चेहरे से खुलेगा सेहत का राज़: हैदराबाद की AI टेक्नोलॉजी का कमाल
तीसरा पक्ष डेस्क : हैदराबाद के नीलोफर अस्पताल में अब ब्लड टेस्ट कराना और भी आसान हो गया है. न सुई, न खून, न दर्द! अब सिर्फ एक सेल्फी से ही आपका ब्लड प्रेशर, ऑक्सीजन लेवल और हार्ट रेट पता चल सकता है.
क्या है ये नया कमाल?
जी हां, नीलोफर अस्पताल ने भारत में पहली बार एक ऐसी तकनीक अपनाई है, जो AI की मदद से सिर्फ 20 से 60 सेकंड में आपके चेहरे को स्कैन करके यह सारी हेल्थ डिटेल्स बता देता है.
इस कमाल की टेक्नोलॉजी का नाम है “अमृत स्वस्थ भारत”, जिसे हेल्थ-टेक स्टार्टअप Quick Vitals ने बनाया है. अब टेस्ट के लिए न खून देना पड़ेगा, न दर्द झेलना पड़ेगा , बस कैमरे के सामने बैठो, सेल्फी लो, और पलक झपकते ही रिपोर्ट तैयार!
सच में, यह तकनीक ने हेल्थकेयर को एकदम आसान बना दिया है.
यह सिस्टम आखिर करता क्या है?
बस अपने मोबाइल या किसी डिवाइस से एक सेल्फी लो – मतलब चेहरा स्कैन करवाओ, और AI कमाल दिखा देगा.
कुछ ही सेकंड में यह आपके चेहरे को देखकर बता देगा कि ब्लड प्रेशर, हार्ट रेट और ऑक्सीजन लेवल कितना है.
कैसे करता है काम?
सेल्फी खींचो: कैमरे में चेहरा दिखाओ.
रिजल्ट झटपट: AI कुछ सेकंड में हेल्थ रिपोर्ट बता देगा.
सबके लिए आसान: बच्चे हों या बुज़ुर्ग, कोई भी आसानी से टेस्ट कर सकता है – बिना किसी झंझट के।
क्या, बात है न कमाल की?
सोचिए, गांव-देहात में जहां न डॉक्टर हैं, न लैब – वहां लोग टेस्ट के लिए शहर भागते हैं. अब बस एक मोबाइल से टेस्ट हो जाएगा.
ना लाइन में लगना, ना लैब ढूंढनी, ना ज्यादा पैसे खर्च करने – सब कुछ झटपट और सस्ता!
हेल्थकेयर में मचाएगा धमाल:
गांवों के लिए वरदान: जहां सुविधाएं नहीं हैं, वहां ये टेक्नोलॉजी बहुत काम आएगी.
सस्ता और फास्ट: रिजल्ट जल्दी मिलेगा और खर्चा भी कम होगा.
बीमारी जल्दी पकड़ो: जब बीमारी का पता पहले लगेगा, तो इलाज भी टाइम पर शुरू हो सकेगा.
आगे क्या प्लान है?
अभी तो बस झलक दिखी है, असली पिक्चर तो बाकी है!
फिलहाल ये टेक्नोलॉजी ब्लड प्रेशर, हार्ट रेट और ऑक्सीजन लेवल जाँच रही है, लेकिन प्लान है कि आने वाले टाइम में इससे ब्लड शुगर, हीमोग्लोबिन जैसी और भी जरूरी हेल्थ रिपोर्ट भी निकाली जा सके.
सरकार और प्राइवेट कंपनियां मिलकर इसे पूरे देश में फैलाने की तैयारी में हैं.
हिन्दुस्तान अख़बार की रिपोर्ट के मुताबिक, महाराष्ट्र जैसे राज्यों में इसे सबसे पहले लागू करने की बात चल रहा है.
मतलब?
भविष्य में बस मोबाइल उठाओ, सेल्फी खींचो और हेल्थ रिपोर्ट पाओ – वो भी बिना अस्पताल जाए, बिना कतार में लगे, बिना ज्यादा पैसे खर्च किए.
निष्कर्ष
सेल्फी लो – हेल्थ चेक करो!
ये टेक्नोलॉजी वाकई में धमाकेदार है और आने वाले टाइम में हेल्थकेयर को पूरी तरह से बदल सकती है.
अब टेस्ट कराने के लिए मशीन या अस्पताल नहीं – बस मोबाइल चाहिए और काम हो गया!
स्रोत: सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X और कई अखबारों की हाल की रिपोर्ट्स पर आधारित जानकारी.

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