उप्र में बाहर से आयातित राजनीति पर अखिलेश यादव का हमला

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Ajit Kumar

भारत
उप्र में बाहर से आयातित राजनीति पर अखिलेश यादव का हमला

बोले – ‘घुसपैठियों से प्रदेश अस्थिर करने की साजिश’

तीसरा पक्ष ब्यूरो ,लखनऊ 27 जून :समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर तीखा हमला बोलते हुए उत्तर प्रदेश में “बाहर से आयातित राजनीति” चलाने का आरोप लगाया है.उन्होंने कहा कि भाजपा अपने प्लांटेड लोगों को पड़ोसी राज्यों से लाकर प्रदेश के सामाजिक ताने-बाने को तोड़ने की घुसपैठिया राजनीति कर रही है.

अखिलेश यादव ने X पर पोस्ट करते हुए कहा,

“क्या उत्तर प्रदेश में भाजपा को अब ऐसा एक भी स्थानीय नेता नहीं मिला जिस पर दिल्ली भरोसा कर सके? अगर नहीं, तो यह भाजपा की विफलता है. बाहर से लोगों को लाकर यहां की स्थिरता को बिगाड़ने की कोशिशें साफ़ दिखाई दे रही हैं.

उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि सरकार इन तत्वों के ख़िलाफ़ कार्रवाई करने में पूरी तरह विफल रही है और यदि जल्द कोई कदम नहीं उठाया गया, तो उत्तर प्रदेश की जनता भाजपा सरकार को एक ‘कागज़ी सरकार’ मान लेगी.

पीडीए अपमान कांड’ पर तीखी प्रतिक्रिया

अखिलेश यादव ने इटावा कथावाचन के दौरान एक कलाकार से उसकी ढोलक छीने जाने की घटना को लेकर भी भाजपा पर निशाना साधा।उन्होंने कहा कि

“जिस कलाकार ने अपनी थाप से दुनिया देखी, उसे भी नहीं बख़्शा गया। इससे यह साफ़ हो गया है कि भाजपा समर्थित वर्चस्ववादी ताक़तें समाज में डर और दमन का माहौल बनाना चाहती हैं.

उन्होंने आगे कहा कि पीडीए – पीड़ा, दुख और अपमान – झेलने वाले सभी वर्गों की एक नई सामाजिक चेतना का नाम है, जो अब एक नई ढोलक की नई गूंज बन चुका है.

पीडीए आंदोलन का संदेश

अखिलेश यादव ने अपने संदेश में कहा,

पीडीए कोई प्रतिशोध की राजनीति नहीं, बल्कि सोच के परिवर्तन की पुकार है.ये ग़ैर-बराबरी के खिलाफ़ खड़ा एक सामाजिक न्याय आंदोलन है जो समानता, गरिमा और प्रतिष्ठा को सुनिश्चित करने के लिए संकल्पबद्ध है.

भाजपा सरकार पर सवाल
इस पूरे प्रकरण के बीच अखिलेश यादव ने सवाल उठाया कि क्या उत्तर प्रदेश सरकार अब अराजक तत्वों के लिए अपनी सीमाएं खोल चुकी है? उन्होंने कहा कि अगर ऐसा नहीं है, तो सरकार तुरंत कार्रवाई करे, अन्यथा भविष्य में और लोग कानून को ठेंगा दिखाते हुए प्रदेश में घुसपैठ करेंगे.

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