अति पिछड़ा समाज तेजस्वी यादव की नीतियों से प्रभावित, बड़ी संख्या में राजद से जुड़ रहे लोग

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Ajit Kumar

बिहार
अति पिछड़ा समाज तेजस्वी यादव की नीतियों से प्रभावित, बड़ी संख्या में राजद से जुड़ रहे लोग

लालू के विचार और तेजस्वी की नीतियों का असर: अति पिछड़ा समाज ने थामा राजद का दामन

तीसरा पक्ष ब्यूरो पटना, 19 सितंबर 2025 – बिहार की राजनीति में एक बार फिर से सामाजिक न्याय और विकास का मुद्दा केंद्र में आ रहा है. राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के प्रदेश कार्यालय कर्पूरी सभागार में आज आयोजित मिलन समारोह ने इस तथ्य को और पुख्ता कर दिया है.कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रदेश अध्यक्ष मंगनी लाल मंडल ने की और संचालन प्रवक्ता एजाज अहमद ने संभाला.

लालू के विचार और तेजस्वी की नीतियों का असर: अति पिछड़ा समाज ने थामा राजद का दामन

इस मौके पर विभिन्न राजनीतिक दलों और सामाजिक संगठनों से जुड़े नेताओं और कार्यकर्ताओं ने राजद की सदस्यता ग्रहण किया है. इनमें प्रमुख रूप से अमितेश कुमार उर्फ धानुक बिट्टू सिंह, अजीत कुमार मंडल, अनिल कुमार, पूर्व सैनिक बबलू कुमार गुप्ता, राजेश रंजन प्रसाद, मोहम्मद शहाबुद्दीन खान, दिलीप मंडल और प्रदीप कुमार शामिल रहे। इन सभी ने अपने समर्थकों के साथ मिलकर पार्टी का दामन थामा है.

लालू-तेजस्वी की सोच से आकर्षित अति पिछड़ा समाज

अपने संबोधन में प्रदेश अध्यक्ष मंगनी लाल मंडल ने कहा कि राष्ट्रीय जनता दल आज भी सामाजिक न्याय की सबसे प्रबल आवाज है. उन्होंने कहा कि —
लालू प्रसाद जी ने गरीब, पिछड़े और वंचित समाज को आवाज दिया है. वहीं तेजस्वी यादव जी ने नौकरी, रोजगार, बेहतर शिक्षा और बिहार के सर्वांगीण विकास को अपनी राजनीति का केंद्र बनाया है.यही कारण है कि अति पिछड़ा समाज बड़ी संख्या में राजद से जुड़ रहा है.

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उन्होंने यह भी जोड़ा कि तेजस्वी यादव द्वारा 65% आरक्षण व्यवस्था लागू किए जाने से पिछड़े और वंचित वर्ग में भरोसा बढ़ा है.जबकि भाजपा-जदयू सरकार ने 16% आरक्षण की चोरी कर सामाजिक न्याय पर हमला किया है. मंडल ने कहा कि एनडीए सरकार ने बीते 20 वर्षों में अति पिछड़े समाज के नेतृत्व को कमजोर करने और उनके अधिकार छीनने का काम किया है.

लोकतंत्र और अधिकारों पर खतरा

लोकतंत्र और अधिकारों पर खतरा

राजद प्रदेश अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि बिहार की मौजूदा सरकार आम जनता, गरीबों, दलितों, पिछड़ों, अति पिछड़ों और अल्पसंख्यकों के लोकतांत्रिक अधिकारों को लगातार कमजोर कर रही है.उन्होंने लालू प्रसाद यादव के मशहूर कथन को दोहराया कि,
“वोट का राज ही छोटका राज है.
मंडल ने कहा कि वर्तमान सत्ता लोगों के वोट की ताकत को दबाने का प्रयास कर रही है, लेकिन जनता चुप नहीं बैठेगी.

एनडीए सरकार पर कड़ा प्रहार

एनडीए सरकार पर कड़ा प्रहार

समारोह में उपस्थित राष्ट्रीय उपाध्यक्ष उदय नारायण चौधरी ने भी एनडीए सरकार पर जोरदार हमला बोला है.उन्होंने कहा कि देशभर में नफरत का माहौल खड़ा किया जा रहा है और केंद्र व राज्य की सरकारें झूठ और भ्रष्टाचार पर चल रही हैं. विपक्ष जब सच्चाई सामने लाता है तो सत्ता पक्ष बेचैन हो जाता है.

चौधरी ने कहा कि लोकतंत्र और संविधान को बचाने की लड़ाई तेजस्वी यादव के नेतृत्व में इंडिया महागठबंधन मजबूती से लड़ रहा है. उनका मानना है कि लोगों को उनका हक और अधिकार दिलाने के लिए अब सभी को एकजुट होना होगा.

नए साथियों का स्वागत और सम्मान

नए साथियों का स्वागत और सम्मान

मिलन समारोह में शामिल हुए नेताओं को पार्टी की सदस्यता रसीद के साथ राजद का प्रतीक चिन्ह – गमछा और टोपी – पहनाकर स्वागत किया गया.इसके अलावा लालू प्रसाद यादव के संघर्ष और यात्रा पर आधारित किताब, गोपालगंज टू रायसीना भी भेंट की गई.

कार्यक्रम में बड़ी संख्या में नेता और कार्यकर्ता मौजूद

इस मौके पर प्रदेश प्रधान महासचिव रणविजय साहू, विधायक मंजू अग्रवाल, प्रदेश उपाध्यक्ष सह मुंगेर जिला प्रभारी मुजफ्फर हुसैन राही, प्रमंडल प्रभारी बल्ली यादव, महासचिव मदन शर्मा, फैयाज आलम कमाल, अरुण कुमार, डॉ. प्रेम कुमार गुप्ता, निर्भय कुमार अंबेडकर, प्रमोद कुमार राम, कुमार राय, महेंद्र प्रसाद विद्यार्थी, पटना महानगर अध्यक्ष मोहम्मद महताब आलम, उपेंद्र चंद्रवंशी, मंजू दास, विमल कुमार राय, गणेश कुमार यादव, मुकेश यादव, मनोज कुमार, गुड्डू सिंह सहित सैकड़ों कार्यकर्ता मौजूद रहे.

निष्कर्ष

आज के मिलन समारोह ने एक बार फिर यह साबित कर दिया कि बिहार की राजनीति में सामाजिक न्याय और विकास का मुद्दा हाशिये पर नहीं जा सकता. लालू प्रसाद यादव के विचार और तेजस्वी यादव की नीतियां अति पिछड़े समाज को अपनी ओर खींच रही हैं.राजद का बढ़ता जनाधार इस बात का संकेत है कि आने वाले समय में बिहार की राजनीति में बड़ा बदलाव देखने को मिल सकता है.

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