विकास या विनाश? कांग्रेस ने उठाए मोदी मॉडल पर सवाल
तीसरा पक्ष ब्यूरो :देश में बढ़ती बेरोजगारी और गिरते छोटे उद्योगों (MSME) को लेकर एक बार फिर सियासी घमासान शुरू हो गया है.कांग्रेस पार्टी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर सीधा हमला करते हुए आरोप लगाया है कि गलत आर्थिक नीतियों ने देश की रोजगार व्यवस्था को खत्म कर दिया है और लाखों MSMEs तबाह हो चुकी हैं.
कांग्रेस ने अपने आधिकारिक एक्स हैंडल @INCIndia पर पोस्ट करते हुए लिखा:
मोदी सरकार की नीतियों ने युवाओं से रोजगार छीन लिया है.देश की आर्थिक रीढ़ माने जाने वाले MSMEs की हालत खराब हो चुकी है. क्या यही है ‘नया भारत’?
कांग्रेस का आरोप: नोटबंदी, GST और लॉकडाउन से हुआ नुकसान
कांग्रेस का कहना है कि नोटबंदी, बिना तैयारी के लागू किया गया GST और अचानक किया गया लॉकडाउन MSME सेक्टर के लिए विनाशकारी साबित हुए. लाखों छोटे उद्योग बंद हो गए और करोड़ों लोग बेरोजगार हो गए.
यह पहला मौका नहीं है जब कांग्रेस ने मोदी सरकार की आर्थिक नीतियों पर सवाल उठाए हैं, लेकिन इस बार पार्टी ने सीधा MSME सेक्टर और युवाओं की बेरोजगारी को मुद्दा बनाते हुए सरकार को घेरा है.
यह भी पढ़े :RSS–भाजपा को खड़गे ने दिया सख्त संदेश
यह भी पढ़े :वोटर लिस्ट से नाम गायब कर लोकतंत्र पर कुठाराघात!–तेजस्वी का चुनाव आयोग पर हमला
MSME सेक्टर क्यों है इतना जरूरी?
भारत की अर्थव्यवस्था में MSME सेक्टर की हिस्सेदारी लगभग 30% है और यह करोड़ों लोगों को रोज़गार देता है. अगर यही सेक्टर कमजोर होता है तो न केवल रोज़गार में गिरावट आती है, बल्कि देश की आर्थिक गति भी धीमी हो जाती है.
युवा वर्ग सबसे ज्यादा प्रभावित
रोज़गार की तलाश कर रहे युवा लगातार सोशल मीडिया पर बेरोजगारी को लेकर आवाज़ उठा रहे हैं.लेकिन कांग्रेस का कहना है कि सरकार ‘बेरोजगारी के असली मुद्दों’ से ध्यान भटका कर धार्मिक और सांस्कृतिक मुद्दों में देश को उलझा रही है.
निष्कर्ष: क्या वाकई खतरे में है रोजगार और MSME?
कांग्रेस के आरोपों में कितना दम है, ये आंकड़े और आने वाले समय में सामने आने वाले आर्थिक रिपोर्ट्स बताएंगी. लेकिन इतना तय है कि बेरोजगारी और MSME सेक्टर की गिरती हालत एक गंभीर मुद्दा है, जिसे नज़रअंदाज़ नहीं किया जा सकता.

I am a blogger and social media influencer. I have about 5 years experience in digital media and news blogging.