देश की मजबूती में सबसे बड़ी बाधा ‘बांटने वाली ताकतें: योगी आदित्यनाथ

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Kumar Ranjit

भारत
देश की मजबूती में सबसे बड़ी बाधा ‘बांटने वाली ताकतें: योगी आदित्यनाथ

भारत की एकता पर योगी आदित्यनाथ का संदेश: विभाजन ही गुलामी का कारण

तीसरा पक्ष ब्यूरो लखनऊ,9 सितंबर 2025 – उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर एक बयान जारी करते हुए कहा कि भारत की मजबूती के रास्ते में सबसे बड़ी रुकावट हमेशा से, बांटने वाली ताकतें रही हैं. उन्होंने लिखा है कि , बांटने वाली ताकतें बड़े पैमाने पर हैं, जो नहीं चाहती हैं कि भारत मजबूत हो. यह देश गुलाम इसलिए हुआ क्योंकि हम लोग आपस में बंटे हुए थे आपस में एकता नहीं था सब आपस में बिखरा हुआ था.

योगी आदित्यनाथ का यह बयान केवल राजनीति तक सीमित नहीं माना जा रहा है , बल्कि इसे सामाजिक और ऐतिहासिक संदर्भों से भी जोड़ा जा रहा है.उन्होंने भारतीय समाज को यह याद दिलाने की कोशिश किया है कि जब जब आपस में आंतरिक मतभेद गहराया हैंहमारी आपसी एकता बिखरा है , तब-तब बाहरी ताकतों ने इसका फायदा उठाकर भारत को कमजोर करने का काम किया है.

इतिहास से सबक लेने की अपील

योगी आदित्यनाथ ने यह संकेत दिया कि भारतीयों को इतिहास से सबक लेना चाहिये. उन्होंने स्पष्ट किया कि अगर हम अतीत में एकजुट रहते, तो भारत इतनी लंबी गुलामी का शिकार न बनता.मुग़ल और ब्रिटिश शासन के दौरान भी यही देखा गया कि छोटे-छोटे आंतरिक विवाद और स्वार्थपरक राजनीति ने विदेशी शासकों को मौका दिया और उन्होंने यहां की एकता को तोड़कर राज किया है.

इतिहासकारों का भी मानना है कि भारत की हार का कारण केवल बाहरी आक्रांताओं की ताकत नहीं थी, बल्कि भारतीय समाज का आंतरिक बिखराव भी था.योगी का यह बयान इसी दिशा में लोगों को चेतावनी देने जैसा है कि अगर आज भी जाति, धर्म, भाषा या क्षेत्रीय आधार पर लोग बंटे रहे, तो भारत की प्रगति की राह में कठिनाइयाँ आएंगी.

सामाजिक एकता पर ज़ोर

योगी आदित्यनाथ ने अपने संदेश में अप्रत्यक्ष रूप से समाज को यह संदेश दिया कि भारत की असली ताकत उसकी एकता और अखंडता है.उन्होंने यह भी संकेत दिया कि आज की राजनीति और सामाजिक माहौल में कई ऐसे कारक हैं जो जानबूझकर विभाजन की राजनीति को बढ़ावा देने का काम कर रहे हैं.ऐसे हालात में हर नागरिक का कर्तव्य बनता है कि वह भारत की मजबूती और विकास के लिए एकजुटता का परिचय दे.

मुख्यमंत्री का मानना है कि नफरत फैलाने वाली ताकतों का सामना केवल तब किया जा सकता है जब समाज के सभी वर्ग मिलकर भाईचारे और सहयोग की भावना से आगे बढ़ें.

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सोशल मीडिया पर मिल रहा समर्थन

योगी आदित्यनाथ का यह ट्वीट सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. उनके समर्थक इसे देश की एकता और अखंडता के लिए प्रेरणादायक संदेश बता रहे हैं. कई यूजर्स ने टिप्पणी करते हुए लिखा कि भारत ने जब-जब एकजुट होकर कदम बढ़ाए हैं. तब-तब उसने दुनिया में बड़ी उपलब्धियाँ हासिल की हैं. वहीं कुछ लोगों का कहना है कि यह बयान मौजूदा राजनीति में भी एक गहरा संदेश है. जिससे सभी दलों और समाज के वर्गों को सबक लेना चाहिए.

विशेषज्ञों की राय

राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि योगी आदित्यनाथ का यह बयान केवल ऐतिहासिक दृष्टि से ही नहीं बल्कि मौजूदा सामाजिक हालात से भी जुड़ा है. आज भारत विकास कर रहा है तीब्र गति से. लेकिन अभी भी कई ऐसी ताकतें सक्रिय हैं जो जातिगत और धार्मिक आधार पर समाज में फूट डालने का प्रयास करती रहती हैं. ऐसे में मुख्यमंत्री का यह बयान लोगों को सजग और जागरूक करने वाला है.

एकता से ही भारत की मजबूती

योगी आदित्यनाथ का संदेश साफ तौर पर इस दिशा में जाता है कि अगर भारत को मजबूत और आत्मनिर्भर बनाना है. तो समाज के भीतर से भेदभाव और बंटवारे की राजनीति को खत्म करना होगा. उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि भारत का भविष्य तभी सुरक्षित और उज्ज्वल होगा जब हर नागरिक एक राष्ट्र, एक समाज और एक संस्कृति की भावना से जुड़कर आगे बढ़ेगा.

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