एनडीए नेताओं के पास न विजन है, न मिशन !

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Ajit Kumar

बिहार
एनडीए नेताओं के पास न विजन है, न मिशन !

बिहार अब नकारात्मक राजनीति से ऊब चुका है!

तीसरा पक्ष ब्यूरो पटना, 29 अक्टूबर 2025—महागठबंधन द्वारा जारी तेजस्वी प्रण, पर एनडीए नेताओं की तीखी प्रतिक्रिया सामने आने के बाद, राजद प्रदेश प्रवक्ता चित्तरंजन गगन ने कहा है कि इन बयानों से एनडीए नेताओं की मानसिक दिवालियापन साफ झलकती है.
उन्होंने कहा कि बिहार के लिए एनडीए के पास न तो कोई विजन है और न ही मिशन.पिछले दो दशकों से वे केवल नकारात्मक राजनीति में उलझे रहे हैं, जिसके कारण बिहार विकास के बजाय पलायन, बेरोज़गारी और पिछड़ेपन का प्रतीक बन गया है.

चित्तरंजन गगन ने कहा कि ,

बिहार की जनता अब एनडीए की नकारात्मक राजनीति को पूरी तरह समझ चुकी है. वे अब उनके झांसे में आने वाले नहीं हैं. पिछले 20 वर्षों की नीतियों ने बिहार को केवल मजदूर आपूर्ति करने वाला प्रदेश बना दिया है.

तेजस्वी प्रण — दिलों को जोड़ने वाला संकल्प, वादों का नहीं विश्वास का दस्तावेज़

महागठबंधन की ओर से भावी मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने जिस तेजस्वी प्रण को जनता के सामने रखा है, उसे गगन ने दल और दिल दोनों का संकल्प पत्र बताया.
उन्होंने कहा कि इस घोषणापत्र की हर पंक्ति में संवेदना है, हर घोषणा के पीछे ठोस ब्लूप्रिंट है और हर वादा दिल से लिया गया प्रण है.

यह कोई हवाई घोषणा नहीं है, बल्कि लंबे वर्कआउट, डेटा स्टडी और जनता की आकांक्षाओं को समझने के बाद तैयार किया गया दस्तावेज़ है.लेकिन जिनके दिल-दिमाग पर नकारात्मकता हावी है, वे इसे समझ ही नहीं सकते.

गगन ने आगे कहा कि बिहार को अब ऐसे नेतृत्व की जरूरत है जो रोज़गार, शिक्षा, सामाजिक न्याय और आत्मनिर्भरता की दिशा में ठोस काम करे — और यही दिशा तेजस्वी प्रण दिखाता है.

तेजस्वी प्रण की मुख्य घोषणाएं — जनहित से जुड़ी, जनभावना से प्रेरित

महागठबंधन के तेजस्वी प्रण में दर्ज घोषणाएं सिर्फ वादे नहीं, बल्कि बिहार के नवनिर्माण की रोडमैप हैं.
मुख्य घोषणाओं में शामिल हैं:

हर घर एक सरकारी नौकरी देने का संकल्प

पुरानी पेंशन स्कीम की बहाली

संविदा राज की समाप्ति और संविदाकर्मियों को स्थायी नौकरी

हर अनुमंडल में महिला डिग्री कॉलेज की स्थापना

बचे हुए प्रखंडों में एक डिग्री कॉलेज

वित्त रहित कॉलेजों के शिक्षकों को नियमित वेतन

जीविका दीदियों के लिए सरकारी नौकरी व आर्थिक सशक्तिकरण

लोहार, बढ़ई, मोची, नाई, कुम्हार जैसे पारंपरिक व्यवसायों को 5 लाख की ब्याज-मुक्त सहायता राशि

दो वर्षों तक ब्याज मुक्त ऋण योजना

बिना पेपर लीक के ससमय परीक्षा और विश्वविद्यालय सत्रों का नियमितीकरण

प्रतियोगी परीक्षार्थियों के लिए नि:शुल्क फॉर्म

सामान्यतः नो लाठीचार्ज नीति

इन योजनाओं को गगन ने बिहार के सामाजिक-आर्थिक पुनर्जागरण की आधारशिला बताया.

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एनडीए की आलोचना — विकास विरोधी मानसिकता का प्रतीक

राजद प्रवक्ता ने एनडीए नेताओं पर सीधा प्रहार करते हुए कहा कि जो आज ‘तेजस्वी प्रण’ पर सवाल उठा रहे हैं, वही लोग कभी तेजस्वी यादव के दस लाख नौकरी देने के वादे पर हंसी उड़ाते थे.
लेकिन जब उन्होंने नौकरी देने की प्रक्रिया शुरू की और युवाओं में विश्वास जगाया, तो वही लोग अब एक करोड़ नौकरी की बात करने लगे हैं.

यह विरोधाभास दिखाता है कि एनडीए केवल प्रतिक्रिया-आधारित राजनीति करता है.उसके पास न तो कोई दृष्टि है, न कोई ठोस योजना.

उन्होंने कहा कि बिहार की जनता अब विकास, शिक्षा, और रोजगार के मुद्दों पर वोट करेगी, न कि झूठे वादों और नकारात्मक प्रचार पर.

तेजस्वी यादव: युवाओं, महिलाओं और श्रमिकों के भरोसे की नई उम्मीद

चित्तरंजन गगन ने कहा कि तेजस्वी यादव बिहार की नई पीढ़ी के सपनों को साकार करने की दिशा में काम कर रहे हैं.
उनके नेतृत्व में महागठबंधन युवाओं को नौकरी, महिलाओं को शिक्षा और श्रमिकों को सम्मान दिलाने के लिए प्रतिबद्ध है.
तेजस्वी प्रण के माध्यम से यह दिखाया गया है कि राजनीति सिर्फ सत्ता में आने का माध्यम नहीं, बल्कि जनसेवा और जनविश्वास का संकल्प भी हो सकती है.

जनता के दिल में तेजस्वी प्रण उतर चुका है

प्रवक्ता ने कहा कि अब तेजस्वी प्रण केवल कागज़ पर लिखा संकल्प नहीं, बल्कि बिहार के हर घर के दिल में बस चुका विश्वास है.
लोग इसे अपने भविष्य का दस्तावेज़ मान रहे हैं.
उन्होंने कहा कि,

यह संकल्प पत्र अब सिर्फ राजनीतिक घोषणा नहीं, बल्कि बिहार की आत्मा की आवाज़ बन चुका है.यह वही बिहार है जो अब पलायन नहीं, प्रगति का प्रतीक बनेगा.

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