तेजस्वी यादव का ऐलान: सरकार बनी तो बनेगा ‘पूर्व सैनिक आयोग

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Ajit Kumar

बिहार
तेजस्वी यादव का ऐलान: सरकार बनी तो बनेगा 'पूर्व सैनिक आयोग

पूर्व सैनिकों ने तेजस्वी को किया शॉल और अशोक स्तंभ से सम्मानित

तीसरा पक्ष ब्यूरो ,पटना, 14 जून: बिहार की सियासत में पूर्व सैनिकों की भागीदारी और उनके कल्याण को लेकर आज एक अहम पहलू सामने आया. नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने पटना में आयोजित पूर्व सैनिक सम्मेलन के दौरान यह घोषणा की कि अगर राज्य में उनकी सरकार बनती है, तो वे ‘पूर्व सैनिक आयोग’ का गठन करेंगे. इस आयोग का मकसद पूर्व सैनिकों की समस्याओं के समाधान और उनके अधिकारों की रक्षा करना होगा.

पूर्व सैनिक प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष विजय कुमार यादव की अध्यक्षता में आयोजित इस सम्मेलन में तेजस्वी यादव ने कहा, “हमारी सरकार बनती है तो हर जिले में पूर्व सैनिक कल्याण बोर्ड को न सिर्फ सक्रिय किया जाएगा, बल्कि उसे प्रभावशाली भूमिका दी जाएगी. उन्होंने यह भी कहा कि आज हम अपने घरों में सुरक्षित हैं, तो इसका श्रेय देश की सेना और हमारे वीर सैनिकों को जाता है.

सम्मेलन में सम्मान

इस मौके पर तेजस्वी यादव को पूर्व सैनिकों द्वारा पारंपरिक सम्मान स्वरूप शॉल ओढ़ाकर और अशोक स्तंभ भेंट कर सम्मानित किया गया। इस आयोजन में बड़ी संख्या में ऐसे पूर्व सैनिक मौजूद थे जिन्होंने देश की कई लड़ाइयों में हिस्सा लिया और वीरता का परिचय दिया

सम्मेलन में सम्मान

तेजस्वी यादव ने सम्मेलन के दौरान पूर्व सैनिकों के लिए विशेष आरक्षण की मांग पर भी अपना रुख स्पष्ट करते हुए कहा, “पूर्व सैनिक आयोग की अनुशंसाओं को हमारी सरकार बनने पर सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाएगी.उनका यह बयान न सिर्फ पूर्व सैनिकों के प्रति उनके संवेदनशील दृष्टिकोण को दर्शाता है, बल्कि आगामी विधानसभा चुनावों की रणनीति की ओर भी संकेत करता है.

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राजद नेताओं की मौजूदगी

सम्मेलन में राजद के वरिष्ठ नेता डॉ. रामचंद्र पूर्वे, डॉ. तनवीर हसन, चित्तरंजन गगन, अब्दुल बारी सिद्दीकी, रणविजय साहू, शक्ति सिंह यादव और अभिषेक कुमार ने भी पूर्व सैनिकों के योगदान की सराहना की और सरकार द्वारा उन्हें सम्मानजनक जीवन देने की आवश्यकता पर बल दिया.

राजद प्रवक्ता चित्तरंजन गगन ने कहा कि यह सम्मेलन सिर्फ एक औपचारिकता नहीं, बल्कि पूर्व सैनिकों के प्रति राजद की नीयत और नीति का प्रतीक है। पार्टी पूर्व सैनिकों के हक के लिए सदैव संघर्ष करती रहेगी.

बिहार में पूर्व सैनिकों को लेकर इस तरह की स्पष्ट और ठोस घोषणा पहली बार किसी बड़े राजनीतिक मंच से हुई है, जो भविष्य में राज्य की सियासी दिशा को भी प्रभावित कर सकती है.

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