राजद ने सप्त शहीदों को दी श्रद्धांजलि

| BY

Ajit Kumar

बिहार
राजद ने सप्त शहीदों को दी श्रद्धांजलि भारत छोड़ो आंदोलन की विरासत को किया नमन

भारत छोड़ो आंदोलन की विरासत को किया नमन

तीसरा पक्ष ब्यूरो पटना, 11 अगस्त :भारत छोड़ो आंदोलन की विरासत को सम्मानित करते हुये राष्ट्रीय जनता दल (राजद) ने आज स्वतंत्रता संग्राम में अपने प्राणों की आहुति देने वाले सप्त शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित किया.राजधानी पटना स्थित सचिवालय के समीप शहीद स्थल पर पार्टी के सैकड़ों नेताओं और कार्यकर्ताओं ने एकत्र होकर देशभक्ति की मिसाल बने वीरों की प्रतिमाओं पर माल्यार्पण किया.

राजद ने सप्त शहीदों को दी श्रद्धांजलि

यह कार्यक्रम झंडोत्तोलन के दौरान आयोजित किया गया जिसमें राजद के वरिष्ठ नेताओं ने शहीद उमाकांत प्रसाद सिन्हा, रामानंद सिन्हा, सतीश प्रसाद झा, जगपति कुमार, देवीपत चौधरी, राजेन्द्र सिंह और रामगोविन्द सिन्हा के संघर्ष और बलिदान को याद करते हुए उन्हें नमन किया.

इन वीर सपूतों ने 1942 के भारत छोड़ो आंदोलन के दौरान करो या मरो के गांधीवादी आह्वान को आत्मसात करते हुये अपने प्राण न्योछावर कर दिए थे.उनकी शहादत न केवल स्वतंत्रता संग्राम के लिए प्रेरणा बनी है बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए भी आदर्श बन गई.

राजद नेताओं ने श्रद्धांजलि अर्पण के उपरांत यह संकल्प भी लिया कि इन अमर शहीदों की देशभक्ति और बलिदान को हमेशा जीवंत रखा जाएगा और उनके दिखाए रास्ते पर चलकर समाज और देश के प्रति कर्तव्यों का निर्वहन किया जायेगा.

इस भावुक समारोह में राज्य के राष्ट्रीय महासचिव श्री बीनू यादव, मो. मुजफ्फर हुसैन राही, एजाज अहमद, मृत्युंजय तिवारी, संतोष जायसवाल, मदन शर्मा, फैयाज आलम कमाल, मुकुंद सिंह, भाई अरुण कुमार, संजय यादव, खुर्शीद आलम सिद्दीकी, नन्दू यादव, डॉ. प्रेम कुमार गुप्ता, मधु मंजरी, प्रमोद कुमार सिन्हा, निर्भय अम्बेडकर, अभिषेक कुमार सिंह, श्याम नंदन पासवान, प्रदीप मेहता, श्रवण कुशवाहा, डॉ. मोहित कुमार, गुलाम रब्बानी, सरदार रंजीत सिंह, उपेन्द्र चन्द्रवंशी, उदय कुमार यादव, गणेश कुमार यादव, शिवेन्द्र कुमार तांती, कुंदन राय, राज कुमार शर्मा, पारस उर्फ गुड्डू यादव, संजय कुमार सिंह, विजय कुमार यादव, माया गुप्ता, संजीत ठाकुर, बिंदन यादव, चन्देश्वर प्रसाद सिंह, विनोद यादव, उमेश प्रसाद यादव समेत अनेक गणमान्य नेता उपस्थित थे.

राजद की यह पहल न केवल आज़ादी की लड़ाई में शहीद हुए युवाओं को सच्ची श्रद्धांजलि था. बल्कि आज के राजनीतिक परिप्रेक्ष्य में देशभक्ति की भावना को पुनः जागृत करने का भी सार्थक प्रयास साबित हुई.

Trending news

Leave a Comment