस होता है जो उड़ते हुए ड्रोन के सिग्नल को जैम (जाम) कर देती है. इससे ड्रोन या तो वहीं रुक जाता है या फिर जमीन पर गिर जाता है. यह डिवाइस खासकर सीमावर्ती इलाकों में तस्करी रोकने के लिए इस्तेमाल किया जाता है.
- अब पंजाब की सीमा पर यह गनें तैनात की जाएंगी जिससे:
- ड्रोन की गतिविधियों की निगरानी होगी
- तस्करी से पहले ही ड्रोन को रोका जा सकेगा
- सीमावर्ती गांवों में सुरक्षा बढ़ेगी
क्यों जरूरी था ये कदम?
पिछले कुछ सालों में पाकिस्तान की तरफ से पंजाब में ड्रोन के जरिये नशा और हथियार भेजे जाने की घटनाएं बढ़ता जा रहा था.बीएसएफ और पंजाब पुलिस भले ही सतर्क था.लेकिन ड्रोन की गति और ऊंचाई की वजह से उन्हें ट्रैक करना मुश्किल हो रहा था.
सरकारी आंकड़ों के अनुसार सिर्फ पिछले एक साल में 200 से ज़्यादा ड्रोन मूवमेंट्स पंजाब की सीमा पर पकड़ा गया.इनमें से कई ड्रोन के ज़रिए हेरोइन, पिस्टल, AK-47, और अन्य विस्फोटक सामग्री भेजा गया था.
क्या होगा एंटी-ड्रोन गन का असर?
एंटी-ड्रोन गन की तैनाती से अब राज्य की सुरक्षा प्रणाली को एक मजबूत टेक्नोलॉजिकल बैकअप मिल जायेगा.इसका असर सीधे तौर पर निम्नलिखित क्षेत्रों में दिखेगा.
- नशे की तस्करी पर बड़ा ब्रेक लगेगा
- युवाओं को नशे से बचाने में मदद मिलेगा
- सीमा पार आतंकवादी गतिविधियों पर लगाम लगेगा
- पंजाब पुलिस और बीएसएफ की रिएक्शन क्षमता तेज़ होगा
अरविंद केजरीवाल का बयान
केजरीवाल ने X पर लिखा
पंजाब सरकार आज से एंटी-ड्रोन गन्स का इस्तेमाल शुरू करने जा रही है.इससे सरहद पार से आने वाले हथियार और नशे की तस्करी पर लगेगी कड़ी लगाम.
इस बयान के साथ उन्होंने आम आदमी पार्टी की पंजाब सरकार की इस तकनीकी पहल को एक देशभक्ति से भरा निर्णायक कदम बताया.
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पंजाब अब तैयार है हाई-टेक सुरक्षा के लिए
पंजाब सरकार की यह पहल सिर्फ राज्य के लिए नहीं बल्कि पूरे देश के लिए सुरक्षा के नए मानक स्थापित करने की दिशा में एक बड़ा कदम है.आने वाले दिनों में अगर यह प्रयोग सफल होता है.तो बाकी सीमावर्ती राज्यों में भी एंटी-ड्रोन टेक्नोलॉजी को तैनात किया जा सकता है.
निष्कर्ष
आज के समय में जब दुश्मन देश ड्रोन तकनीक का इस्तेमाल तस्करी और आतंक फैलाने के लिए कर रहा हैं.तब पंजाब सरकार की यह पहल एक साहसिक और जरूरी कदम है.इससे न सिर्फ सुरक्षा बढ़ेगी बल्कि राज्य के नौजवानों को नशे की गिरफ्त से बाहर निकालने में भी मदद मिलेगी.
तकनीक के साथ जब राजनीतिक इच्छाशक्ति जुड़ती है, तो बदलाव तय है.

मेरा नाम रंजीत कुमार है और मैं समाजशास्त्र में स्नातकोत्तर (एम.ए.) हूँ. मैं महत्वपूर्ण सामाजिक, सांस्कृतिक एवं राजनीतिक मुद्दों पर गहन एवं विचारोत्तेजक लेखन में रुचि रखता हूँ। समाज में व्याप्त जटिल विषयों को सरल, शोध-आधारित तथा पठनीय शैली में प्रस्तुत करना मेरा मुख्य उद्देश्य है.
लेखन के अलावा, मूझे अकादमिक शोध पढ़ने, सामुदायिक संवाद में भाग लेने तथा समसामयिक सामाजिक-राजनीतिक घटनाक्रमों पर चर्चा करने में गहरी दिलचस्पी है.