दीपंकर भट्टाचार्य बोले: मोदी सरकार ने अंतरराष्ट्रीय जिम्मेदारी से किया किनारा
जंतर-मंतर पर दीपंकर भट्टाचार्य का विरोध प्रदर्शन
तीसरा पक्ष ब्यूरो: नई दिल्ली, 17 जून,जंतर-मंतर पर आज भाकपा (माले) के महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य ने गाजा में जारी इजरायली कार्रवाई और ईरान पर हुए हमले के खिलाफ जोरदार विरोध प्रदर्शन किया.उन्होंने इस नरसंहार और हमले को तत्काल रोकने की मांग की और भारत सरकार की विदेश नीति को कठघरे में खड़ा किया.
दीपंकर भट्टाचार्य ने कहा कि,
गाजा में इजरायल द्वारा किया जा रहा हमला न केवल मानवता के खिलाफ अपराध है, बल्कि यह अंतरराष्ट्रीय शांति के लिए भी एक गंभीर खतरा है. ईरान पर इजरायली हमले ने स्थिति को और भी विस्फोटक बना दिया है. ऐसे में भारत जैसे लोकतांत्रिक देश को शांति और न्याय के पक्ष में खड़ा होना चाहिए था, न कि हमलावर गुटों की पैरवी करनी चाहिए.
उन्होंने आरोप लगाया कि नरेंद्र मोदी सरकार ने अमेरिका-इजरायल धुरी का साथ देकर भारत की उस ऐतिहासिक भूमिका से मुंह मोड़ लिया है जिसमें भारत हमेशा वैश्विक न्याय, अहिंसा और गुटनिरपेक्षता का पक्षधर रहा है.
मोदी सरकार ने जिस तरह इजरायल और अमेरिका की नीतियों का समर्थन किया है, वह भारत की वैश्विक पहचान और नैतिक विरासत के लिए एक गंभीर आघात है.यह न केवल भारत की अंतरराष्ट्रीय साख को कमजोर करता है, बल्कि यह देश की स्वतंत्र विदेश नीति पर भी प्रश्नचिन्ह खड़ा करता है.
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प्रदर्शन की प्रमुख बातें:
प्रदर्शन में छात्रों, सामाजिक कार्यकर्ताओं, और विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया.
गाजा में हो रहे नरसंहार को रोको,ईरान पर हमला बंद करो, और भारत को शांति की ओर लौटाओ’ जैसे नारों के साथ प्रदर्शनकारी सड़कों पर उतरे.
प्रदर्शनकारियों ने संयुक्त राष्ट्र और अंतरराष्ट्रीय समुदाय से भी हस्तक्षेप की अपील किया .
दीपंकर भट्टाचार्य ने अंत में यह भी कहा कि उनकी पार्टी संसद और सड़कों दोनों पर इस मुद्दे को उठाएगी और भारत को एक बार फिर मानवता और न्याय की आवाज़ बनने के लिए मजबूर करेगी.

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