औरंगाबाद-गयाजी के बीच गरजा बदलाव की आवाज
तीसरा पक्ष ब्यूरो औरंगाबाद / गया रिपोर्ट 18 अगस्त :बिहार की सियासत में हलचल मचाने वाली,वोटर अधिकार यात्रा, अपने दूसरे दिन औरंगाबाद से गयाजी तक पहुंचा. जहां यह केवल एक यात्रा नहीं बल्कि लोकतांत्रिक अधिकारों की पुनर्स्थापना का हुंकार बन गया है.भाकपा (माले) महासचिव का. दीपंकर भट्टाचार्य के नेतृत्व में यह यात्रा जन-जन को जोड़ती जा रही है और बिहार में बदलाव की लहर को और भी तीव्र बना रही है.
देवकृति मैरेज हॉल से उठी आवाज़: बदलो सरकार, बदलो बिहार
सुबह 8 बजे औरंगाबाद स्थित देवकृति मैरेज हॉल से निकला यह यात्रा का काफिला जनसमर्थन की गर्मजोशी से सराबोर था. का. दीपंकर भट्टाचार्य के साथ विधान परिषद सदस्य शशि यादव, पोलितब्यूरो सदस्य अमर, पूर्व विधायक मनोज मंजिल और पार्टी केन्द्रीय कमेटी के संतोष सहर पूरे रास्ते साथ रहे. घोषी से विधायक रामबली सिंह यादव और औरंगाबाद जिला सचिव मुनारिक राम भी इस कारवां में शामिल हुये.
जनता में आक्रोश, सरकार पर अविश्वास
यात्रा से पूर्व का. दीपंकर ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि यह यात्रा केवल सड़क पर चलने का नाम नहीं बल्कि लोकतंत्र की बहाली का संघर्ष है. उन्होंने आरोप लगाया कि एसआइआर (विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण) प्रक्रिया के नाम पर राज्य सरकार और चुनाव आयोग मिलकर जीवित मतदाताओं को मृत घोषित कर रहा है और प्रवासी बिहारी मजदूरों को बाहरी बताकर वोटर लिस्ट से बाहर किया जा रहा है.
उन्होंने कहा कि,यह चुनावी धांधली का नया मॉडल है, लेकिन बिहार की जनता अब सब समझ चुकी है. नीतीश सरकार अब बोझ बन चुकी है और लोग उसे उतार फेंकने के लिए तैयार हैं.
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इंडिया गठबंधन के साथ एकजुटता, सभा में गरजा जनसमूह
देव, रफीगंज, गुरारू, खैरा, अहियापुर, सुल्तानपुर, पंचाननपुर होते हुए जब यात्रा गयाजी पहुंची. तो हर पड़ाव पर हजारों की संख्या में लोगों ने लाल झंडों और नारों के साथ यात्रा का स्वागत किया.
गया में आयोजित विशाल जनसभा में का. दीपंकर भट्टाचार्य, राहुल गांधी और तेजस्वी यादव ने एक मंच से जनता को संबोधित किया.
सभा में गूंजा नारा – वोट चोर, गद्दी छोड़!
दीपंकर भट्टाचार्य ने कहा कि यह नारा अब सिर्फ गुस्से की अभिव्यक्ति नहीं है. बल्कि एक निर्णायक आंदोलन बन चुका है.उन्होंने कहा कि बिहार में इस बार बदलाव होकर रहेगा, और संविधान, आरक्षण तथा लोकतंत्र पर हो रहे हमलों को जनता करारा जवाब देगी.
जन-जन से जुड़ती लाल आवाज
गुरारू में किसान नेता बालेश्वर यादव और छात्र नेता धनंजय कुमार ने, तो वहीं पंचाननपुर में ऐपवा नेत्री रीता वर्णवाल और भाकपा (माले) के टिकारी प्रखंड सचिव रवि कुमार ने सैकड़ों समर्थकों के साथ यात्रा का स्वागत किया. इंकलाब जिंदाबाद और वोट चोर, गद्दी छोड़ के नारों से माहौल गूंज उठा.
रात्रि विश्राम गयाजी में, पर आंदोलन जारी
रसलपुर क्रिकेट ग्राउंड, गयाजी में यात्रा का रात्रि विश्राम हुआ. लेकिन यह ठहराव केवल शारीरिक था – आंदोलन की रफ्तार और जनजागृति की तपिश लगातार बढ़ता जा रहा है.
जैसे-जैसे ‘वोटर अधिकार यात्रा’ आगे बढ़ रहा है. बिहार की राजनीति एक नए मोड़ की ओर बढ़ रहा है. यह यात्रा नहीं, जनचेतना की मशाल बन चुका है – जो लोकतंत्र को बचाने और बदलाव की सुबह लाने का संकल्प लेकर निकला है.

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