बिजली नहीं, बदलाव है ये, बिहार में रौशनी का नया युग शुरू

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Ajit Kumar

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मुफ्त बिजली योजना से बिहार में आया उजाले का क्रांतिकाल

तीसरा पक्ष ब्यूरो पटना,17 जुलाई: बिहार ने आज विकास की नई रेखा खींच दिया है वो रेखा जो लालटेन की टिमटिमाती रोशनी से निकलकर आत्मनिर्भरता की तेज़ धूप तक पहुँचती है. 1 अगस्त 2025 से लागू होने जा रही राज्य सरकार की योजना के तहत अब हर घरेलू उपभोक्ता को हर महीने 125 यूनिट बिजली मुफ़्त मिलेगी.यह सिर्फ़ एक योजना नहीं है यह एक सामाजिक क्रांति की शुरुआत है.

इस योजना का सीधा लाभ राज्य के 1 करोड़ 67 लाख परिवारों को मिलेगा. यह फैसला खासतौर पर उन वर्गों के लिए राहत लेकर आया है. जिनके लिए हर महीने का बिजली बिल एक भारी जिम्मेदारी बन चुका था.गरीब, निम्न मध्यम वर्ग, और गाँवों में रहने वाले लाखों परिवारों के लिए यह एक बड़ी राहत है.

वादे नहीं, इरादे निभाए :डॉ. दिलीप जायसवाल

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. दिलीप जायसवाल ने इस घोषणा को इतिहास रचने वाला कदम बताते हुए कहा उसने कहा कि,

नीतीश कुमार की सरकार ने सिर्फ़ योजनाओं की बात नहीं की बल्कि ज़मीन पर उन्हें उतार कर दिखाया.अब बिहार के हर घर में रौशनी है.और हर चेहरे पर आत्मसम्मान.

उन्होंने साफ़ किया कि यह योजना केवल मुफ्त बिजली देने तक सीमित नहीं है बल्कि यह एक सम्मानजनक जीवन जीने की गारंटी है. अब बिजली उपभोक्ता नहीं ऊर्जा निर्माता बनने का रास्ता भी खोल दिया गया है.

हर छत पर सूरज उगेगा, सौर ऊर्जा की नई पहल

सरकार का अगला बड़ा कदम है सोलर मिशन.अगले तीन वर्षों में हर घर की छत या नज़दीकी सार्वजनिक स्थल पर सौर ऊर्जा संयंत्र लगाने की योजना है.इससे:

  • राज्य में 10,000 मेगावाट से अधिक अक्षय ऊर्जा का उत्पादन होगा
  • हज़ारों युवाओं को स्थानीय रोज़गार मिलेगा
  • बिजली का उपभोक्ता अब उत्पादक बनेगा
  • पर्यावरण संरक्षण को मिलेगा बड़ा बल

डॉ. जायसवाल ने कहा कि हम सिर्फ बिजली नहीं दे रहे बल्कि एक ऐसा भविष्य बना रहे हैं जिसमें हर नागरिक ऊर्जा के क्षेत्र में आत्मनिर्भर हो.

गरीबों के लिए पूरी सब्सिडी, सभी के लिए सहारा

इस सौर ऊर्जा अभियान में सरकार ने यह भी सुनिश्चित किया है कि किसी गरीब परिवार को खर्च की चिंता न हो. जिनके पास संसाधनों की कमी है. उनके लिए पूरे सोलर संयंत्र का खर्च राज्य सरकार उठाएगी. अन्य वर्गों के लिए भी सब्सिडी और तकनीकी सहयोग दिया जाएगा.

अब बिहार का मतलब है भरोसा

डॉ. दिलीप जायसवाल ने प्रेस को संबोधित करते हुए कहा किआज का बिहार बोझ नहीं भरोसे की सरकार का प्रतीक है. अब वो समय नहीं रहा जब अंधेरा नियति थी.आज विकास हर गली हर घर में दिख रहा है.उन्होंने यह भी जोड़ा कि यह सिर्फ सरकार की नहीं हर उस नागरिक की जीत है. जिसने बिहार को आत्मनिर्भर और सक्षम बनाने की लड़ाई में भागीदारी निभाई.

निष्कर्ष: एक नई सुबह का नाम है बिहार

125 यूनिट मुफ़्त बिजली, हर घर पर सोलर ऊर्जा का मिशन, और भरोसे की राजनीति ये सब मिलकर एक ऐसे बिहार का निर्माण कर करा है. जिसकी कल्पना कभी सपना लगती थी. अब वह सपना हकीकत बन गया है.

यह सिर्फ बिजली की रौशनी नहीं, यह विश्वास की चमक है, जो बिहार के आँगन से निकलकर देश के भविष्य को रौशन कर रही है.

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