तेजस्वी यादव के राघोपुर नामांकन से बिहार में बदलाव की लहर

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Ajit Kumar

बिहार
तेजस्वी यादव के राघोपुर नामांकन से बिहार में बदलाव की लहर

उमड़ा जनसैलाब बना जनता के मन की आवाज

तीसरा पक्ष ब्यूरो पटना/हाजीपुर15 अक्टूबर 2025 — बिहार की राजनीति में एक बार फिर से नया उत्साह और ऊर्जा दिखाई दिया , जब राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के राष्ट्रीय नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री श्री तेजस्वी यादव अपने विधानसभा क्षेत्र राघोपुर से नामांकन दाखिल करने के लिए हाजीपुर पहुंचे.सोशल मीडिया पर आरजेडी की आधिकारिक पोस्ट के मुताबिक, तेजस्वी यादव के नामांकन के दौरान जिस तरह का जनसैलाब उमड़ा, उसने यह साफ़ कर दिया कि बिहार की जनता अब बदलाव चाहती है.

राघोपुर बना राजनीतिक उत्साह का केंद्र

नामांकन के मौके पर राघोपुर और हाजीपुर की सड़कों पर लोगों की भारी भीड़ उमड़ी. गांवों से, कस्बों से, और दूर-दराज़ इलाकों से लोग तेजस्वी यादव की एक झलक पाने के लिए पहुंचे. माहौल पूरी तरह चुनावी जोश से भरा था.जगह-जगह बदलाव लाएंगे, तेजस्वी आएंगे और बिहार बोले – अबकी बार, युवा सरकार जैसे नारे गूंजते रहे.

यह दृश्य सिर्फ एक नामांकन नहीं बल्कि बिहार की जनता के मन में पल रहे बदलाव की भावना का प्रतीक था.भीड़ में शामिल युवाओं, किसानों और महिलाओं की आंखों में उम्मीद थी कि तेजस्वी यादव वह चेहरा हैं जो राज्य को एक नई दिशा दे सकते हैं.

युवा नेतृत्व पर जनता का भरोसा

बिहार की राजनीति में तेजस्वी यादव एक ऐसे युवा नेता के रूप में उभरे हैं जिन्होंने अपने भाषणों, कार्यों और जनसंपर्क से जनता का भरोसा जीता है.चाहे बेरोज़गारी का मुद्दा हो या किसानों की समस्याएं — तेजस्वी यादव ने हमेशा आम जनता की आवाज़ को मुखरता से उठाया है.
उनकी यह छवि, जनता के बीच ,एक ऐसे नेता की जो सिर्फ राजनीति नहीं, समाधान की बात करता है, को और मजबूत कर रही है.

RJD की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि तेजस्वी यादव का राघोपुर से नामांकन सिर्फ एक औपचारिकता नहीं है, बल्कि यह बदलाव के संकल्प का ऐलान है.

जनता के मुद्दों को केंद्र में रखती है आरजेडी

आरजेडी की रणनीति इस बार जनता के मूल मुद्दों पर केंद्रित है. पार्टी का फोकस है.

रोजगार सृजन

शिक्षा और स्वास्थ्य में सुधार

किसानों के लिए स्थायी नीति

भ्रष्टाचार मुक्त प्रशासन

महिलाओं की सुरक्षा और सशक्तिकरण

तेजस्वी यादव लगातार यह दोहराते आए हैं कि बिहार के युवाओं को अब पलायन नहीं, अवसर चाहिए.
राघोपुर में उनका नामांकन इस बात का प्रतीक है कि वे सिर्फ नेता नहीं, बल्कि युवाओं की उम्मीदों के प्रतिनिधि हैं.

विपक्ष पर तेजस्वी का निशाना

नामांकन के बाद अपने संबोधन में तेजस्वी यादव ने कहा कि, बिहार को अब ठहराव नहीं, तरक्की चाहिये. जनता महंगाई, बेरोजगारी और भ्रष्टाचार से परेशान है. अब वक्त आ गया है बदलाव का.
उन्होंने आगे कहा कि बिहार में जो जनसैलाब उमड़ा है, वह इस बात का संकेत है कि लोग अब एक नई दिशा में सोचने को तैयार हैं.

राजनीतिक विश्लेषकों की राय

राजनीतिक विश्लेषक मानते हैं कि तेजस्वी यादव का राघोपुर से नामांकन ऐतिहासिक है, क्योंकि यह सीट उनके परिवार की राजनीतिक परंपरा से जुड़ी रही है.राघोपुर लालू प्रसाद यादव और राबड़ी देवी की राजनीतिक कर्मभूमि रही है, और अब तेजस्वी यादव इस परंपरा को एक नए युग में आगे बढ़ा रहे हैं.
उनके नेतृत्व में आरजेडी ,नए बिहार की कल्पना कर रही है — जहां विकास, शिक्षा और रोजगार केंद्र में हों.

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बदलाव की गूंज आसमान तक

आरजेडी के इस पोस्ट में लिखा गया है कि,रास्ते में उमड़ा अप्रत्याशित जनसैलाब ने बिहार में परिवर्तन पर मुहर लगा दी है.
वाकई, भीड़ का जो नज़ारा हाजीपुर में देखा गया, वह यह बताने के लिए काफी है कि बिहार की राजनीति अब एक निर्णायक मोड़ पर खड़ी है.

तेजस्वी यादव के लिए यह चुनाव सिर्फ जीत का नहीं, बल्कि जनता के सपनों को साकार करने की लड़ाई है.
जनता ने यह संदेश दे दिया है — अब बिहार बदलेगा, और तेजस्वी इसके सूत्रधार होंगे.

निष्कर्ष

तेजस्वी यादव का राघोपुर से नामांकन सिर्फ एक राजनीतिक घटना नहीं, बल्कि बिहार के भविष्य की दिशा तय करने वाला कदम है.
उमड़ा जनसैलाब, गूंजते नारे और जनता की उम्मीदें इस बात का संकेत हैं कि बिहार अब बदलाव चाहता है.
आरजेडी का यह अभियान, जो जनता की आकांक्षाओं से जुड़ा है, आने वाले दिनों में राज्य की राजनीति को नया आयाम दे सकता है.

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