राजद नेता डॉ. अजीत यादव ने भाजपा का दामन थामा

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kmSudha

बिहार
राजद नेता डॉ. अजीत यादव ने भाजपा का दामन थामा

सैकड़ों समर्थकों संग भाजपा में हुए शामिल

तीसरा पक्ष ब्यूरो पटना, 27 जून:बिहार की राजनीति में एक अहम मोड़ उस समय देखने को मिला जब जहानाबाद के राजद नेता और समाजसेवी डॉ. अजीत कुमार यादव ने आज पटना स्थित भाजपा प्रदेश कार्यालय में सैकड़ों समर्थकों के साथ भाजपा का दामन थाम लिया.इस अवसर पर आयोजित मिलन समारोह में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. दिलीप जायसवाल ने सभी नवागंतुकों को पार्टी की सदस्यता दिलाई और उनका गर्मजोशी से स्वागत किया.

डॉ. अजीत यादव की समाजसेवा की गहरी पहचान

डॉ. अजीत यादव की समाजसेवा की गहरी पहचान

भाजपा में शामिल होते ही डॉ. अजीत यादव ने अपने पुराने राजनीतिक सफर को पीछे छोड़ते हुए एक नई शुरुआत की.भाजपा अध्यक्ष डॉ. दिलीप जायसवाल ने कहा कि डॉ. यादव का शाहाबाद और मगध क्षेत्र में समाजसेवी के रूप में गहरा प्रभाव है, और उनका भाजपा में आना पार्टी के लिए एक नई ऊर्जा लेकर आएगा.उन्होंने कहा की ऐसे वरिष्ठ और लोकप्रिय नेता का भाजपा में शामिल होना हमारी विचारधारा की स्वीकार्यता को दर्शाता है.

पूर्वजों की राजनीतिक विरासत

डॉ. यादव के पिता, स्वर्गीय सुरेश सिंह यादव, कांग्रेस और राजद दोनों दलों में लंबे समय तक सक्रिय रहे. 1977 से 1991 तक कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रहे, फिर 1991 से 2018 तक राजद से जुड़े रहे. वर्ष 2000 में नगर परिषद चुनाव में भारी मतों से विजय प्राप्त कर चुके थे. इस पारिवारिक विरासत के साथ अब डॉ. अजीत यादव का भाजपा में आना एक रणनीतिक परिवर्तन के तौर पर देखा जा रहा है.

कई नेताओं और युवाओं ने भाजपा को चुना

कई नेताओं और युवाओं ने भाजपा को चुना

इस अवसर पर काको प्रखंड के वार्ड संघ अध्यक्ष सीताराम यादव, विकास यादव, रौशन वर्मा, सन्नी कुमार, विकास कुमार, धर्मेन्द्र कुमार, अभिमन्यु कुमार यादव, मनीष कुमार, चंदन कुमार, प्रकाश कुमार, गुड्डु कुमार सहित कई प्रमुख कार्यकर्ताओं और युवाओं ने भाजपा की विचारधारा पर भरोसा जताया और पार्टी की सदस्यता ग्रहण की.

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यादव समाज को लेकर भाजपा की स्पष्ट नीति

अपने संबोधन में डॉ. जायसवाल ने दो टूक कहा कि भाजपा यादव समाज को दिल से सम्मान देती है, न कि केवल राजनीतिक औजार के रूप में देखती है. उन्होंने कहा की आज देश में सबसे अधिक यादव विधायक और सांसद भाजपा से जुड़े हैं. बावजूद इसके कुछ राजनीतिक दल यादवों पर एकाधिकार जताते हैं, जो अब बदलने वाला है.

यादव समाज को लेकर भाजपा की स्पष्ट नीति

उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा कार्यकर्ता अब हर यादव परिवार तक जाकर यह बताएंगे कि भाजपा ही उनका सच्चा हितैषी है. “भगवान श्रीकृष्ण के वंशजों का स्वाभाविक स्थान भाजपा में है,” ऐसा दावा करते हुए उन्होंने यादव समाज से भाजपा के साथ खड़े होने की अपील की.

समारोह में अनेक वरिष्ठ नेता रहे मौजूद

इस मिलन समारोह में भाजपा के प्रदेश महामंत्री राधामोहन शर्मा, एमएलसी अनिल शर्मा और वरिष्ठ नेता प्रमोद चंद्रवंशी सहित कई अन्य प्रमुख चेहरे शामिल रहे. सभी ने एक सुर में डॉ. अजीत यादव और उनके समर्थकों का स्वागत किया.

निष्कर्ष:

डॉ. अजीत यादव और उनके समर्थकों का भाजपा में शामिल होना बिहार की सियासत में एक महत्वपूर्ण घटनाक्रम माना जा रहा है. यह कदम भाजपा के सामाजिक समीकरणों को और मजबूत करेगा, खासकर यादव समुदाय के बीच पार्टी की पकड़ को विस्तार देने में मददगार साबित हो सकता है.भाजपा के लिए यह अवसर है कि वह सामाजिक समावेश की अपनी नीति को धरातल पर उतारे और यह साबित करे कि वह हर वर्ग के लिए समान रूप से प्रतिबद्ध है.

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