राहुल गांधी की सुरक्षा पर बढ़ती चिंता: सुप्रिया श्रीनेत का बीजेपी पर गंभीर आरोप

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Kumar Ranjit

भारत
राहुल गांधी की सुरक्षा पर बढ़ती चिंता: सुप्रिया श्रीनेत का बीजेपी पर गंभीर आरोप

राहुल गांधी को धमकी, कांग्रेस बनाम बीजेपी, लोकतंत्र पर खतरा

तीसरा पक्ष ब्यूरो पटना,29 सितंबर 2025 — भारतीय राजनीति में आज एक और गंभीर मुद्दा उठ खड़ा हुआ है—कांग्रेस नेता राहुल गांधी की सुरक्षा. कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने अपने X (Twitter) पोस्ट के माध्यम से गहरी चिंता जाहिर करते हुए कहा है कि राहुल गांधी की जिंदगी खतरे में है.उन्होंने बीजेपी और संघ परिवार की विचारधारा पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि भाजपा नेताओं और उनके समर्थकों के बयानों से राहुल गांधी की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़ा हो गया है.

सुप्रिया श्रीनेत की आशंका: क्यों बढ़ रही है चिंता?

सुप्रिया श्रीनेत का कहना है कि हाल ही में एक टीवी डिबेट के दौरान बीजेपी प्रवक्ता ने राहुल गांधी पर गोली चलाने जैसी बात कही है. यह बयान सिर्फ विवादित ही नहीं बल्कि लोकतंत्र की बुनियाद को हिलाने वाला है. उन्होंने याद दिलाया कि यह पहली बार नहीं है जब ऐसे बयान सामने आया है .

पहले किसी ने राहुल गांधी की जुबान काटने की धमकी दी थी.

किसी ने उनके सिर काटने पर इनाम घोषित किया था.

और कई बार इंदिरा गांधी की हत्या का उदाहरण देकर असंवेदनशील बयान दिया गया .

इसके बावजूद भाजपा नेतृत्व की चुप्पी और कार्रवाई की कमी ने सुप्रिया श्रीनेत की चिंता को और गहरा कर दिया है.

बीजेपी और संघ पर हमला

सुप्रिया श्रीनेत ने अपने पोस्ट में कहा कि “संघियों का इतिहास हिंसा से भरा हुआ है. उन्होंने नाथूराम गोडसे का उदाहरण दिया, जिसने महात्मा गांधी की हत्या किया था. उनका आरोप है कि बीजेपी और उसकी विचारधारा सच का सामना नहीं कर सकती है , इसलिए हिंसा का सहारा लेती है.

सुरक्षा एजेंसियों और मीडिया पर सवाल

श्रीनेत ने सिर्फ बीजेपी पर ही नहीं बल्कि सुरक्षा एजेंसियों और मीडिया पर भी सवाल खड़ा किया .

उनके अनुसार, सुरक्षा एजेंसियां राहुल गांधी से जुड़ी संवेदनशील चिट्ठियाँ लीक कर रही हैं.

भाजपा IT सेल ट्रोल्स राहुल गांधी के विदेशी दौरों की तस्वीरें और वीडियो वायरल कर उनकी सुरक्षा को खतरे में डालते हैं.

वहीं मीडिया पर सवाल उठाते हुए उन्होंने कहा, “जब किसी भी छोटे मुद्दे पर टीवी चैनल्स बहस कर लेते हैं, तो विपक्ष के नेता को खुलेआम गोली मारने की धमकी पर चुप्पी क्यों साधी जाती है?

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राहुल गांधी: संघर्ष और बलिदान की विरासत

सुप्रिया श्रीनेत ने राहुल गांधी के जीवन से जुड़े दर्दनाक अनुभवों का जिक्र किया—

14 साल की उम्र में उन्होंने अपनी दादी इंदिरा गांधी को गोलियों से छलनी होते देखा है.

21 साल की उम्र में अपने पिता राजीव गांधी को आतंकवादियों की हिंसा का शिकार होते देखा.

इन दोनों घटनाओं ने राहुल गांधी को गहराई से प्रभावित किया है. श्रीनेत के अनुसार, यही कारण है कि राहुल गांधी जनता की आवाज बनकर, निडर और बेख़ौफ़ होकर राजनीति कर रहे हैं.

वोट चोरी का मुद्दा और राहुल गांधी की लोकप्रियता

सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि राहुल गांधी ने भाजपा की सबसे बड़ी कमज़ोरी पर हाथ रख दिया है—वोट चोरी.
उनके मुताबिक, राहुल गांधी ने जनता को यह दिखा दिया है कि किस तरह लोकतंत्र को कमजोर कर चुनावी प्रक्रिया से छेड़छाड़ किया जा रहा है . यही वजह है कि आज देशभर में “वोट चोर, गद्दी छोड़” के नारे गूंज रहे हैं.

सुप्रिया श्रीनेत की मांग

उन्होंने भाजपा से साफ तौर पर कहा कि ऐसे नेताओं और प्रवक्ताओं पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिये जो खुलेआम हिंसा भड़काने वाले बयान देते हैं. साथ ही उन्होंने प्रधानमंत्री और गृहमंत्री से सवाल पूछा कि क्या ऐसी बातें उनकी सहमति से कही जा रही हैं?

निष्कर्ष

सुप्रिया श्रीनेत का यह बयान सिर्फ एक राजनीतिक हमला नहीं बल्कि एक गंभीर चेतावनी है.राहुल गांधी भारत की राजनीति में एक बड़ा चेहरा हैं और उनकी सुरक्षा पर किसी भी तरह का समझौता लोकतंत्र की जड़ों को कमजोर कर सकता है.
आज जरूरत है कि राजनीतिक मतभेदों को संवैधानिक और लोकतांत्रिक दायरे में रहकर सुलझाया जाये. हिंसा और धमकी की भाषा किसी भी लोकतंत्र के लिए कलंक है.

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