मोदी सरकार ने भारत के विदेश नीति को चौपट कर दिया:राहुल गांधी

| BY

Ajit Kumar

भारततीसरा पक्ष आलेखबिहार

राहुल ने पूछा एस. जयशंकर से सवाल !

तीसरा पक्ष ब्यूरो :नई दिल्ली, 23 मई को कांग्रेस नेता और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने एक बार फिर मोदी सरकार को निशाने पर लिया है. इस बार उन्होंने विदेश नीति को लेकर सरकार पर जोरदार तरीके से तीखा हमला बोला है. राहुल ने कहा कि भारत कि विदेश नीति बुरी तरह से पटरी से उतर चूका है और ध्वस्त हो चूका है और इससे देश की साख पर बहुत असर पड़ा है.

राहुल ने एक वीडियो जारी किया जिसमें उन्होंने विदेश मंत्री एस. जयशंकर के हाल ही में दिए गए इंटरव्यू पर सवाल उठाया है और कांग्रेस पार्टी ने इस वीडियो को अपने आधिकारिक एक्स (पहले ट्विटर) अकाउंट से शेयर भी किया है.

वीडियो में राहुल गांधी पूछते हैं कि

भारत को बार-बार पाकिस्तान से नाम क्यों जोड़ा जा रहा है?
पाकिस्तान की आलोचना में एक भी देश हमारे साथ क्यों नहीं खड़ा हुआ?
और सबसे अहम सवाल कि,डोनाल्ड ट्रंप को भारत-पाक के बीच मध्यस्थता की बात किसने कहा था?

राहुल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी निशाना साधा और तंज कसते हुये कहा कि “मोदी जी का 56 इंच का सीना तो बहुत सुना है, लेकिन विदेश नीति में भारत का इज्जत दिन-ब-दिन गिरता जा रहा है.

राहुल गांधी ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ और सर्जिकल स्ट्राइक का मुद्दा भी उठाते हुये.राहुल ने दावा किया कि भारत ने पहलगाम हमले के बाद पाकिस्तान में सर्जिकल स्ट्राइक किया था.लेकिन सरकार ने पहले से ही पाकिस्तान को इस बारे में क्यों बता दिया? उन्होंने इसको एक “गंभीर चूक” बताया और कहा कि इससे भारत को ही नुकसान हुआ है.

कांग्रेस पार्टी ने भी राहुल के सवालों को पुरे जोरशोर से उठाया और विदेश मंत्री एस. जयशंकर पर सीधा हमला बोला है कुछ नेताओं ने तो उन्हें “जयचंद जयशंकर” तक कह दिया है. उसके बाद जवाब में बीजेपी ने भी पलटवार करते हुए राहुल गांधी को “नए जमाने का मीर जाफर” करार दिया और कहा कि वो मोदी सरकार और देश की सेना को बदनाम करने के लिये कोशिश किया जा रहा है.

राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि राहुल गांधी का यह बयानबाजी विदेश नीति पर एक नई बहस को जन्म दे सकता है अब देखने वाली बात यह होगा कि सरकार इन सवालों का जवाब देती है या फिर ये मामला सिर्फ एक राजनीतिक बयानबाजी बनकर रह जायगा.
इस पूरे मुद्दे पर सोशल मीडिया पर भी बहस छिड़गया है और लोग भी अपनी-अपनी राय दे रहे हैं.

अब सवाल यह है की , क्या वाकई भारत की विदेश नीति कमज़ोर हो रहा है या यह एक केवल सियासत का हिस्सा है?
आपकी क्या राय है? जरूर बताये

Leave a Comment