भावनात्मक पोस्ट सोशल मीडिया पर वायरल
तीसरा पक्ष ब्यूरो नई दिल्ली, 20 अगस्त 2025 – कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने अपने पिता व पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के सपनों को अपना जीवन लक्ष्य बताते हुए सोशल मीडिया पर एक भावुक पोस्ट साझा किया है. एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर साझा की गई इस पोस्ट में उन्होंने एक समावेशी, संवेदनशील और लोकतांत्रिक भारत की कल्पना को दोहराया.
राहुल गांधी ने लिखा है कि,
मैं एक ऐसे भारत की कल्पना करता हूं जहां हर व्यक्ति को बराबरी का सम्मान मिले, समाज में आपसी सौहार्द बना रहे और देश संविधान व लोकतांत्रिक मूल्यों की मजबूत नींव पर खड़ा हो. पापा, आपके देखे इस स्वप्न को साकार करना ही मेरी ज़िंदगी का असली मकसद है
राजनीतिक दृष्टिकोण और संवेदनशीलता की झलक
राहुल गांधी का यह संदेश केवल एक भावुक श्रद्धांजलि भर नहीं है. बल्कि इसमें उनके राजनीतिक दृष्टिकोण की स्पष्ट दिशा दिखाई देती है.उन्होंने साफ कर दिया है कि उनके लिए राजनीति का मकसद सिर्फ सत्ता प्राप्त करना नहीं बल्कि एक ऐसे भारत का निर्माण करना है जो समता, संविधान और सद्भावना की नींव पर खड़ा हो. जहां समानता और न्याय के सिद्धांत जीवित रहें.
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सोशल मीडिया पर मिल रही प्रतिक्रियाएं
राहुल गांधी की इस पोस्ट को लेकर सोशल मीडिया पर मिलीजुली प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं. कांग्रेस समर्थकों ने इसे, राहुल गांधी की वैचारिक प्रतिबद्धता बताया है. जबकि विरोधी खेमे ने इसे एक राजनीतिक स्टेटमेंट” करार दिया है.
राजीव गांधी की विरासत की याद
यह केवल पुत्र की श्रद्धांजलि नहीं, बल्कि एक गहरे विचार और उद्देश्य की झलक भी है,कि वह भारतीय राजनीति को किस दिशा में ले जाना चाहते हैं — एक ऐसा भारत जो संविधान और लोकतांत्रिक मूल्यों पर टिका हो.
निष्कर्ष
राहुल गांधी का यह बयान न केवल उनके पिता राजीव गांधी के विचारों को श्रद्धांजलि है. बल्कि यह भी दर्शाता है कि वे आज भी लोकतंत्र, संविधान और सामाजिक सौहार्द को भारत की राजनीतिक दिशा का मूल आधार मानते हैं. ऐसे वक्त में जब देश में वैचारिक ध्रुवीकरण तेज़ है.राहुल गांधी का यह संदेश एक समावेशी और सम्मानपूर्ण भारत की ओर उनकी प्रतिबद्धता को रेखांकित करता है.
मेरा नाम रंजीत कुमार है और मैं समाजशास्त्र में स्नातकोत्तर (एम.ए.) हूँ. मैं महत्वपूर्ण सामाजिक, सांस्कृतिक एवं राजनीतिक मुद्दों पर गहन एवं विचारोत्तेजक लेखन में रुचि रखता हूँ। समाज में व्याप्त जटिल विषयों को सरल, शोध-आधारित तथा पठनीय शैली में प्रस्तुत करना मेरा मुख्य उद्देश्य है.
लेखन के अलावा, मूझे अकादमिक शोध पढ़ने, सामुदायिक संवाद में भाग लेने तथा समसामयिक सामाजिक-राजनीतिक घटनाक्रमों पर चर्चा करने में गहरी दिलचस्पी है.



















